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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra सिधुश्री सिंधु- देखो 'सिंधु' । सिंधूप्रसूत-देखो 'सिंधुजात' । www. kobatirth.org राजा का नाम १० एक प्राचीन देश एक राग । १२ श्वेत सुहागा। १३ १४ नदी सरिता । १५ सात की संख्या । - वि० सिंधुप्रो - ०१ सिंधुदेशोत्पन्न घोड़ा । २ देखो 'सिंधु' । सिधुकन्या स्त्री० [सं०] लक्ष्मी सिंधुकुला ( कुल्या) - स्त्री० [सं० सिधुकुल्या ] नदी । सड़क, सिपुड़ी-१ देखो 'सिंधु' २ देखो 'सिधी' । सिंधुचरी - स्त्री० [सं०] मछली, मीन । सिंधुज, सिंधुजन्मौ-पु० [सं० सिन्धुज, सिंधुजन्मा] १ चन्द्रमा, शशि । २ सेंधा नमक । वि० १ समुद्र या सिंधु से उत्पन्न । देश से उप । २ सिंधुजा स्त्री० [सं०] लक्ष्मी सिधुजात - पु० [सं०] १ प्रश्व, घोड़ा । २ समुद्र मंथन से निकले चौदह रत्नों में से एक । ३ शराब, मदिरा । सिंधुदेस- देखो 'सिंधु' | सिंधुवेभव पु० [सं० सिंधुदेशभव ] सेंधा नमक । सिंधुव० [सं०]] धगस्त्य ऋषि का एक नाम। सिंधुपुत्र सिधुसुत-देखो 'सिंधुजात' । सिंधुर - पु० [सं०] १ हाथी, गज २ नदी । ३ पाठ की संख्या सिवाड़, सिवाड़ी-देखो 'सीमाड़ी' । सिधुरवर पु० ष्ठ नर श्रेष्ठ । ( ७७८ ) ११ वीररस पूर्ण कोई बड़ी नदी । सिंधूराग- पु० वीररस पूर्ण राग । सिंधूरी स्त्री० एक रागिनी विशेष । सिंधुरमणि पु० [सं०] गज मुक्ता । सिंधुरवचन पु० [सं०] गणेश गजानन · सिंधुराग पु० वीररस पूर्ण राग । सिंधुवी- पु० युद्ध का वाद्य, वीररस का वाद्य सिधुसुत पु० [सं०] १ चौदह रत्नों में से कोई एक । २ चन्द्रमा । ३ जलंधर नामक राक्षस जिसे शिव ने मारा था । सिंधुसुता स्त्री० १ लक्ष्मी । २ सीप । १०. सुन्दर । सिधूमव पु० [सं० सिधुव] १ सेंधा नमक २ समुद्र से उत्पन्न होने वाले चौदह रत्नों में से एक । सिध्या- देखो 'संध्या' सिनेह देखी 'सनेह' सिन्यास देखो संग्यास' | सिपा- देखो 'संपा' | सिवनी. फसी । सिबी स्त्री० [सं० शिम्बा या शिम्बिका ] फली । सिम देखो 'संधु' सिमजियत, सिमीत (जीवत) - देखो 'जीयततंभ' | सिंभरि पु० सांभर । सिभु, सि. सिमी १ देखो 'भु' २ देखो 'संब' । सित-१ देखो 'समर' २ देवो 'स्म्रति'। सिति-देखो 'ति' । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वासर स्वी० कृषकों की इष्ट देवी। सियारी- पु० एक प्रकार की लोहे की छड़ । सिपाह पु० १ पारी के पानी की रोक लिये बनो मेड़ २ देखो 'स्रगाळ' | सिंहनाव सिटणी (बो) - देखो 'सिमटणी' (बो) । सवर (बी) देखो 'सुमरणी' (वो) | सिबरी स्त्री० [भड़बेरी के काटों का बैलगाड़ी में भरने लायक ढेर, गोला । विल स्त्री० गाड़ी प्रादि के जुए के छोर में फंसाई जाने वाली खूंटी या छोटी लकड़ी । सिसो० थोड़े की गर्दन के दाहिनी घोर पीठ पर बनी भंवरो । सिवाई [स्त्री० १ कपड़े की सिलाई २ सिलाई का पारिश्रमिक सिवाळ पुं० [सं० शैवाल] १ पानी पर फैलने वाला एक प्रकार का बारीक घास । २ फफूंदी। सिपी - पु० [सं० शिशपा] १ शीशम का वृक्ष । २ प्रशोक वृक्ष । सिसार देखी 'ससार'। सिंहगृहास्पी० सिंह की गुफा - सिंधुसुधन पु० [सं० सिंधु सूनुः] १ चन्द्रमा, चांद २ समुद्र से सिहगोस पु० एक जानवर विशेष । निकलने वाले चौदह रत्नों में से कोई एक सिसुमा स्त्री० [सं० शिशुमा ] श्रीकृष्ण की रानी सुकेशी का एक नामान्तर । सिसुपार पु० [सं० शिशुमार ] एक प्रकार का जल जंतु । सिंह- देखो 'सिहंड' । सिंह - पु० [सं०] १ राजा । २ हवा, पवन । ३ सिंह, मेर, बाघ । - वि० १ योद्धा, वीर । २ श्वेत । ३ श्याम ४ धु ंधला । ५ श्रेष्ठ, शिरोमणि । ६ देखो 'सिंध' । सिंहकेतु-पु० [सं०] वेदि देश का एक राजकुमार सिंहकेसर पु० सिंह की गर्दन के बाल सिहच निसांसी स्त्री० निसाली इन्द का एक भेद विशेष सिंहचलो, सिहचाली-पु० डिंगल का एक गीत विशेष । सिहड - देखो 'सिड' | सिंहली स्त्री० १ प्रार्या या गाथा छन्द का एक भेद २ सिंह की मादा, शेरनी 1 For Private And Personal Use Only सिंहदवार (दुवार, द्वार) - पु० [सं० सिंहद्वार ] मुख्य द्वार, तोरणद्वार । सिह्नाव स्त्री० [सं०] १ सिंह की दहाड़, गर्जना २ वीरों की हुंकार -पु० ३ रावण का एक पुत्र ।
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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