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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org श्यामा पिङ्गल मूर्धजा भयकरा शार्दूल चर्माम्बरा । चामुण्डाशववाहिनी जप विधौ ध्येयो सदा साधकैः ॥" साधन-विधि उक्त प्रकार से ध्यान करने के उपरान्त पूर्वोक्त मन्त्र का १००००० की संख्या में जप करें, फिर जप का दशांश अर्थात् १०००० की संख्या में पलाश के पुष्पों से होम करें। होम करते समय एक-एक पुष्प को सात-सात बार अभिमन्त्रित करते हुए होम करना चाहिये । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रयोग विधि होम करते समय जिस व्यक्ति को वश में करना हो, उसका ध्यान करने से सिद्धि प्राप्त होती है अर्थात् वह व्यक्ति साधक के वशीभूत हो जाता है । वशीकरण प्रयोग (५) ---AD वशीकरण हेतु कामेश्वर मन्त्र की प्रयोग विधि इस प्रकार हैमन्त्र - "कामदेवामुकीमानय मम पदं वशं च ।” सानन्दभालिङ्गितः । प्रत्यालीढपदो जपानिभतनु शावर तन्त्र शास्त्र | ६१ यह कामेश्वर मन्त्र है । इसका जप करने से पूर्व सर्व प्रथम निम्नानुसार ध्यान करना चाहिए ध्यान - " आकर्णाञ्चितकार्मुको हर पदे धुन्वन् हरं सायकैर्भानोमेण्डलमध्यगो दयितया भग्नः परेतासनः, कन्दर्पो जयकर्मणि प्रतिदिनं ध्येयो नरैरीट्टशः || ” For Private And Personal Use Only
SR No.020671
Book TitleShavar Tantra Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajesh Dikshit
PublisherDeep Publications
Publication Year1994
Total Pages298
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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