SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 474
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 1590 संस्कृत-प्राकृत-हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश act. सम्मोहः, सम्मोहो, पुं० [सम् + मुह + घ] आसक्ति, सम्यक्त्वक्रिया, सम्मत्तकिरिया, स्त्री० सम्यक्त्वर्धिनी • अत्यन्तमूढ़ता, किं कर्त्तव्यत्व मूढत, bewil- क्रिया, act growth ful rightly. derment, • मूर्छ, बेहोशी, fascination, सम्यक्त्वबोधः, सम्मत्त-बोहो, पुं० सम्यक्त्व/ • मूर्खता, foolishness, • आकर्षण, ig- सम्यग्दर्शन और सम्यग्ज्ञान, knowledge of norance. good seeing, and knowing. सम्मोहनम्, सम्मोहणं, नपुं० [सम् + मुह + णिच् + सम्यक्त्वसारशतकम्, सम्मत्त-सार-सयग, नपुं० ग्रन्थ ल्युट्], मंत्रमुग्ध करना, मोहित करना, fasci- नाम-आचार्य ज्ञानसागर, प्रणीत, a textwho nating. write of acharaya Gyansagar. सम्मोहनः, सम्मोहणो, पुं० कामदेव का एक बाण,of सम्यक्त्वसारदीपकः,सम्मतसार-दीवगो, पुं० आचार्य one of the arrows of cupid. ज्ञान सागर का एक सम्यक्त्व से सम्बंधित सम्मोहिनी, सम्मोहिणी, वि० मनोमोहकारी,lovely. शातक, a text. सम्यक, सम्म, अव्य० भली प्रकार, अच्छी तरह के सम्यश्रद्धानम्, सम्मसङ्ग्रहणं, नपुं० समीचीन श्रद्धान, साथ, अच्छा उचित रूप से, correctly, with good respect. rightly, • यथावत्, यथोचित, properly, सम्यकश्रुतम्, सम्मस्सुअ, नपुं० सर्वज्ञ प्रणीत शास्त्र, • उत्तम, good, • वास्तव में, यथार्थ में a good book who speech by समीचीन, truely, समञ्चतीत्येव हि सम्यगस्ति। sarvagna. [सं + अञ्च], • जो सहज स्वभाव में परिणमन सम्यग्रीति, सम्मरीति, स्त्री० उचित पद्धति, good हो- समञ्चति गच्छति व्याप्नोति सर्वान् द्रव्य सम्यग्ज्ञानिन्, सम्मणाणी, वि० सम्यक ज्ञानी, good भावानिति सम्यक् । completely in knower. natureful. सम्यगुत्थानम्, सम्मगुत्थाणं,नपुं० उन्नतशाही, good सम्यक्-कथा, सम्माकहा, स्त्री० समीचीन कथा - growth. सम्यक् समीचीना कथा, यस्य तं सम्यगञ्जलित्व, सम्मगंजलित्त, वि० हस्तसंयोगजन संविभागीकृतम्। good story. युक्त, hand touchful. सम्यकशुद्ध, सम्मसुद्ध, वि० शोभानरीति युक्त।सम्यक् सम्यगनुष्ठानतत्परः, सम्मगणुट्ठाणतप्परो, पुं० शोभनरीत्या वरं श्रेष्ठं मस्तकपर्यन्तमित्यर्थः। ful सत्यधर्ममार्ग में तत्पर,perserving in true pure. way. सम्यक्चारित्रम्, सम्मचारित्त, नपुं० उत्तम चारित्र, सम्यगनेकान्तः, सम्मगणेकंतो, पुं० अस्तित्व-नास्तित्व सर्वसावध योग रहित चारित्र, good char के स्वरूप का निरूपक सिद्धान्त, thought acter, all kind of yogaless, charac of both kind. ter, without loveless character, • सम्यगर्थवान्, सम्मगत्थवं, वि० समर्थवान, powरागादि परिहरण रूप चारित्र। erful. सम्यक्दर्शनम्, सम्मदंसणं, नपुं० उचित श्रद्धान, वस्तु सम्यगाचारः, सम्मगाचारो, पुं० समीचीन चारित्र, तत्त्व के प्रति पूर्ण श्रद्धा, good respect. good character. सम्यक्त्वम्, सम्मत्तं, नपुं० तत्त्वश्रद्धानभाव, सम्यगागमः, सम्मगागमो, पुं० आप्तोपज्ञो ग्रन्थः, समाचतीत्येव हि सम्यगस्ति, तत्त्वं तु सद्भाव good book who thought of god. fat giftst: Icustom of good respect, सम्यगेकान्तः, सम्मगेकंतो, पुं० एक देश की good respect, • सम्यक् पना, सं अञ्च प्रामाणिकता वाला कथन, saying of one तद्भावस्तत्त्वम्। custom of good council. For Private and Personal Use Only
SR No.020646
Book TitleSanskrit Prakrit Hindi Evam English Shabdakosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2011
Total Pages622
LanguageSanskrit, Hindi, Prakrit, English
ClassificationDictionary
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy