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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra सवय www.kobatirth.org ( ७४५ ) देखो 'सियमंदिर'। सवय पु० [सं०] समयस्] साथी मित्र वि० हमउम्र, समवयस्क | सवयती-देखो 'सवती' । १ सखा, मित्र । सवयस सवयस्क, सवयस्य - पु० [सं० समयस् ] २ सहयोगो । वि० हमउम्र, समवयस्क । सवांन पु० [सं० शवयान] शव लेजाने वाली अर्थी, टिकटी । सवर पु० [सं०] १ दानवीर राजा शिवि । २ धन, दौलत । [सं० सवर: ] ३ शिव, महादेव । ४ जल, पानी । ५ देखो 'सबर' । सवरण- वि० [सं० सवर्ण] १ समान वर या जाति का । २ समान रंग का । ३ समान रूप का । सवरणा स्त्री० १ सूर्य की पत्नी का नाम । २ इन्द्रिय योगों की अशुभ प्रवृत्तियों से प्राते हुए कर्मों को रोकने की क्रिया । सवरालो (बी) देखो 'संदराणो' (दो)। सवरी - पु० [सं० सोरि ] १ शनिग्रह । २ नीलम । ३ देखो 'सबरी' । सवळ - पु० [सं० श्यामल ] अंधेरा, अन्धकार । वि० १ सबल, जबरदस्त जोरदार । २ भयंकर । ३ बहुत प्रधिक । सवळी- देखो 'सवळी' । " सी- वि० (स्त्री० [सवळी) १ पूर्ण समस्त पूरा २ देखो 'संबळी' । सवसनि पु० [सं० शवसान:] १ यात्री, पथिक । २ मार्ग, रास्ता । ३ श्मशान । सवसाची- देखो 'सव्यसाची' । सवसाधन पु० [सं० शवसाधन] श्मशान में किसी पर बैठ कर की जाने वाली तांत्रिक साधना | सवहरण - पु० [सं० श्रवण ] कान । सहेक वि० सौ के करीब लगभग सौ स० [सं०]] सोना, स्वर्ण सर्वारण सर्वाण स्त्री० वह गाय या भैंस जिसे घासानी से दूहा जा सके । वि० भला, सोधा । सर्वाणी, सूर्याणी-देखो 'सवासखी' | सवा, स्वा- पु०१ डिंगल का एक छन्द ( गीत ) विशेष । २ एक व इकाई के चतुर्थाश का योग । वि० एक व एक चौथाई । सवाई, वाई-०१ पुत्र, बेटा २जयपुर के महाराजाधों की उपाधि ३ किसान से सवाया अनाज वापस लेने की शर्त पर बोवाई के लिये अनाज देने की रीति । वि० १ एक से चतुर्थाश अधिक, सवाया । २ बढ़कर, विशेष, अधिक । सवाए - देखो 'सवायो' । सवाय साग देखो 'सुहाम' सवागा. सवागरण- देवो'सुहाग' । सवागथाळ सत्रागथाळ- देखो 'सुहागथाळ' | सवागी, सागो-देखो 'सुहानी' सवाड़, स्वाड़ देखो 'सुवाव'। 1 Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सवाड़ी, सवाद, सवादी वि० [सं०] सानुकूल] १ धनुकुल २ देखो 'सवायो' | सवाजक- देखो 'सवाळक' । सवारणी - स्त्री० स्वर्णकारों का एक उपकरण । सवाल (बी) देखो 'सुहाणी' (बो) सवाद, स्वाद देखो 'स्वाद' सवाल सवावक पु० [सं०] स्वादक] १ दूध । २ प्रमृत । वि० १ स्वाद लेने वाला । २ स्वाद युक्त । सवादी देखो 'स्वादी' । सवादी देखो 'स्वाद' | सवाब- देखो 'सबाब' । सवामोतीयांम पु० लखपत गिल के अनुसार एक इन्द सवाय १ देखो 'सवायो' । २ देखो 'सिवाय' । सदायक पु० सखा, मित्र वि० अधिक बढ़कर सवाय वि० १ अधिक विशेष २ एक घोर चर्या के योग के बराबर । ३ विशेष, बढ़कर । पु० १ सवाये का पहाड़ा । २ एक व चतुर्थांश के योग की संख्या व अंक । सवारी (बी) देखो 'वार' (बी)। सवारथ- देखो 'स्वारथ' । सवारथी- देखो 'स्वारथी' । सवार सवार पु० १ वह व्यक्ति जो सवारी करने में दक्ष हो २ बचत । ३ संनिक, घुड़सवार ४ वह जो किसी वस्तु पर बैठा हो। [सं० श्वः ] ५ प्रातः, सुबह । ६ डिंगल का एक गीत (ख) ७ हेगा, पटेला सवारी, सवारी स्त्री० १ सवार होने का साधन या पशु । २ तांगा, गाड़ी, यान, पशु आदि पर सवार होने वाला व्यक्ति । ३ किसी पर बैठने या सवार होने की प्रवस्था या भाव। ४ यात्री, मुसाफिर ५ देव प्रतिमा, ग्रन्थ या किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति को यान पर बैठा कर निकाला जाने वाला जुलूस । ६ कुश्ती का एक दांव । ७ देखो 'सवारे' । सदारं सारं कि०वि० [सं० [व] २ प्रातः, सवेरे 1 १ धगले दिन कल , For Private And Personal Use Only सवाल- पु० [०] १ कुछ पूछने की बात प्रश्न २ पूछने की क्रिया । ३ दरख्वास्त मांग | ४ प्रार्थना निवेदन ५ गणित का कोई हिसाब । " 1
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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