SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 97
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra श्रो ] www.kobatirth.org - न० नींद का भोका पु० [ पडावयु टगटग-२५० निर्निमेष श्र० एकटक छोडी - ५० धक्का पु• टगरमगरम निर्निमेष श्र० एकटक झोड- 1० पुराना पेड़ जिसमें भूत का डर शुभगु-वि० अस्थिर अ० मनकूला टय-वि० उच्च कोटि का वि० ऊँचे दर्जे का; फौरन कहा जाता हो टथडडी - स्त्री० चपटी स्त्री० - सोलवु - ५० (४० झूलना ५० क्रि० elect जोन० झला पु०; टोली खोज - सहि० फूला देना स० क्रि० ઝોળવુ -સક્રિ श्रोणा - स्त्री० झोली स्त्री० थैला; बालक ર का झूला - स०० झोंकना स० क्रि० छोट-स्त्री० खरोंच स्त्री० g - स०० हँसकर खाना स०क्रि० Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir टय। - ५० घाव पु० जख़्म टयली मांगणी - स्त्री० द्विगुनी स्त्री० टयाउ - वि० छिछोर वि० सनकी टयडु - वि० अत्यन्त लघु वि० बहुत छोटा [ ट ] टटवु-10 टट्टू पु० खच्चर टेस्ट-२५० टकटक करना घड़ी आदि को टट-२०४०कष्ट देना अ० क्रि० तक. आवाज ०; एकटक टडवु - स० ४० टिकना स०क्रि० टाउ - वि० स्थायी वि० टिकाऊ; मजबूत रडाव-पु० टिकाव पु० मजबूती रहे। - ५०० तीन पैसा पु० रुपया, सौ की गिनती टेरा टचका पु०; छोटा प्रसंग लीफ देना; लटका रहना टटार - वि० अटल, खड़ा रहना वि०; अक्कड़ टट्टी-स्त्री० टाटा पु०; पाखाना टहु - पु०न० टट्टू पु० खच्चर टटकावु - स० ४० धमकाना स० क्रि० डरा टण्डे/-५०० क्रोध आता पु० गुस्सा आना टनटन-म० घंटी की आवाज प्र० 24- अ० झटपट अ० फौरन ४२-स्त्री० टोकरी स्त्री० डलिया ट|रमानु- न० नगारे बजाने की जगह स्त्री० ० नक्कारखाना टावु - स०ड० टिकोरा मारना स०क्रि० रडारा - ५०० टिकोरा पु० २- स्त्री० ठोकर स्त्री०; भिड़न्त टपडवु - अ०१० टपकना अ० क्रि० प्रहार लव ०० बूंदें पड़ना म०क्रि० For Private and Personal Use Only
SR No.020601
Book TitleRashtrabhasha Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahityaratna
PublisherVora and Company Publishers Limited
Publication Year1950
Total Pages221
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy