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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उद्योतकर उमापति उपाध्याय कणाद कपिल कविचूडामणि कात्यायन (वररूचि) कृष्ण झा (19) लक्षणमाला, लक्षणावली, तात्पर्यपरिशुद्धि (तात्पर्यटीका की व्याख्या) न्यायवार्तिक पारिजातहरणम् (नाटक) : वैशोषिकसूत्र सांख्यसूत्र महामोद वररुचिसंग्रह, पुष्पसूत्र, लिंगानुशासन, अष्टाध्यायी के वार्तिक : रघुवंशटीका, कुमारसंभवटीका पुरंजनचरितम्, कुवलयाश्वीयम् (दोनों नाटक) गीतगोपीपति, चण्डिकासुचरित, शशिलेखा। गंगाश्रीलहरी, अमरनाथशतकम्, त्र्यंबकपंचाशिका, कामाख्यास्तोत्र, वैष्णवीस्तोत्र, काशीवर्णना, खंडबलकुलदीपिका, बनैलीराज्यवर्णना, मिथिलावर्णनम् कृष्णदत्त कृष्णदत्त (17) कृष्णसिंह ठाकुर (20) शाण्डिल्यसूत्र, न्यायप्रकाश, वैशेषिकदर्शन आदि ग्रंथों की टीकाएँ। गंगेशोपाध्याय (12) : तत्त्वचिन्तामणि । गणेश्वर आह्निकोद्धार, गयापट्टलक, सुगतिसोपान (सभी धर्मशास्त्रपरक) गोकुलनाथ उपाध्याय : दिक्कालनिर्णय, चक्ररश्मि(17-18) दीधितिविद्योत, कुसुमांजलिटिप्पण, खंडनकुठार, लाघवगौरवरहस्यम्, मिथ्यात्वनिरुक्ति । न्यायसिद्धान्ततत्त्व, तिथिनिर्णय, मासमीमांसा, पदवाक्यरत्नाकर, शक्तिवाद, काव्यप्रकाशविवरण, रसमहार्णव, अमतोदयनाटक, शिवस्तुति, कादम्बरीकीर्तिश्लोक मुदितमदालसा नाटक गोवर्धनाचार्य (10) : आर्यासप्तशती (प्राकृत) गोविंददास झा(17) : नलचरितम् (नाटक) गोविंदठक्कुर काव्यप्रदीप (काव्यप्रकाश (15-16) की टीका)। आधिकरणन्यायमाला, पूजाप्रदीप गौतम धर्मसूत्रम्, न्यायसूत्र, गृह्यसूत्र, गौरीनाथ झा यतीन्द्रचरितप्रकाशिका चण्डेश्वर स्मृतिरत्नाकर (7 खंड), कृत्यचिन्तामणि, शिववाक्यावली (सभी धर्मशास्त्रविषयक) चंद्र झा (20) लक्ष्मीश्वरविलास चंद्रदत्त झा (19) कृष्णबिरुदावली, भक्तमाला, कर्णगीतमाला, भगवतीस्तोत्रम्, काशीशिवस्तोत्रम् चक्रधर झा (20) रघुदेवसरस्वती-बिरुदावली की टीका । विबुधराजिरंजिनी। चाणक्य अर्थशास्त्रम् चित्रधर उपाध्याय : शृंगारसारिणी, वीरसारिणी। (17) चित्रधर मिश्र मीमांसासारसंग्रह, (19) उपलक्षणसंग्रह। केदारनाथ झा (19) केशव मिश्र (16) क्षेमधारीसिंह (20) खगेश शर्मा (19) खुद्दी झा गंगाधर मिश्र द्वैतपरिशिष्टम्, अलंकारशेखर आदि 7 ग्रंथ । : सुरथचरितमहाकाव्य, (कुल 19 ग्रंथ) : काशीशिवस्तुति काश्यभिलाषाष्टकम्, : नागोक्तिप्रकाश (व्याकरण) न्यायपारायणम् (तंत्रवार्तिक की टीका)। कर्णभूषणम्, काव्यडाकिनी, शंगारवनमाला, भंगदूतम्, मंदारमंजरी। प्रसन्नराघव की टीका (अनेक महत्त्वपूर्ण शास्त्रीय ग्रंथों के अंग्रेजी अनुवाद तथा न्यायदर्शन, मीमांसानुक्रमणी, गंगानंद कविराज (16) गंगानाथ झा (20) संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथ खण्ड / 499 For Private and Personal Use Only
SR No.020650
Book TitleSanskrit Vangamay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreedhar Bhaskar Varneakr
PublisherBharatiya Bhasha Parishad
Publication Year1988
Total Pages638
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size30 MB
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