SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 472
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २० धन्वन्तरीयनिघण्टुराजनिघण्टुस्थशब्दानां करवडादिः --अत्यम्लपणीकर्कटकिनी-दारुहरिद्राकर्चरम १४४ करवीरकः-उपविषम् कर्कटसृङ्गिकः-४३७ कर्चुर-कर्चुरम् करवीरकः--करवीरः कर्कटसृङ्गि-४३५,४३५,४३७, . ४४० कर्णजलका ४०४ करवीरकन्दः-तेलकन्दः कर्कटशङ्गी-शृङ्गी कर्णपूरकः----अशोकः करवीरभुजा–आढकी ककेटः ५२,२८२ कर्णपूरकः—कदम्बः करवीरः१३४ कर्कट:-कोशस्थाः कर्णविश:-मत्स्यः करशाखाः--अङ्गल्यादीनि कर्कट:--बिल्वः कर्णसमीपः-शङ्खः करहाटकम्---पद्ममूलम् कर्कटावया—शङ्गी कर्णस्फोटा ३३३ करहाट:---मदनः कर्कटावः-बिल्वः कर्णः-श्रवणम् काहाट:--महापिण्डी कर्कटिका---४३५ कर्णाटी--विश्वग्रन्थिः करः-उत्सनादीनि कर्कटिका-पुसम् कर्णाभरणक:-आरग्वधः करः-हस्तः कर्कटी ४१,४२४ कर्णारिः-अर्जुनः कराम्लम्-करमदकम् कर्कटी ४२८ कर्णिका३८९ कराम्ल:--करमर्दकम् कर्कटी-उर्वारुः कर्णिका-अग्निमन्थः कराल:—शालुकः कर्कटी-एर्वारुः कर्णिका-काकोली कराला-करटः कर्कटी—घोण्टा कणिका–तरणी कराला:-करटः कर्कटी-चिर्भटम् कणिका-यूथिका करिकणा-चविका कर्कटी-जीमूतकः कणिकारः ५३ करिकणा---श्रेयसी कर्कटी-हस्तिपर्णी कर्णिकारः ४३७ करिणिका-चविका कर्कन्धुकम्व दरम् कणिकार:--आरग्वधः करिणी-हरिणी कर्कन्धः ४२३ कर्णिकारः—गणेरुका करिपत्रम्---तालीसकम् कर्कन्धः --बदरम् कणिः---गणेरुका करिल्लका--करका कर्कफल:-कर्कट: कर्णी-४२८ करिशावकः—हस्ती कर्करदला-दग्धा कर्णी-आरग्वधः करीरग्रन्थिल:-करीरः द:--पटोल: कर्णी-द्रवन्ती करी- हस्ती कर्कशदला—दग्धा कर्तरी–४२६ करीरम्-४२६ कर्कशम्-४३७ कर्ता-वायुः करीरम्—करीरः कर्कश:---कासमर्दः कर्दमी-मुद्गरः करीरः१८९ कर्कशा-वृश्चिकाली कर्पराल:-आक्षोडः करीरः-वंशाग्रम् कर्क:-कर्कट: कर्परिकातुत्थम्-तुत्थम् करीरः-शतकुन्दः कर्कः-घोटः कपरीतुत्थकम्तु त्थम् करुणी ३७० कारूकः---४३५ कर्परीतुत्यम्-तुत्थम् करुहाः—केशः कर्कारुः-४३६ कासी-कार्पासी करेणु: हस्ती कर्कोटकः --इक्षुः कर्पूरकः-हिमम् करेवरः-तुरुष्कः कर्कोटकी ४४ कर्पूरतैलम् ३८७ करोटि:-शरीरास्थ्यादीनि । कर्कोटकी-कोशातकी कर्कगुग्गुलुः ४३० कर्कोटकी-धामार्गवः कर्पूरमणिः ३७७ कर्कटक:--कर्कट: कर्कोट:--सर्पः कर्पूरः १०१ कर्कटाह्नः-तन्तुवायादयः कर्कोटिक-कृष्माण्डिकाः कर्पूरः-इन्दुः For Private and Personal Use Only
SR No.020593
Book TitleRajnighantu Ssahito Dhanvantariya Nighantu
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHarinarayan Aapte
PublisherAnandashram Mudranalay
Publication Year
Total Pages619
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy