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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir लयर ( १२१ ) लळवळी में परिणति । ५ प्रलय विनाश । ६ लोप । ७ एक प्राचीन बहना । ४ युद्ध का उद्घोष करना। ५ हल्ला करना। नरेश - स्त्री. ८ संगीत एवं कविता में गति सामंजस्य ६ फटकारना, भत्र्सना करना । ७ ऊंची प्रावाज में गाना । रखने वाला तत्त्व । ६ गीत की धुन या गाने का स्वर । ८ जोशपूर्ण पावाज करना । ९ तेज हांकना, तिज १. संगीत में ताल की गति । ११ वार्तालाप का ढंग, चलाना। लहजा । १२ अवसर, मौका। ललकारौ पु० । झूले को दिया जाने वाला धक्का । २ देखो लयण-स्त्री० [सं० लयन] १ लय होने की अवस्था या भाव।। 'ललकार' । २ प्राराम, विश्राम । ३ विश्राम गृह । ४ गुफा, कन्दरा। लळको-पु. १ झटका, धक्का । २ लचका, झुकाव नमन । लयता-स्त्री० लय होने की अवस्था या भाव । ३ मस्ती में झूमने की क्रिया। ४ हाथ का झटका, इशारा। लयनपुन्न-पु० [सं० लयन-पुण्य] भूमि, स्थान मादि के दान का ललको-पु०१ गाने की तेज ध्वनि । २ लहर । पुण्य (जैन)। ललक्क-देखो 'ललक'। लयलीन-वि० [सं०] १ ध्यान या प्रेम में मग्न, लीन । २ लिप्त. लळक्करणो (बी)-देखो 'लळकरणों' (बी)। लगा हुमा, फंसा हुमा, समाहित । ललक्कणी (बी)-देखो 'ललकरणो' (बी)। लया-देखो 'लता'। ललक्को-देखो 'ललकी'। लरा-देखो लइड'। ललचरणौ (बो-क्रि० १ लालच में पड़ना, लोभ करना । लहियो-पु. १ भेड़ का बच्चा । २ भेड़ । २ लालायित होना, अधीर होना, ललचाना। ३ मासक्त लरड़ी-स्त्री. १ मादा भेड । २ एक लाक्षणिक संबोधन । होना । लरही- पु० (स्त्री० लरड़ी) १नर भेड़, भेड़ा। २ एक लाक्षणिक | - ललचाणो (बी)-क्रि० १ लालच करना, लोभ करना । २ लाला. संबोधन । यित होना, ललचाना। ३ पासक्त या मोहित होना । लग्ज स्त्री० सितार का पांचवां तार । ४ उत्कण्ठा होना, प्रबल इच्छा होना। ५ उमंगित या उन्माहित होना। लरियाळ-देखो लटियाळ' । लळ-स्त्री. उत्कंठा, प्राशा। | ललचावरण णी)-स्त्री. १ ललचाने या लालायित करने की लल-स्त्री. १ शंतल वायु । २ ठंडी हवा का झोंका। ३ बुद्धि, | क्रिया या भाव । २ आसक्ति का भाव । ३ उत्कण्ठा, तीव्र विच र । ४ शक्ति का अंश । ५ शुभ लक्षण, गुग। इच्छा । ४ लालच या लालमा जगाने की क्रिया । लळक-स्त्री०१लचीलापन, लचक । २ मोच । ३ प्रकाव ललचावणों (बी)-देखो 'ललचाणो' (बी)।' ललक-स्त्री. १ गहरी अभिलाषा । २ उत्साहित करने की क्रिया, ललच्चणी (बो)-देखो 'ललचरणो' (बी)। प्रोत्माइन । ३ गायन की तीखी व ऊंची धुन । ४ पक्षियों ललणा-देखो 'ललना'। लळणौ (बो)-देखो 'लुळणी' (बी)। का मधुर कलर । । ५ लोच, लचक, भुकाव । ललते-देखो 'ललित'। लळकरणो (बो)-क्रि० १ झुकना, लचकना, लोच खाना । ललतमुकट-पु० डिंगल का एक गीत । २ मुड़ जाना। ललता-देखो 'ललिता'। ललकणी (बौ)-क्रि० १ ललचाना, लालायित होना। २ प्राक ललना-स्त्री० [सं०] १ स्त्री, प्रौरत । २ रमणी, युवती। षित होना । ३ उत्साहित होकर भागना । ४ तीखी व ___३ जिह्वा । ४ एक वर्णवृत्त विशेष । उ.चो ध्वनि होना, बजना। ५ मधुर कलरव होना ।।.. ललपत-स्त्री० खुशामद, चाटुकारिता । ६ गर्जना, दहाड़ना । ७ ढीला पड़ना । ६ रक्षा करने के | लळभख-पु. मांस। लिये भागना । ९ देखो 'लळकरणो' बो)। ललयांगी-वि० ललितांगी। ललकार-पु० १ युद्ध प्रादि के लिये चुनौती, पाह वान ।। | ललरणी (बी), ललराणी (बी), ललरावणी (बौ)-क्रि. २ मुकाबले के लिये उत्साहित करना आदि क्रिया । ३ युद्ध बोलते हुए अटकना, लड़खड़ाना । तुतलाना। का उदघोष । ४ हल्ला, कोलाहल । ५ गायन में ऊची व | लळवळ -स्त्री० मुड़ने की क्रिया। तीक्ष्ण ध्वनि । ६ जोश पूर्ण पावाज । ७ वायु का प्रवाह । लळवळणी (बी)-क्रि० १ कोमल व लचीली वस्तु का हितो ८ फटकार। हुए मुड़ना । २ मस्ती में झूमना । ३ लचकना । ललकारणी (बौ)-क्रि० १ युद्ध या मुकाबले में आने की चुनौती | ललबलउ, लळवळी, ललवलौ, लळवळियौ-वि. १ कोमल, देना । २ जोश दिलाना, उत्साहित करना। ३ तेज वायू | सुन्दर, मृदु । २ ५लबैला, शौकीन । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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