________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir केचित् // 20 // पतिगृहे प्रसवे पित्रादीनामाशौचं नास्ति // 21 // ऊढायाः कन्यायाः पतिगृहे मरणे मातापित्रोस्त्रिरात्रम् // 22 // मातापित्रोर्मरणे ऊढपुत्र्यास्त्रिरात्रं दशाहांतम् // दशाहोवं कालांतरे वत्सरांतेऽपि पक्षिणी // अत्रैव अतिक्रांताशौचं ब्राह्मणवचनाद्भवति नान्यत्र // 23 // भ्रातृभगिन्योः परस्परगृहमरणे परस्परस्य त्रिरात्रम् // गृहांतरमृतौ तु परस्परस्य पक्षिणी // 24 // मातुलमरणे भगिन्यपत्यस्य पक्षिणी // उपकारिमातुलमरणे तु त्रिरात्रम् // 25 // मातुलान्या मरणे भर्तृभगिन्यपत्यस्य पक्षिणी // 26 // उपनीतभागिनेयमरणे मातुलस्य मातुलभगिन्याश्च त्रिरात्रम् // अनुपनीते मृते तु मातुलस्य मातुलभगिन्याश्च पक्षिणी // 27 // मातामहमरणे दुहित्रपत्यस्य त्रिरात्रम् // 28 // अनुपनीतदौहित्रमरणे मातामहस्य मातामह्याश्च पक्षिणी // उपनीते मृते तु त्रिरात्रमिति - For Private and Personal Use Only