________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir प्रसुवयज्ञपतिम्भगाय // दिच्योंर्गन्धर्वश्कतपूश्केतन्नत्पुनातुवा चस्प्पतिर्बाजन्नत्वदतुखाहा // 1 // ध्रुवसदन्त्वा। नृपदम्मनस / दमुपयामगृहीतोसीन्द्रीयत्त्वाजुष्टुंगृह्णाम्म्येपतेयोनिरिन्द्रीयत्त्वा / जुष्टतमम्॥अप्प्सुपदन्त्वातसदैव्योमसदमुपयामगृहीतोसीन्द्रा / / यत्त्वाजुष्टुलाम्म्येपतेयोनिरिन्द्रीयत्वाजुष्टतमम् // पृथिवीसद है। न्त्वान्तरिक्षसदन्दिविसदन्देवसदनाकसदमुपयामगृहीतोसीन्द्रा / यत्त्वाजुष्टुलाम्म्येपतेयोनिरिन्द्रायत्त्वाजुष्टुंतमम् // 2 // अपा For Private And Personal