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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कछोटो ( १९.) कटपो कछोटो-(न०) १. छोटी धोती । घुटने की कजी करणो- (मुहा०) १. हराना । ऊपर की धोती । कछोटा । २.जांघिया। परास्त करना। २. लाचार बनाना। कछोरू-(न०) कुपुत्र । कपूत । ३. तैयार करना। कज-(न०) १. काम । काज । कार्य। कजी होणो-(मुहा०) १. तैयार होना । २. केश । ३. ब्रह्मा । (क्रि०वि०) लिये। २. सम्हलना। ३. लाचार होना । हेतु । निमित्त । __४. परास्त होना । हारना । कजळी-(ना०) १. अंगारे के ऊपर की कजै-दे० कजि । राख । २. पारा और गंधक को शामिल कजोग-दे० कुजोग । पीसकर बनाई हुई बुकनी । ३.एक जंगल। कजोड़-दे० कुजोड़ । कजळीजणो-(क्रि०) अंगारे के ऊपर राख कजोड़ो- दे० कुजोड़। जमना । कज्ज-(न०) १. काम । काज । २. सम्प्रकजस-दे० कुजस। दान कारक का एक चिह्न। लिये, वास्ते कजा-(न०) १. मौत । मृत्यु । २. प्राफत । आदि । विपत्ति। कट- (ना०) १ कटि । कमर । २. कटा कजाक-(वि०) १. मारने वाला। २. लुटेरा। हुग्रा टुकड़ा । ३. कटने की क्रिया। ३. आततायी। ४. शत्रु । ५. योद्धा। ४. कपड़ा, बाल प्रादि की कटाई । ६. भयंकर । ५. नमूने की कटाई। ६. मसाले, चीनी कजाकी-(वि०) १. दुष्ट । २. प्राततायी। आदि डाल कर बनाया हुआ इमली का ३. नीच । कुत्सित । पानी । ७. शव । क जाणा-(अव्य०) न जाने | क्या जाने । कटक-(ना०) १. सेना । फौज । २. दल। कइ ठा। समूह । ३. नितंब । चूतड़ । ४. उड़ीसा कजात-दे० कुजात । प्रान्त का एक नगर । ५. सेंधा नमक । कजावो-(न०) १. कुम्हार का बरतन, ईंट कटकट-(10) दाँतों से बजने का शब्द । अादि पकाने का भट्टा । निमाड़ो। पजावो। कटकड़ो-(न०) विविध प्रकार की भाँतों २. ऊंट, गधे आदि पर रखा जाने वाला (चित्रकारी) वाले काँसे की बनी पट्टी, पत्थर आदि सामान लादने का बना जिस पर ठोंक कर सोने चांदी के तार लकड़ी का ढाँचा। पर भाँत उठाई जाती है। कजि-(अव्य०) सम्प्रदान कारक की कटकरणो-(क्रि०) १. बादल का जोर से विभक्ति । लिये। वास्ते । निमित्त । गर्जना । कड़कना । २. आक्रमण करना। कारण । हेतु । (ना०) कार्य। ३. क्रोध करना। कजियाखोर-(वि०) लड़ाई-झगड़ा करने कटकबंध-(न०) १. सेना समुदाय । वाला । टंटाखोर । २. सुसज्जित सेना। कजियो-(न०) १. टंटा । झगड़ा । २. युद्ध। कटकी-(ना०) आक्रमण । २.छोटा टुकड़ा । कजी-(ना) १. दोष । २. लांछन । कटको-(न०) १. टुकड़ा। खंड । २. अंगुली कलंक । ३. हानि । ४. विकृति । खराबी। के चटकने का शब्द ।। ५. भ्रष्टता । ६. अनवन । (वि०) बेबश। कटगो-(क्रि०) १. किसी धारदार वस्तु लाचार । __ से किसी वस्तु के टुकड़े होना । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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