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________________ १४० पताकार्नु रहस्य. विकल्पना उद्दिष्टर्नु अनुसंधान पताकानी साथे छे. उद्दिष्टमां छेकेला अंकोनो सरवाळो विकल्पनी सर्व संख्यामांथी बाद करतां जे अंक रहे ते पताकामां जोवाय छे. ते अंक पताकामां जे स्थामे होय ते संयोगीनो तेटलामो विकल्प उदिष्टना फल तरीके कही शकाय. विकल्पना संयोगीनी संख्या तथा सर्व संख्या पण पताकाथी जगाय छे. आं वे प्रयोजन पताकानां छे. प्रकरण ९ मुं--मर्कटी. अथ गंगीया सारणि (मर्कटी) करणविधि । जेटला जीव अने जेटला ठामनी सारणी करवी होय ते प्रमाणे यंत्र बनाववो पण तेमां जेटला जोव होय तेटला आडा कोठा करवा अने जेटला ठाम होय तेमां एक वधारी उभा कोठा करवा, आडी पहेली पंक्ति अने उभी पहेली पंक्तिना सर्व कोठामां एकडा मुकवा, खाली कोठामा पहेलो जे कोठो खाली छे तेना उपरनो अंक अने तेनी डावी बाजुनो अंक ए बन्ने भेगा करी ते खाली खानामां लखवो। तेनी हेठेना खाली कोठामां पण उपरनो अंक अने तेनी डाबी बाजुनो अंक भेगा करी लखवा, एम जेटला खाली कोठा होय ते खाली कोठा उपरनो अंक अने तेनी डाबी बाजुनो अंक ए बन्ने भेगा करी खाली कोठा सर्व भरवा । जेम ७ जीव ७ ठामे जाय तेनी गंगीया सारणी करवी होय तो आडा कोठा सात करवा अने उभा कोठा आठ फरवा ते आंवी रीते
SR No.022015
Book TitlePrastar Ratnavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnachandra Swami
PublisherAgarchand Bhairodan Sethiya Jain Granthalay
Publication Year1925
Total Pages282
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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