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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org प्रस्तावना Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आराधना.. • ऋषिमंडल स्तोत्र - भावार्थ, यंत्र, आम्ना, मंत्रभेद सकलीकरण, उत्तरक्रिया, विधिविधान, ध्यानस्मरण, पूजा, आदि विषय सहित पाठकों के हाथमें है । इस पुस्तक में जहां तक हो सका है स्पष्टीकरण किया गया है । फिरभी मंत्रशास्त्र जैसे विषयमें मैं निष्णांत नही हूं, इसलिये त्रुटियां रहजाना सम्भव है । मंत्रका विषय मामूली बात नहीं है, इस विषय में तो जो निपुण होते हैं वही इसका सम्पूर्ण भेद पा सकते हैं । मेरेमें इतनी योग्यता नही है, लेकिन ज्ञानीयोंकी कृपासे जो कुछ संग्रह कर पाया हूँ वही पाठ सामने है, इसमे मेरा कुछभी नही है, जो कुछ आप देखेंगे पूर्वाचार्योंकी कृतियोंसे उद्धृत किया हुवा पावेंगे, साथही उन पूर्वाचार्योंका कि जिनको कृत्तियोंमेंसे बयान लिया गया है उनका व उन पुस्तकोंके प्रकाशकोंका आभार मानता हूँ । I वर्तमानकी समाजमें मंत्रशक्तिपर विश्वास और अविश्वास करने वाले कम नहीं हैं । साथही मंत्रबलके प्रभावसे कठिन कार्योंकी सिद्धि हो जानेके उदाहरणभी बहुतायतसे प्राप्त होते हैं, जिनको देखते मंत्रबलके लिये किसी तरहकी शंका नही रहती । For Private and Personal Use Only
SR No.020611
Book TitleRushimandal Stotra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandanmal Nagori
PublisherSadgun Prasarak Mitra Mandal
Publication Year1940
Total Pages111
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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