SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 801
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra सीतवीरज www.kobatirth.org ( ७६५ ) सीता - स्त्री० [सं०] १ विदेहराज जनक की पुत्री तथा श्रीराम दाशरथी की धर्मपत्नी । २ खेत या जमीन में हल से बनने वाली रेखा । ३ जोती हुई जमीन। ४ एक देवो विशेष । ५ लक्ष्मी का एक नामान्तर ६ उमा का एक नाम। ७ प्राकाश गंगा की चार धाराधों में से एक ८ मदिरा, शराब । नम, नमी-स्त्री० वैशाख शुक्ला नवमी तिथि । - नाथ, पत, पति, पती, बर, रमण, वर पु० श्रीरामचन्द्र बोविष्णु सुतपु०जब शस्वामी पु० श्रीरामचन्द्र tant (at) - क्रि० विरह में भुरना, रोना । सोबत वि० सिद्धियुक्त। शराब | सतबीर पु० [सं० शीतवीं ] १ पाषाण भेद । २ पित्त सीधु सीधू- पु० [सं० शोधु ] गुड़ या ईख के रस से बनो मदिरा । पापड़ा। ३ नीली दूब । ४ वह पदार्थ जो खाने में ठण्डा हो । सोतसिव पु० [सं० शीतशिव] सेंधा नमक । सोतहर पु० [सं०] मौतधर]] १ चन्द्रमा चांद २ सूर्य, सूरज [सं० सीताहरण ] ३ रावण । सीतहरस पु० गरु । [सं०] मीतइर] सीतांसु - देखो 'सितासु' । सीताफळ - पु० [सं० सीताफल ] १ कुम्हड़े का वृक्ष । २ उक्त वृक्ष का फल । ३ सुरवृक्ष । सीताराम पु० हीता व राम की युग्म छबि । सीतारामी - पु० स्त्रियों के कंठ का एक स्वर्णाभूषण, हार । सीतावट- पु० चित्रकूट पोर प्रयाग के बीच का एक स्थान जहाँ वनवास काल में श्रीराम ने सीता के साथ निवास किया था। सीतासित-देखो 'सितासित' । सीताहरण - पु० [सं०] रावण । सोतोबक पु० [सं० शीतोदक] १ एक नरक का नाम । २ ठंडा जल । सीबी पु० [प्र० शोदी ] हबश देश की हब्शी जाति या इस जाति का व्यक्ति । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सीमंग सोधोड़ो सोधोरी- पु० श्रीमाली ब्राह्मणों में विवाह से संबंधित एक रश्म । सोधी - पु० १ साधु ब्राह्मणों को भोजन के लिये दी जाने वाली, घाटा-दाल प्रादि सामग्री । २ भोजन सामग्री, खाद्य पदार्थ । ३ देवतानों का नैवेद्य । ४ रसोई, भोजन प्रादि का कार्य । वि० (स्त्री० सीधी ) १ जिसमें वक्रता या घुमाव न हो, समानान्तर, समतल । २ जो किसी की ओर ठीक प्रवृत्त हो, लक्ष्य के अनुसार ठीक । ३ जो कपटी या कुटिल न हो, सरल, सहज । ४ शांत, सुशील, शिष्ट । ५ सामान्य, सुगम । ६ धनुकूल । ७ बनावट में सादगी वाला । ८ ऊपर मुंह किये, चित्त । ९ सुबोधगम्य । १० स्पष्ट, सही, सत्य । ११ चुप, शान्त । १२ उचित, ठीक। - क्रि०वि० १३ बिना रुके या इधर-उधर मुखे । १४ बेरोक-टोक बेहिचक १५ शांति से सभ्यता से । १६ प्रत्यक्ष में । १७ देखो 'संधी' । १८ देखो 'सिद्ध' । १९ देखी 'सि' २० देखो 'सूधौ' सीनांन देखो 'स्नान' । - सीनाजोरी स्त्री० [फा० सीनः जोरी] ९ उद्दण्डता, जबरदस्ती । २ चोरी या कसूर करके ऊपर से की जाने वाली बहस । सीनाबंद - पु० १ अगले पैर से लंगड़ाने वाला घोड़ा । २ घोड़ का एक रोग । ३ अंगिया, चोली । सोनावड़ी स्त्री० जमीन पर खतरने वाला एक पौधा सोनो- पु० [फा० सीन: ] १ खातो, वक्षस्थल । २ कुच, स्तन । सीप, सोपड़ी स्त्री० [सं० शुक्ति] १ कठोर घावरण बाला एक छोटा जल जन्तु। मुक्तागृह । २ इसका प्रावरण । ३ हाथ की प्रगुलियों पर होने वाला सामुद्रिक चिह्न ४ तर्पण आदि का जल रखने का पात्र विशेष । - वि० श्वेत, सफेद सीपन ० [सं०] तिज मुक्ता, मोती सीपत, सीपति, सीपती- देखो 'स्रोपति' । सीवो-१ देखो 'सीधो' । २ देखो 'सिद्धों । सीध - स्त्री० १ किसी निश्चित लक्ष्य की दिशा । २ ठीक सामने की दिशा, जिसमें कोई घुमाव फिराव न हो। ३ समानान्तर दिशा या स्थान ४ पंक्तिबद्ध, शृंखलाबद्ध । ५ प्रस्थान रवानगी । ६ देखो 'सिद्ध' । सीपसुत, सीपसुतरण (न) - पु० [स० शुक्ति-सुतन] मुक्ता, मोतो । सीघ्रा देखो 'सिया' । सीधाई - स्त्री० १ सीधा, सरल या सहज होने की अवस्था या सोपारी- पु० [फा० सिपार] कुरान का एक अध्याय । भाव । २ समानान्तर या सपाट होने की दशा । सोधापण (गो) - पु०१ सीधा होने का भाव, सरलता । सोबध सोबंधव सीबंधु - देखो 'स्त्रीबंधु' । २ भोलापन । ३ सादगी । ४ छल, कपट से रहित । सीबी देखो 'सबी' । सीधी स्त्री० ऊंट की एक चाल विशेष वि० [सीधी-सादी, सीख, सोबल, सीख देखो 'सोय' । - सोब्रक्ष, | सीमंग पू० चन्द्रमा । सरल । For Private And Personal Use Only सोपनी - स्त्री० [सं० शिप्र ] १ दरियाई नारीयल का संपुटनुमा भिक्षा पात्र । २ सीप का, चम्मचनुमा संपुट । सीपर - देखो 'सिपर ' ।
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy