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________________ ११९ दश जीव सात ठामे जाय तेना छ संयोगीनो '१११२२३०' आकेटलामो भांगोछे ? आमां १२३४५६ आ पद पहेलुं छे अने विकल्प आम छे. हवे पहेली श्रेणी वे पदनी छे तेने आटे गुणतां १६ थया पण पहेली श्रेणीनां वे पद छे अने पूछेल भांगामां पहलं पद छे, माटे १६ मांथी एक बाद करतां छ संयो गीनो १५ मो भांगो छे अने आगलना पांच संयोगीना ७०४२ मेलवतां मूलथी ७०५७ मो भांगो थाय छे ।। ।। इति भांगाना उद्दिष्ट || प्रकरण ७ मुं= मेरु. I ॥ अथ पदना संयोगी काढवानो मेरु - विधि | संवेध यंत्रथी जेम पदना असंयोगी द्विक्संयोगादि प्रस्तारनी संख्या नीकले छे तेम मेरुयंत्रथी पण संख्या नीकले, ते मेरुयंत्र आ प्रमाणे बनाववो जेटला ठामनां संयोगी पद जाणवां होय तेटला खानानी पहेली उभी पंक्ति करवी, बीजी पंक्तिमा उपरनुं एक खानुं कमी करवुं, एम एक एक खानुं उपरनुं घटाडतां एक खानानी छेली उभी पंक्ति करवी, पहेली पंक्तिमा एकथी चडता आंक लखी जवा, अने दरेक पंक्तिना पहेला खानामां एकडा भरी जवा, वचला खानामां जे खानो भरवो होय तेनी उपरना खानानो अने उपरनी डावी बाजुना खानाना अंक भेलो करी प्रकृत खानामा मुकवो, एवी रीत सघळां खानां पुरवां । एकथी सात ठामना पदनो मेरुयंत्र
SR No.022015
Book TitlePrastar Ratnavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnachandra Swami
PublisherAgarchand Bhairodan Sethiya Jain Granthalay
Publication Year1925
Total Pages282
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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