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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रथम खण्ड 261 की व्यवस्था करवाई। उनकी लिखी 'राष्ट्र योजना और श्री भंवरलाल जैन परिवार योजना' पुस्तक बेहद लोकप्रिय हुई। नियोजन बेगमगंज, जिला- रायसेन (म0प्र0) के श्री सम्बन्धी एक पत्रिका का नियमित प्रकाशन आपने भंवरलाल जैन, पुत्र-श्री नवरतनलाल जैन का जन्म किया। परिवार नियोजन संघ की स्थापना आपने ही 1919 में हुआ। श्री जैन ने 1949 के भोपाल राज्य की थी। पन्द्रह वर्षों तक वे इस संघ के उपाध्यक्ष रहे। विलीनीकरण आन्दोलन में भाग लिया तथा 13 दिन इसी हेतु जापान, थाइलैंड, इंग्लैंड, फ्रांस, डेनमार्क, के कारावास की सजा पाई। स्वीडन, अमरीका, नाईजीरिया, ट्यूनिशिया, चिली, आ0-(1) म) प्र० स्व) सै0, भाग-5, पृष्ठ-77 सूरीनाम आदि देशों की यात्राएं की। श्री भागचंद जैन शिक्षा प्रसार में सिंघी जी की भमिका और भी श्री भागचंद जैन ग्राम मलावकी, तहसील महत्त्वपूर्ण रही। कलकत्ता स्थित नोपानी विद्यालय, लक्ष्मणगढ़ (अलवर) के निवासी थे। अलवर में बालिका शिक्षा सदन, टांटिया हाई स्कल, शिक्षायतन विद्यार्थी जीवन में ही महावीर प्रसाद जी के सम्पर्क कालेज पारिवारिकी आदि संस्थायें उनके निर्देशन से में आने के बाद आपने क्रांतिकारी गतिविधियों में उपकृत हुईं। सिंघी जी आडम्बरों के कटर विरोधी भाग लेना शुरू किया। 1942 के आन्दोलन में रेल थे। इसी कारण आपको अनेक बार अपमान और और के तार काटे व पोस्ट ऑफिस में आग लगाई, प्राणघातक हमले भी सहने पड़े। आपने अपने जीवन जिसके परिणामस्वरूप षडयंत्र केस में मुजरिम रहे। में अनेक सम्मान पाये। 1986 में जयपुर में आपका किन्तु पुलिस इनको गिरफ्तार नहीं कर सकी और देहावसान हुआ। भूमिगत रह कर कार्य करते रहे। भारत के स्वतंत्र होने के बाद राजस्थान विधानसभा कांग्रेस पार्टी के आ) (1) इ) अ) ओ0. खण्ड-2, पृष्ठ-440-444 काफी समय तक आप सचिव रहे। बाद में आपने श्री भंवरलाल जैन अलवर में ही वकालत शुरू कर दी थी। श्री भंवरलाल जैन, पत्र-श्री उत्तमचंद जैन आ0- (1) प0 इ0, पृ0-138 (2) श्री महावीर प्रसाद छापीखेडा, जिला-राजगढ (म0प्र0 )के निवासी थे। जैन, अलवर द्वारा प्रेषित परिचय आपका जन्म 1909 में हुआ। स्वतंत्रता एवं देशप्रेम श्री भागचंद जैन की भावना से ओत-प्रोत, गांधी जी के अनुयायी श्री श्री भागचंद जैन, पत्र-श्री गज्जी जैन का जन्म जैन ने हरिजनों की सेवा की एवं प्रजामंडल का 1925 में ग्राम कटंगी, तहसील-पाटन, जिला-जबलपुर कार्य किया। 1936 में आपने आन्दोलन में भाग (म0प्र0) में हुआ। आपने 1942 के आन्दोलन में लेकर छापीखेड़ा का नाम देश-व्यापी बना दिया था। लगभग 8 माह का कारावास भोगा। आ-(1) मर) प्रा) स्व) सै), भाग-5, पृष्ठ-116 आ0-(1) म0 प्र0 स्व0 सै0, भाग-1 पृष्ठ-85 श्री भंवरलाल जैन श्री भागचंद जैन रायपुर (म0प्र0) के श्री भंवरलाल जैन, श्री भागचंद जैन, पुत्र-श्री दमरूलाल बैसाखिया पुत्र श्री उदयचंद जैन ने सन् 1942 के भारत छोड़ो का जन्म 4-2-1906 को नरसिंहपुर (म0प्र0) में आन्दोलन में भाग लिया तथा एक माह का कारावास भोगा। हुआ। आपने मिडिल तक शिक्षा ग्रहण की। आ) (1) म0 प्र0 स्व) सै), भाग-3, पृष्ठ-54 अध्ययन के समय ही 1922 में असहयोग आंदोलन For Private And Personal Use Only
SR No.020788
Book TitleSwatantrata Sangram Me Jain
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKapurchand Jain, Jyoti Jain
PublisherPrachya Shraman Bharati
Publication Year2003
Total Pages504
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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