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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( १०८ ) चूँकि दह और यक और अब आपस में समानान्तर हैं ( मा० ३० ) इसलिये कोन सय क और यद ह और दफ यपस में बराबर हैं (सा० २६) गौर चूंकि सक, यह और दफ व्यपस में समानान्तर हैं (सा० ३० ) इसलिये कोन यसक, दय ह और अदफ सब व्यापस में वराबर हैं ( मा० २६ ) योर यस, दय और अ द बराबर बनायी गई हैं इसलिये य क, दह और अफ व्यापम में बराबर हैं (सा० २६) चुकिय क बरावर के र जब के (सा० ३४ ) इसलिये जब. बराबर है फ ज फज और अफ व्यापस में बराबर हैं द ह अभ्यास Q ( १२० ) अगर किमी चतुभुज के दो भुज समानांतर हों और बाकी दो भुज बरावर हों लेकिन समानांतर नहीं तो उनके ग्रामने सामने के हर दो कोन मिलकर बराबर दो समकोन के होंगे ( १२१ ) ग्रगर समानांतर चतुर्भुज के ग्रामने सामने के कोनों को मिलाने वाली रेखा उन कोनों के दो दो बराबर हिस्से करे तो उस समानांतर चतुर्भुज के चारों भुज व्यापम में बराबर होंगे (१२२) दिये हुए बिंदु से एक ऐसी रेखा खींचो कि उसका वह हिस्सा जो दी हुई समानान्तर रेखायों के बीच में हो एक दो हुई लंबाई काहो (१३३) सीधी रेखा जो किसी समानान्तर चतुर्भुज के दो ग्रासन्न कोनों के दो दो बराबर हिस्से करती है समकोन बनाती हुई एक दूमेरी को टती है ( १२४ ) समानान्तर चतुर्भुज के आमने सामने के कोनों को दो दो वरावर हिस्सों में बांटने वाली सीधी रेखा या तो समानान्तर होती हैं या एक दूसरी को एक लेती हैं (१२५) अगर किसी समानान्तर चतुर्भुज के कर्ण व्यापस में बराबर हों तो उसके सब कोन भी आपस में बराबर होंगे (१२६) रोमा बिंदु दर्याकृत करो कि अगर उससे दो दी हुई रेखाओं पर लंब गिराये जायें तो वह लंत्र दो दी हुई सीधी रेखायों के बराबर और यह भी बतायी कि ऐसे कितने बिंदु दर्याकृत होसके हैं १२७ ) एक ऐसी सीधी रेखा खींचो जो एक सीधी रेखा के बराबर हो और दूसरी सौधी रेखा की समानान्तर हो और उसके सिरे दो दी हुई मीबी रेखाओं पर हों वसः १२८) समानान्तर चतुर्भुज अ प सद क अब, और सद भुजों विभु इस तरह बनाये गये हैं कि बस पर उस तरफ जिचतुर्भुज है और न और स द पर सामने की तरफ में घर समान लो साबित करो कि अ ब और स द पर के त्रिभुजोंको शीर्ष कोनों की टूरि बां उस विभुजके शीर्षसे जो वस पर बनाया गया है अलग २ बराबर है For Private and Personal Use Only
SR No.020605
Book TitleRekhaganit
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaram Babu
PublisherAtmaram Babu
Publication Year1900
Total Pages220
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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