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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( १६८ ) लेकिन हफ, स क अज और जय मिलकर कुलक्षेत्र प्रद य ब को जो अब पर का बर्ग है बनाते हैं इसलिये अव परका बर्ग बराबर हुआ अस और सप परके बों ओर अस और सब के हुने धरातल के फल-इसलिये अगर कोई सीधोरेखा आद्योपान्त-यही सावित करना था अनुमान-इस साध्य के सुबू से साफ जाहिर है कि वर्ग क्षेत्र के कर्ण के गिर्द के समानान्तर चतुर्भुज भी वर्गक्षेत्र होते हैं टि. १-इस साध्य को इस तरह पर भी साबित करते है अब पर अद य ब वर्ग बनाओ और अफ,दज और यह बराबर बस के काटो और सफ, फज, - ज ह और इस मिलाओ चंकि त्रिभुज असफ, द फज, य ज ह और बहस में भुज अफ, जद, हय और स ब यापस में बरावर और सुज सअ, फद, जय और हब यापस में बराबर हैं और कोग अ, द, य और ब पर समकोन हैं इसलिये चारों त्रिभुज सब तरह ग्रापस में बराबर हैं यानी अाधार सफ, फज,जह और इस आपस में बराबर और कोन असफ, द फज, य ज ह और बहस आपस में बराबर और कोन अफ स, दज फ, य ह ज और बसह कापस में बराबर हैं (१-सा०४) इसलिये चारों त्रिभुज मिलकर त्रिभुज अस फ के चौगुने है यानी अस और सबके धरातल के दूने हैं (१-सा-४१) का टिम्पन देखो अब चंकि कोन असफ बराबर है कोन ब ह स के इसलियेकोनअसफ और वसाह मिलकर बराबर है कोन बहस और बस ह के लेकिन कोन बहस और बस ह मिलकर एक समकोन हैं (१-सा-३२) इसलिये कोन असफ और बस ह मिलकर एक समकोन हैं और कोन फ स ह एक स मकोन है (१-सा-१३) इसी तरह साबित होसक्ता है कि कोन सफज, फजह और ज ह स में से हरएक समकोन है इसलिये फ सजह क्षेत्र समकोन चतुभुज है और उसकी सुन स फ़, फज, म ह और हस आपप्स में बराबर हैं इसलिये स फ जहवर्ग है और बरावर है अ स और अफ परके वर्गों के यानी अस और सब परके वर्गों के ( १-सा-४७ ) इसलिये For Private and Personal Use Only
SR No.020605
Book TitleRekhaganit
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaram Babu
PublisherAtmaram Babu
Publication Year1900
Total Pages220
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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