SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 820
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir श्री विपाक सूत्र [परिशिष्ट नं २ शब्द पृष्ठ "पृष्ठ ५७ ८६ ४६६ ३८७ mWWc0 ४७६. पंक्ति | शब्द २० समश्र समण समज्जिण १४ समजाइभूय समाण समायर समायार समासास समाहि समुक्खित्त समुदय समुद समुप्पज्ज समुयाण समुल्लावक | समुल्लासिय ६ | समोसढ़ . .. MUM. . पंक्ति। शब्द - ३ सरीरग सरीसव सलाहणिज्ज ५ संलेहणा १८ संलवति | सल्लहत्त सवत्ती सव्व सव्वो सव्व उय संवच्छर | संवड्ढ़ ससय संसुमार १४ सहस्स ६ सहस्सखुत्तो ६ सहस्सलम्भा १७ | साउणिया १५ साग ६|सागरोवम साडग साड़ण साड़िया सातिम संजन संजुत्त संजोग ४६६ सड़ सडियं ३७६ सरगाह १३७ संठिया १६२ संडासत्र ५१३ मराह ४३३ सत्त सत्तम सत्तरम सत्तरसम सत्तासिकावावतिय-५७७ सत्तावरण ३०७ सनुस्सेह सत्थकोसह सत्यवाह सत्योगडिअ सद सहवेही सहह सहाव सद्धि संत . १३२ २१८ ८६ B म्भा समोसर १०४ ४३३ ४३३ २५२ | संपत्त संपरिवुड संपत्ति ५२६ १६२ संपेह ४०४ साम २ संत ३२२ संभग्ग संभंत संमाणिय | सय सयरिणज्ज सयहत्थ सयरज्जसुक्का ४६६ सर २१८ सरासण १२३ मंतिहोम संथर संथारग संदिस संधिछेय सन्निविट्ठ ५१३ सामरण सामी सारक्ख सालाग सावतेज सास सासिल्ल ३८७ २५१ १६८ ११२ ४|सरिस १० साह? For Private And Personal
SR No.020898
Book TitleVipak Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyanmuni, Hemchandra Maharaj
PublisherJain Shastramala Karyalay
Publication Year1954
Total Pages829
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_vipakshrut
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy