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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कृत-प्राकृत-हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश 1497 श्रमणसूक्तं, समणसुत्त, नपुं० श्रमण सम्बन्धी विचार, thought of sages. श्रमहन्तार, समहंतार, वि. थकान दूर करने वाला, hard exertness. श्रमणाचारः, समणायारो, पुं० संयत के आचार-विचार, religious mendicant thought. श्रमणाधारः, समणाहारो, पुं० श्रामणों का अवलम्बन, supporting of sages. श्रमणिडा, समणिडा, स्त्री० श्रमणी, सन्यासिनी, a female devotee. श्रमभारः, समभार, पुं० थकावट, थकान,exertion. श्रमलवः, समलसो, पुं० पसीने की बूंद, drop of ____exertion. श्रमपारिषातित, समपरिसाइअ, वि० प्रस्वद युक्त, ___exertionful. श्रमहा, समहा, वि० श्रमहीं, थकान दूर करने वाली, taking away of exertion. श्रमणाभासः, समणाभासो, पुं० संयत होता हुआ भी वस्तु तत्त्व से प्रति अश्रद्धानी, sage's some known. श्रमणी, समणी, स्त्री० साध्वी, आर्यिका, भिक्षुणी, सन्यासिनी, female mendicant. श्रमनीरनिर्झरः, सम-णीर-णिज्झरो, पुं० स्वेद जल पुर, पसीने की धारा, fallen of exertion. श्रमारम्भः, समारंभो, पुं० स्वेद जल, water of exertion perspiration. श्रमी, समी, स्त्री० परिश्रमी, labouring. श्रम्भ, संभ, अक० उपेक्षक होना, असावधान होना, उपेक्षा करना, लापरवाह होना, to be care less, to be negligent. श्रयः,सओ, पुं० [श्रि + अच],शरण,आश्रय, आधार, सहारा, refuge, shelter, protection. श्रयणं, सयणं, नपुं० [श्रि + ल्युट्] शरण, सहारा, __ आश्रय, आधार, protection, support. श्रणीय, समणिज्ज, वि० ग्रहण करने योग्य, tak श्रवणः, सवणो, पुं० कर्ण, कान, ear. श्रवणं, सवणं, नपुं० सुनने की क्रिया, the hypot_enuse of a triangle, fame, glory, . ख्याति, प्रसिद्धि, कीर्ति, अध्ययन, study. श्रवणकुमार, सवणकुमारो, पुं० एक मातृ-पितृ भक्त कुमार, respected work. श्रवणकार्यः, सवण-कज्जो, पुं० सुनने का कार्य, ___hearing work. श्रवणगत, सवणगअ, वि० कर्णभाग को प्राप्त हुआ, gone of ear part. श्रवणगोचर, सवणगोयर, वि० कर्णभाग में समाहित, within the range of hearing. श्रवणगोचरः,सवण-गोयरो, पं० सुनाई देने की सीमा, ear shot. श्रवणपथः, सवण-पहो, पुं० कर्णपथ, the way of ear. श्रवणपथागत, सवण-पहागअ, वि० कर्णभाग का आया हुआ, come of ear way. श्रवणपालिः, सवणपालि, स्त्री० कर्ण भाग, कान का हिस्सा, ear part. श्रवणपूरः, सवणपूर, पुं० कर्ण से उत्पन्न, कर्णपथ। श्रवणसम्भव, श्रवणपूरमुपेत्य विलासिनी, हृदयमाशु ददावकनाशिनी। (जयो० 978), way of ear. श्रवणविषयीकृत, सवण-विससीकिअ, वि० कर्ण प्रान्त गत, gone of ear part. श्रवणशील, सवणसील, वि० सुनने वाला, hear ing. श्रवणसन्निहित, सवण-सण्णिहिअ, वि० कर्णप्रान्त में समाहित, in the ear part. श्रवणसुभग, सवण-सुभग, वि० सुनने में बुरा, pleasing the ear. श्रवःस्रुचः, सवसुच, पुं० कर्णपात्र, ear-pot. श्रवस्, सव, नपुं० [श्रु + असि] कर्ण, कान, ear,. ख्याति, प्रसिद्धि, fame,glory,• धन, वैभव, wealth. श्रवसोस्तृप्तिः, सवसोतित्ति,स्त्री० कर्णतृप्ति वदत्यपि जनस्तस्यै श्रवसोस्तृप्तिकारणम्।happiness, hearing. ___able. श्रवः, सवो, पुं० [श्रु + अप्] सुनना, श्रवण करना, hearing. For Private and Personal Use Only
SR No.020646
Book TitleSanskrit Prakrit Hindi Evam English Shabdakosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2011
Total Pages622
LanguageSanskrit, Hindi, Prakrit, English
ClassificationDictionary
File Size18 MB
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