SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 21
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahawan Aradhana Kendra www.kabatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyarmandir 9 शतके उद्देशा // 856 // IM त्यार बाद ते जमालि क्षत्रियकुमारना माता-पिता पुनः उत्तर दिशा सन्मुख वीजु सिंहासन मूकावे . मूकाबीने फरीवार व्याख्या-8 जमालि क्षत्रियकुमार ने सोना अने रूपाना कलशो बडे न्हवरावे छे. न्हवरावीने सुरमि, दशावाळी अने सुकमाल सुगंधी गंधकापाय (गन्धपधान लाल) वस्त्र बहे तेनां अंगोने लूछे छ, अने अंगोने लुछीने सरस गोशीर्ष चंदनबडे गात्रनुं विलेपन करे छे. विलेपन 456 // करीने नासिकाना निःश्वासना वायुथी उडी जाय एबुं हलकुं, आंखने गमे ते, सुंदर, वर्ण अने स्पर्शथी संयुक्त, घोडानी लाळ करतां पण वधारे नरम, धोळ, सोनाना कसबी छेडावाळ, महामूल्यबाळु, अने हंसना चिसयुक्तएवं पटशाटक (रेशमी बत्र) पहेरावे हे. पहेरावीने हार अने अर्धहारने पहेरावे . ए प्रमाणे जेम सूर्याभना अलंकारनुं वर्णन करेलु छे तेम अहिं करचु, यावद विचित्र रत्नोथी जडेला उत्कृष्ट प्रकुटने पहेरावे छे. वधारे शुं कहे ! पण ग्रंथिम-गुंथेली, वेष्टिम-चींटेली, पूरिम पूरेली अने संघातिम-परस्पर संघात बडे तैयार थयेली चारे प्रकारनी माळाओ चढे कल्पवृक्षनी पेठे ते जमालि कुमारने अलंकृत-विभूषित करे छे. तए णं से जमालिस्स ग्वत्तियकुमारस्स पिया कोडुबियपुरिसे सद्दावेह सद्दावेत्ता एवं वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया! अणेगखंभसयसन्निविटुं लीलट्ठियसालभंजियागं जहा रायप्पसेणइज्जे विमाणवन्नओ जाव मणिरयणघंटियाजालपरिक्खित्तं पुरिससहस्सपाहणीयं सीयं उक्ट्ठवेह उवट्ठवेत्ता मम पयमाणत्तियं पञ्चप्पिणह, नए ण ते कोडुंबियपुरिसा जाव पञ्चप्पिणति / ता से जमाली वत्तियकुमारे केसालंकारेणं वस्थालंकारेणं मल्लालंका. रेणं आभरणालंकारेणं चउविहेणं अलंकारेणं अलंकारिए समाणे पडिपुन्नालंकारे सीहासणाओ अन्भुट्ठइ सीहा सणाओ अन्भुटेता सीय अणुप्पदाहिणीकरेमाणे सीयं दुरूहह 2 सीहासणवरंसि पुरत्याभिमुहे सन्निसण्णे। RAHKASAKARANA For Private and Personal Use Only
SR No.020923
Book TitleVyakhyapragnapti Sutra Part 04
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
Publisher
Publication Year
Total Pages238
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy