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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org कोररणावटी कोरगावटी - ( ना० ) राजस्थान में जोधपुर जिले का एक प्रदेश | मारवाड़ का एक प्रदेश | कोरणी - ( ना० ) १. पत्थर, काष्ठ श्रादि को कुरेद कर बनाये जाने वाला बेल बूटे का काम | तक्षरण | नक्काशी । संगतराशी । २. कोरने का औजार । छेनी । ३. कोरने की कारीगरी । निपुणता । ४. कोरने की ( २५८ ) उज्रत । करणी करणी-दे० कोरणो । कोरणो- ( क्रि०) १. चित्र बनाना । २. नक्काशी करना । तक्षरण करना । कोपारण- (वि०) मांड लगा हुआ (वस्त्र) । कोरम - ( न० ) १. कूर्म । कच्छप । २. सभा का काम शुरू करने के लिये आवश्यक मानी हुई सदस्य संख्या । कोरमो - ( न०) १. मूंग, मोठ आदि द्विदल धान्य को दल करके उसमें का अलग किया हुआ महीन चूरा । दाल का चूरा । मिस्सा | खुद्दी । २. एक प्रकार का मांस भोजन । कोरंभ - (०) १. कच्छप । कूर्म । कछुप्रा । २. कच्छपावतार | कोराई - ( ना० ) १. पवित्रता । २. चतुराई । ३. आडम्बर । ४. रूखापन । ५. तक्षण कार्यं । नक्काशी । ६. तक्षण की मजदूरी । कोरी - (वि०) १. उपयोग में नहीं लाई हुई । नई । अछूती । २. सिर्फ । मात्र । ३. व्यर्थ की । बेमतलब की । थोथी । ४. खाली हाथ । असफल । ५. रूखी- लूखी । ६. निखालिस | बेदाग । ( ना० ) कच्छ राज्य का सिक्का । I 1 कोरो- (वि०) १. काम में नहीं लाया हुआ । न बरता हुआ । नया । अछूता । २. रूखा । लूखा । ३. सादा । कोरा (कागज आदि) ४. खाली हाथ । असफल । ५. सिर्फ । मात्र । ६. व्यर्थ का । बे मतलब का । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ७. थोथा । फालतू । ८. बेदाग । कोरो-कट - (वि०) बिलकुल नया। समूचा कोरा । कोरो-मोरो - ( क्रि०वि०) खाली । यों ही । बेमतलब । फालतू । खाली हाथ । कोर्ट - ( ना० ) न्यायालय । कचहरी । कोर्ट फीस - ( ना० ) कोर्ट के केस के खर्च की सरकार में भरी जाने वाली रकम । रसम । कोळ - ( ना० ) बड़ी जाति का एक चूहा । घूस । कोलक - ( ना० ) मिर्च । कोळरण - ( ना० ) १. कोळी की स्त्री । २. कोळी जाति की स्त्री । कोळा मरण - ( ना० ) दूर वर्षा के वे बादल जो ठंडे पवन के साथ उड़ कर आते हैं । कोलायत - ( न० ) बीकानेर से ५० किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम में कपिल मुनि का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान । कोलाळी - ( न० ) १. कुम्भकार । कुम्हार । कोस २. ब्रह्मा । ३. उल्लू । कोळी - ( न०) १. एक जाति । २. इस जाति का मनुष्य । ३. खाद्यान आदि अंजली में रख कर देवता को अर्पण करने की क्रिया । ४. हाथ और काँख में उठाया जा सके जितना घास आदि का गट्ठा। पूळी । ५. कवल । ग्रास । कोलेज - ( न० ) महाविद्यालय । कोश - दे० कोस । For Private and Personal Use Only कोशकार - (To) शब्द कोश बनाने वाला । कोशल- दे० कोसळ | कोशल- नंदन- दे० कौसळनंदरण । कोशला - दे० कोसळा । कोशाध्यक्ष - ( न०) खजानची । कोस- ( न०) १. दो मील की दूरी का माप । गाऊ । गव्यूत । २. दो मील की दूरी ३. खजाना | कोष । ४. वह ग्रन्थ जिसमें शब्द और उनके अर्थं दिये गये हों ।
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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