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भयादि-सूत्र
पडिक्कमामि
सत्तहिं भयट्ठाणेहिं, अहिं मयट्ठारोहिं, नवहिं बंभचेरगुत्तीहिं, दसविहे समणधम्मे,
एक्कारसहिं उवासग-पडिमाहिं, बारसहिं भिक्खु-पडिमाहिं, तेरसहिं किरियाठाणेहिं, चउदसहिं भूयगामेहिं, पन्नरसहिं पर माहम्मिएहिं सोलसहि गाहासोलस एहिं, सत्तरसविहे असंनमे, अट्ठारसविहे बंभे, एगूणवीसाए नायज्झय रोहिं, वीसा समाहि ठाणेहिं,
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इक्कवीसाए सब लेहिं, बावीसाए परीसहहिं, तेवीसाए सूयगडज्मय रोहिं, चउवीसाए देवेहिं, पणवीसाए भावगाहिं, छव्वीसाए दसाकष्पववहाराणं उद्देसणकालेहिं, सत्तावीसाए अणगारगुणेहिं, अट्ठावीसा आयारप्पकप्पेर्हि, एगूण