SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 27
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मासासी] [मा २माशवाणी-स्त्री. देववाणी स्त्र. मागासी-स्त्री. भविष्यकी सूचना स्त्री २मक्षा-स्त्री० अभिलाषा स्त्री० तमन्ना मागिया-पु. जुगनू पु० मान-० श्रद्धा मागेवान-, नेता पु. सरदार माति-स्त्री० आकार पु० शकल पीछ-० अंगरखेके दोनों ओर भयु-१० धावा पु० हमला के भाग पु० २४-10 विलाप पु० रोना यायल-० हठ पु० जिद्द म.क्षे५-५० आरोप पु० इलज़ाम मा -वि० दूर पु० अगल आम-40 ठोकर खाना अ० माधरे! पु. श्राग्रह पु० जिद्द स.डी-स्त्री० बाधा स्त्री० रुकावट आपात-पु० संघात पु० चोट मनौती आधु-१० दूर पु० अलग सापर-स्त्री० अन्त पु. अखौर आय४ी-स्त्री० तंगी स्त्री० कठिनाई मामा-पु. अत्तत पु०; अनाज माय२३५२-वि० फुटकर सामान पु. समु-५० मूषक पु० चूहा साय२९-१० चरित्र पु० चालचलन; सामु-वि० संपूर्ण पु० तमाम व्यवहार आमे५-५० यात्रा स्त्री० मुसाफिरी। आया२-पु. पाचरण पु. चाल चलन आभ्या-स्त्री. नाम पु० माया२०४-- आचार्य पु० पाण्यान-10 कथा-वृत्तान्त पु० । मायाय- प्रधान शिक्षक पु०पुरोहित किस्सा आ२७६४-वि० ढक्कन पु. साग-स्त्री. अग्नि स्त्री० श्राग माहित-वि० छाया हुआ पु० आगाडी-स्त्री. रेलगाड़ी स्त्री० माछ-स्त्री० छाछका पानी पु० मागतारवागता-स्त्री०पाहुनाचारी स्त्री० मातु-वि० भोला पु० नादान मागमय, आगमन--21०पहलेसे ही श्र० आधु-वि० पतला पु०; थोड़ा भाग--वि० पहलेका वि० मान-भ--24० जीवनभर अ. भाग-40 आगे अ० । ताजिन्दगी आगन्तु४-५० यात्री पु• मुसाफिर सासम-वि० माननीय पु० श्राजम मामामान-५० खोजोंका धर्मगुरु पु० माग२-० उपद्रव पु० बगावत साभाभी-वि० भविष्यका वि० भागेका आगरी-२० रोगी पु० मरीज़ आगार-न० गृह पु० घर २७-स्त्री. नानी स्त्री. For Private and Personal Use Only
SR No.020601
Book TitleRashtrabhasha Shabdakosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahityaratna
PublisherVora and Company Publishers Limited
Publication Year1950
Total Pages221
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy