SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 40
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ४५ भार]. [४॥ माघर-म०वि० प्रस्थान करना सोसा२-पु. भय पु० खौफ अ० क्रि० रवानगी भाग-स्त्री० पराजय स्त्री शिकस्त मोदी-पु० पद पु. श्रोहदा गली-कूचा भोप- शुति स्त्री० नूर मागम-स्त्री० परिचय पु० जानपहिचान माला-स्त्री. पीड़ा स्त्री० दर्द माणम-स०३० जानना स० क्रि० सास-स्त्री कार्यालय पु० दफ्तर पहिचानना भार-वि० अन्य पु० गैर; अनोखा भागव-२०. बुरी रीतिसे के भारत-स्त्री० नारी श्री. औरत लेना स० क्रि०, छिपाना भारता-पु. खेद पु. रंज मे -पु० घर पु० मकान ? मोरनी-स्त्री० बुवाई स्त्री. भोगम-स. 8० लाँघना स० क्रि० भोर-स . बोना स० कि. माणु-वि० क्षुद्र वि• कमीना मारवा-पु कोड़ स्त्री. गोद या-धु० प्रतिबिंब पु० परछाई मारणा-वरंग स्त्री. बहर | [ ] मार-१० निकट वि० नजदीक माथित्य-10 उचितता स्त्री० वाजिबी मारव-स. 18. बुझाना स० क्रि० साहाय-न० उदारता स्त्री० मेहर मोबाइ-स्त्री० सन्तति स्त्री. औलाद माधोगि-१. उद्योग संबंधी वि. मालियु-वि० उदार वि० रहमदिल सारस-1० सन्तान स्त्री० औलाद मौवार-न०आशीर्वाद देनेकी एक रीति राति आषध-पु० ओषधि स्त्री० दवा मापा-तट पु० किनारा मोवा -स. . आरती उता- | [] रना स. क्रि० ४४३तु-वि० तप्त पु० गर्म सोश-स्त्री. वक्षस्थल पु० सीना ४४३५०-वि• दृढ़ पु० मजबूत मोट-पुं० अधर पु० होंठ ४४७१८-पु. वेग पु० झपाटा मोस-Y० ओस स्त्री० शबनम | 30-१० कठोरतासे वि० सख्तीसे मास-न० ओषधि स्त्री० दवा-दाहरु-वि० कठोर वि• सख़्त सासवj-सा पानी नितारना स०क्रि० ४४ा-न० अाह्वान पु० पुकार सोसवा- 1080 भापमें अन्न -2018 व्याकुल होना अ०क्रि० सिजाना अ० कि० घबराना For Private and Personal Use Only
SR No.020601
Book TitleRashtrabhasha Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahityaratna
PublisherVora and Company Publishers Limited
Publication Year1950
Total Pages221
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy