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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आना, अमत्तमिव देना फैलाना विसरः ( 1122 ) गमन करना (सभी अर्थों में), पीछे जाना, ध्यान देना, / कार्य को करने के लिए) उन्मुख होना, इच्छुक होना, पैरवी करना 2. पहंचना, (अपने को) पहुँचाना-पूर्वो- न मे उचितेषु करणीयेष हस्तपादं प्रसरति-श० 4, द्दिष्टामनुसर पुरीम् -- मेघ० 30, तेनोदीची दिशमनु- प्रसरति मनः कार्यारम्भे 7. छा जाना, आरम्भ करना, सरेः-५७ 3. अनुशीलन करना, पार करना (प्रेर०) उपक्रम करना प्रससार चोत्सव:- कथा० 16185 1. अग्रणी होना - वायुरनुसारयतीव माम् - राम० 8. लम्बा होना, दीर्घ होना विक्रम० 3 / 221. मज2. पीछे चलना, अप.-, 1. अलग होना, बूत होना, प्रबल होना-प्रसततरं सख्यम् - दश०, निवृत्त होना, वापिस लेना - यदपसरति मेषः 10. (समय) बिताना, (प्रेर०) 1. फैलाना, बिछाना कारणं तत्प्रहर्तम-पंच० 3 / 43 2. ओझल होना --- भट्टि० -10144 2. बिछाना, विस्तार करना, अन्तर्धान होना (प्रेर०) भिजबाना, पहुँचाना, हटाना, (हाथ आदि) फैलाना--कालः सर्वजनान् प्रसारितकरो वापिस हटना, दूर हांक देना-अपसारय धनसारं गृह्णाति दूरादपि पंच० 2 / 20 3. फैलाना, बिक्री के -काव्य० 9, मनु० 7.149, अभि-1. जाना, लिए खिलाना-क्रेतारः क्रीणीयुरिति बुद्धधापणे पहुँचना-कि० 8 / 4 2. मिलने के लिए जाना या प्रसारितं ऋय्यम - सिद्धा०, मन० 51129 4. चौड़ा बआगे बढ़ना (किसी नियत स्थान पर), नियत करके करना, (आँखों की पुतली को) फैलाना 5. प्रकाशित मिलना-सुन्दरीरभिससार--का० 58, शि० 6 / 26 करना, ढिंढोरा पीटना, प्रचारित करना, प्रति .. , 3. आक्रमण करना, हमला करना, (प्रेर०) नियत 1. वापिस जाना, लौटना 2. धावा बोलना, चढ़ करके मिलना, मिलने के लिए आगे बढ़ना वल्लभा- आना, आक्रमण करना, हमला करना-दत्यः प्रत्यसरनभिसिसारयिषूणाम्-शि० 1120, कि० 9 / 38, देवं मत्तो मत्तमिव द्विपम् - हरि० (प्रेर०) पीछे की सा० 10 115, उद-(प्रेर०) दूर भगाना, निकाल ओर केलना, बदल देना कनकवलयं त्रस्तं रस्तं देना, उप-, 1. पास जाना, पहुँचना,--रघु० 19 / 16 मया प्रतिसार्यते -- श० 3 / 13, वि फैलाना, विस्तृत 2. सजग रहना, दर्शन देना-कैलासनाथमुपसृत्य निव- होना, प्रसृत होना-चक्रीवदङ्गरुहधूम्ररुचो विसनुः समाना-विक्रम० 13 3. चढ़ाई करना, आक्रमण -शि० 5 / 8, 9 / 19, 37, कि० 1053 (प्रेर०) करना 4. आपसी मेल-जोल करना, निस--, 1. चले 1. फैलना, बिछाना 2. व्याप्त होना, सम्–1. फैलना जाना, बाहर निकलना, खिसक जाना, निकलना 2. हिलना-जुलना 3. मिलकर जाना या उड़ना -बाणः स्वरकार्मुकनिःसृतेः-राम०, इसी प्रकार 4. जाना, पहुँचना-पापान संसत्य संसारान् प्रेष्यतां -वसुधान्तनिःसृतमिवाहिपतेः-शि० 9 / 25 2. बिदा यान्ति शत्रुषु-मनु० 12170, (प्रेर०) 1. ऊपर फैलाना होना, कूच करना-मनु० 6 / 4 3. बहना, पसीजना, 2. घुमाना, चक्कर देना-जन्मवृद्धिक्षयनित्यं संसाररिसना-यो हेमकुम्भस्तननिःसृतानां स्कन्दस्य मातुः यति चक्रवत्--मनु० 12 / 124 / पयसां रसशः-रघु० 2 / 36 (प्रेर०) हांक कर दूर | सकः [ सृ+कक ] 1. हवा, वायु 2. बाण 3. बज्र करना, निष्कासित करना, बाहर निकाल देना, परि-, 4. कमल, कैरव / चारों ओर बहना-वनं सरस्वती परिससार-ऐत०, | सकण्डु (स्त्री०) [ सृ / विवप्, पृषो० तुक न, सृ+ कण्डु परिसरापः-महा० 2. चक्कर काटना, घूमना क० स०] खुजली। प्रदक्षिणं तं परिसत्य-भाग०, (परिपतति- के स्थान | सृकालः [ स+कालन् ] दे० 'शृगाल'। पर परिसरति-पाठान्तर) शिखी भ्रान्तिमद्वारियन्त्रम् -मालवि० 2 / 13, प्र--, 1. बह जाना, झरना, उदय सृक्कम्, सक्कणी, सृक्कन् (नपुं०) सज्+कन्, कनिन्, होना, प्रोद्गत होना-लोहिताद्या महानद्यः प्रसस्रुस्तत्र | सृक्किणी, सृक्किन् (नपुं०), सक्वम्, (क्वनिप् षा] मुंह का जासकत्-महा० 2. आगे जाना, आगे बढ़ना - वेला (किनारा सक्विणी सुक्वणी, सृक्वन् (नपुं०), सृक्विणी,) परिलेलिहन्-पंच० निलाय प्रसता भुजङ्गाः---रघु० 13 / 12, अन्वेषण सृक्विन् (नपुं०) प्रसूते च मित्रगणे-दश 3. फैलना, चारों ओर सृगः [ सृ+गक् ] एक प्रकार का बाण या नेजा, भिदिफलना-कृशानः किं साक्षात्प्रसरति दिशो नैष नियतम पाल। -काव्य. 10, प्रसरति तृणमध्ये लब्धवृद्धिःक्षणेन (दवाग्निः )-ऋतु० 1125 4. फैलना, छा जाना, सृगालः [ सृ+गालन् ] दे० 'शृगाल' / व्याप्त होना-प्रसरति परिमाथी कोऽप्ययं देहदाहः | सृझ्का (स्त्री०) रत्नों या मणियों से बना हार, मणियों की -मा० 1241, भित्वा भित्वा प्रसरति बलात्कोऽपि जगमगाती लड़ी। तोविकार:-उत्तर० 3336 5. बिछाया जाना, विस्तार सृi (तुदा० पर० सृजति, सृष्ट ] 1. रचना करना, करना-न मे हस्तौ प्रसरतः-श. 2 6. (किसी पैदा करना, बनाना, प्रसव करना, जन्म देना-अपन For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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