SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 851
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सेरि संव सेरि-देखो 'सेरी'। सेलार, सेलारी-पु. १ पहाड़ी घोड़ा। २ भाला, बरछा । सेरियो-पु० खेतों की मेंढ के बीच का तंग रास्ता। ३ डिंगल का एक मात्रिक छन्द विशेष । ४ तीन संगण सेरी-स्त्री०१ वीथिका, गली, तंग रास्ता । २ मार्ग, रास्ता ।। और अन्त में लघु वर्ण का एक अन्य छन्द विशेष । ३ गुप्त रूप से भागने का छोटा मार्ग। ४ कंटीली बाड़ या ५ प्रत्येक चरण में चौदह मात्रा का एक छन्द । दीवार को तोड़कर बनाया छोटा रास्ता । ५ छेद, सूराख, सेलारसी-पु. एक भक्त का नाम । दरार । ६ मुख्य द्वार के बगल में बना छोटा फाटक। सेलारियो-पु० बबूल वृक्ष की फली। ७ स्थिति । दो अंगों के बीच का अवकाश, अंतर। सेलाळ-वि० माला धारी वीर, योद्धा । सेरीणी-पु. एक प्रकार का कर । सेलि-देखो 'सैली'। सेरुराह, सेहराह-देखो 'सेगह। सेलिया-स्त्री० १ घोड़ों की एक जाति । २ पीलू नामक लाल सरे'क-वि० एक सेर के लगभग । रंग का एक फल विशेष । सेरो-पु. १ खेत का किनारा । २ सूराख । ३ बाड़ या दीवार | सेली-स्त्री० घोड़े की बागडोर में कान के पास लगाया जाने ___ के बीच बना छोटा मार्ग। वाला एक उपकरण। सेलंग-पु० रहट के खड़े चक्र के गड्ढे के किनारे पर लगी लकड़ी | सेली-स्त्री० १ ऊन, सूत, रेशम या बालों की बनी एक मोटी या पत्थर जो उसमें खाद पादि गिरने से रोकता है। डोरी जिसे नाथ योगी गले में डालते हैं । २ स्त्रियों के शिर -क्रि०वि० १ लगातार, एक साथ, निरंतर । २ शृखला- का एक प्राभूषण । ३ पगड़ी पर बांधने का एक प्राभूषण । बद्ध । ३ देखो 'संलग्न'। ४ छोटा भाला, बरछो। ५ देखो 'सर'। सेल-पु० [स. शल:] १ भाला, बरछा, सांग। [५० शेल] सेलीसंद, सेलोसमंद (ध)-पु. एक प्रकार का उत्तम जाति का .२ तोप का वह गोला जिस में गोलियां प्रादि भरी रहती घोहा । हैं । ३ बज्र। ४ छिद्र, सूराख, बिल । ५ दर्द, टीस, सेलीहालो-वि० जिसको पगड़ी पर सेली बंधी हो । पोड़ा । ६ देखो 'सर'। सेलुत-पु. एक वर्ग विशेष । । सेलक, सेलक्क-पु० भाला, बरछा। सेलुस-पु० [सं० शेलुष] एक प्रकार का लिसोड़ा। सेलखड़ी-स्त्री. १ खरिया मिट्टी। ९ एक प्रकार का चिकना व सेट-क्रि०वि० चिता में। मुलायम पत्थर जो बरतन बनाने के काम प्राता है। सेलोट-देखो 'सलोट'। सेलड़ी-स्त्री. १ ईख, गन्ना । २ बांस के शिरे पर लगा लोह | सेलोत-पु० गरासिया जाति का मुखिया या प्रधान । ___ का हासिया जिससे वृक्ष की टहनियां काटी जाती हैं। | सेळो-पु. १ कांटेदार रोमावली वाला एक छोटा जीव जो सेलड़ी-पु० १ स्त्रियों की वेणी में गुथा जाने वाला एक रोप्य | अपना मुख व पांव छुपाकर गेंदनुमा बन जाता है। २ गाय प्राभूषण । २ देखो 'सेल'। दूहते समय उसके पिछले पैरों में बांधने की रस्सी।। सेलणी (बी)-क्रि० १ चुभाना, घुसेड़ना। २ भाले, बरछे या सेलो-पु० १ एक उत्तम कोटी का वस्त्र । २ लाल रंग का तीक्ष्ण शस्त्र से प्रहार करना। ३ कष्ट देना, दुःख देना । साफा । ३ अश्लेषा नक्षत्र का एक नाम । ४ सीधा-सादा ४ देखो 'सालणो' (बी)। व्यक्ति । ५ देखो 'सेल'। सेलपी-स्त्री. बनस्पति विशेष । सेल्लि-स्त्री. प्रस्तर पट्टिका, सिल्ली । सेळमेळ, सेळमेळ पु. १ मिश्रण । २ गिल-मिल । सेल्ह-देखा 'सेल'। सेलवण-स्त्री० एक प्रकार का क्षुप विशेष । सेल्हय-देखो 'सेलहय'। सेलवरणी-स्त्री० नदी, सरिता । सेल्हा-स्त्री० चावलों की एक किस्म । सैलसुत-देखो ‘सैलसुत' । सेल्हारस-स्त्री० केसर या चंदन । सेल्ही-देखो 'सेली'। सेलहत्य, सेलहय-वि० १ योद्धा, वीर। २ जिसके हाथ में सेल्ही-१ देखो 'सेलो'। २.देखो 'सेळो' । ___ भाला हो। सेवति, सेवंती, सेवत्री-देखो 'सेवतो'। सलाणी-स्त्री. १ कोल्हू में पिले हुए प्रध-कचरे तिल, कच्चर । सेव-स्त्री० [सं० सेविका] १ बेसन में मिर्च-मसाले मिलाकर, तिल का दलिया । २ देखो 'सेनापी' । . घाटे की तरह गूद कर, झारे के माध्यम से गर्म तेल में सेला-वि० शीतल, ठण्डा । तलकर तैयार किया नमकीन विशेष । २ प्राटे या मैदे को सेलाक-वि० भाला धारण करने वाला योद्धा, वीर! गूद कर डोरों की तरह बनाया पदार्थ जिसको पानी में For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy