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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra श्री व्यवहार सूत्रम् दशम उद्देशकः १४८७ (A) 10 www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir उत्थीए से कप्पड़ एक्कारस दत्तीओ भोएयणस्स पडिगाहेत्तए, एक्कारस पाणस्स । पंचमीए से कप्पइ दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, दस पाणस्स । छट्टीए से कप्पड़ नव दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, नव पाणस्स । सत्तमीए से कप्पइ अट्ठ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, अट्ठ पाणस्स । अट्ठमी से कप्पइ सत्त दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, सत्त पाणस्स । नवमीए से कप्पइ छ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, छ पाणस्स । दसमीए से कप्पड़ पंच दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, पंच पाणस्स । एक्कारसमीए से कप्पइ चउ दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, चउ पाणस्स । बारसमीए से कप्पइ तिण्णि दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, तिणि पाणस्स । तेरसमीए से कप्पड़ दो दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए, दो पाणस्स । चउदसीए से कप्पइएगा दत्ती भोयणस्स पडिगाहेत्तए, एगा पाणस्स । अमावासाए से य अभत्तट्ठे भवइ । For Private And Personal सूत्र १-२ यवमध्य वज्रमध्य प्रतिमे १४८७ (A)
SR No.020939
Book TitleVyavahar Sutram Part 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMunichandrasuri
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2010
Total Pages512
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_vyavahara
File Size13 MB
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