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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वतीकर । ५५६ ) वान्य वतीकर-पु० कपट। वद, वद-पु०१ धार्मिक व प्राध्यात्मिक विषय का वास्तविक बतीत-देखो 'व्यतीत'। ज्ञान । २ वृत्त । ३ चारों वेद । ४ मास का पूर्व पक्ष, कृष्ण वतीतरणौ (बी)-देखो 'व्यतीतगो' (बी)। पक्ष । ५ एक रोग विशेष । ६ वृद्धि को प्राप्त करने की बतूळियौ, बतूळो-देखो 'बथूळो' । क्रिया ।-वि० [सं० बद्] १ बोलने वाला । २ देखो 'बद'। बतेरौ-देखो 'बत्तेरी' (स्त्री० वतेरी।। बदक-वि० [सं० वद्] १ बोलने वाला, वक्ता। २ कहने वत-पु० प्रकार । वाला, बनाने वाला । ३ देखो 'वध' । बतोकड़-वि० (स्त्री० बतोकड़ी) १ अधिक बोलने वाला, | वदको-वि० १ श्रेष्ठ, उत्तम, बढिया। २ सज्जन, भला। वाचाल । २ अधिक बातें करने वाला। ३ अधिक। बतौ-देखो ‘वत' | 'वत्तौ'। वदखोर (रो)-देखो 'बदखोरों'। बत्त, वत्तड़ो-देखो 'बात'। बदगढ-पु. दिल्ली का एक नामान्तर । वत्ति, वृत्ती-देखो 'बत्ती'। वदणी (बौ), वदणी (बी)-क्रि० [सं० वद्] १ कहना। बत्तीस-देखो 'बत्तोस'। २ उच्चारण करना, बोलना। ३ उल्लेख करना, निरूपण बत्ती, बत्ती-वि० (स्त्री० वत्ती) १ प्रधिक, बढकर । २ विशेष । करना। ४ बात-चीत करना। ५ सूचना देना, बताना । वत्थपुन-पु० वस्त्र दान का पुण्य । (जैन) ६ पुकारना, चिल्लाना । ७ महत्व देना, मान देना । वत्थिरि-क्रि० वि० विस्तार से। ८ गणना करना. मान्यता देना । ९ मानना, स्वीकार वत्यु-देखो 'वस्तु'। करना। १० प्राज्ञा, निर्देश देना । ११ बाजी लगाना, दाव वत्री-देखो 'बात'। लगाना । १२ प्रतिस्पर्धा करना । १३ डींग मारना। शेखी वत्रीस-देखो 'बत्तोस'। बघारना । १४ बहस या जिद्द करना। १५ निश्चय, नियत वत्स-पु० [सं०] १ बेटा, पुत्र । २ गाय का बछड़ा । ३ जानवर या तय करना। १६ परिश्रम करना । उद्योग करना । का बच्चा । ४ छोटा बच्चा, बालक । ५ संतान, पोलाद । १७ देखो 'बधणी' (बी)। ६ इन्द्र । ७ कंस का एक अनुचर । ८ एक प्राचीन देश। | वदन, वदनि-पु० [सं०] १ मुख, मुह । २ चेहरा, शक्ल, सूरत । बत्सक-पु० [सं०] १ छोटा बछड़ा, बच्चा। २ कुटज का पौधा । ३ रूप. भाभा । ४ अग्रभाग, अगला हिस्सा । ५ प्रथम ३ इक्ष्वाकुवंशीय एक राजा । ४ यादव वंशीय एक राजा। संख्या । ६ कहने या बोलने की क्रिया या भाव। ७ देखो ५ पुष्प कसोस । ६ कुटज । ७ निर्गुण्डी। 'बदन' । वत्सनाम-पु० [सं०] १ हिमालय की तराई में होने वाला एक | बदनीत, वदनीत-देखो 'बदनीयत'। पौधा २ उक्त पौधे का मीठा विष । ३ एक महर्षि । ५ | वदन्न-देखो 'बदन'। व-सर-पु० [सं०] १ बारह मास की अवधि । वर्ष । २ विष्णु का ववपख-पु० [सं० वदि-पक्ष कृष्ण पक्ष । एक नामान्तर । ३ ध्र व राजा का छोटा पुत्र । ४ किशोर वदरंग, बदरंग-देखो 'बदरंग'। बछड़ा। वदरंगी, बदरंगी-देखो 'बदरगो' । वत्सराज-पु० [सं०] १ गाय का बछड़ा । २ राजा उदयन का वदरा-स्त्री० धन, दौलत, वित्त । नामान्तर । ३ कोशल देश का एक राजा। ४ अजमेर का बदरीनाथ-देखो 'बदरीनाथ' । गौड़ वंशीय एक राजा। बदळ-देखो 'बादळ'। वत्सळ (ल)-वि० (स्त्री० वत्सळा) १ संतान के प्रति अत्यन्त वदळणी (बी), बदळरणो (बी)-देखो 'बदळणो' (बी)। दयालु । २ छोटों पर स्नेह, दया कृपा करने वाला। दयालू, | वदळाणी (बी), वदळावरणी (बी), वबळाणी (बी)-देखो कृपालु ।-पु० १ अनुराग, प्रेम । २ वात्सल्य रस । ___'बदळाणी' (बो)। वत्सलता-स्त्री. दया, कृपा, ममता, वात्सल्य, प्रेम, अनुराग। | बदळायत, वबळायत-देखो 'बदळायत' । अनुग्रह । ववळी, वबळी-१ देखो 'बदळी' । २ देखो 'बादळ' । वत्सासुर-पु० [सं०] 'वत्स' नामक असुर । वदळे (के), वदळे (लो)-देखो 'बदळे' । वय-देखो 'बाथ' । वदळी, वदळो-देखो 'बदळी' । वथवी, वपूप्रउ-देखो 'बथवी'। वदान्य-वि० [सं० वदान्य] १ मधुर या मृदुभाषी। २ दयालु, वळियौ, बधूळो-देखो 'बथूळो' । उदार चित्त । ३ बात-चीत में शालीन । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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