SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 511
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रोरहर । ५०५ ) रोसानळ रोरहर-पु० राजा, नृप । रोवरणधन-वि० डरपोक, कायर, बिना बात रोने वाला। रोरहरणाळ-वि०१ दुःखों को मेटने वाला । २ दातार, उदार। | रोबो-वि. रोने वाला #utमा । रोवणी-वि० रोने वाला, रुपांसा ।-पु० १ रुदन, रोना । रोरांकुर-पु० कष्ट, दु.ख । २ दुःख, कष्ट । रोरि, रोरी-देखो 'रोर', 'रोळी'। रोवणी (बौ)-कि० [सं० रोदनम्] १ विलाप करना, रोना, रोलब-पु० [सं०] भ्रमर, भौंरा । रुदन करना । २ कष्ट के कारण करुण क्रंदन करना । रोळ, रोल-स्त्री० १ ध्वनि, मावाज । २ स्त्रियों के पैरों का ३ बुरा-भला कहते हुए बकना । ४ रुपांसा होना । एक घुघरूदार प्राभूषण । ३ दल, समूह । ४ उबटन, लेप । रोवा-कूको-पु० हाय-त्राय, चीख-चिल्लाहट । ५ युद्ध । ६ फसल को हानि पहुंचाने वाला उद्दण्ड पशु। रोवारणी (बी), रोवाणी (बौ)-क्रि० १ विलाप कराना, ७ हल्ला,शोरगुल । ८ भय, मातंक,डर । ६ उपद्रव, उत्पात। रुलाना, रुदन कराना। २ कष्ट देकर करुण क्रन्दन कराना। १० अव्यवस्था, गड़बडी।-वि० १ प्रवारा फिरने वाला। ३ बकवाना। ४ मांसा करना । २ बदचलन । ३ उत्पाती, उद्दण्ड । ४ देखो 'रोळ' । रोस, रोसंग-पु. १ वैभव, ऐश्वर्य । २ सुख, प्राराम । ३ रोष । रोळगिदोळ-स्त्री० बने कार्य को बिगाड़ने की क्रिया या भाव । रोसंगी-देखो 'रोखंगी'। रोला-पु. कृषि भूमि को कुछ समय पड़ा रखने की क्रिया। रोस-पु० [सं० रोष] १ कोप, क्रोध, गुस्सा । २ पावेश, जोश । इजराम। ३ डाह, ईर्ष्या । ४ शत्रता, वैर, दुश्मनी। ५ जोश, रोळण, रोळणी-वि० विध्वंस, विनाश करने वाला, संहारक । । मावेश। ६ कष्ट, पीड़ा । ७ खुशी, हर्ष । ८ मकान में रोळरणो (बो), रोलणी (वो)-क्रि० १ बजाना, ध्वनियुक्त लगने का मोटा व लंबा-चौड़ा पत्थर विशेष । ९ प्रकाश, करना । २ प्रहार करना । ३ गवां देना। ४ मिटा देना।। रोशनी। ५ मारना । ६ फेंकना। ७ गिराना, डालना। ८ बिखेरना। रोसकसझाइपो-वि. क्रोधपूर्ण । ६पाच्छादित करना, ढकना । १० भयभीत होना, कांपना । रोसणौ-देखो "रिसाणो'। ११ लुढ़कना, ढुलकना । १२ पतन होना, गिरना ।। रोसणौ (बो)-कि० १ कष्ट देना, परेशान करना । दुःखी १३ शस्त्र, घुमाना । १४ इधर-उधर करना या गिराना । करना । २ बांधना, कसना । ३ कोप करना, क्रोध करना । रोलवट, रोळवट, रोळवट-स्त्री० १ प्रव्यवस्था, गड़बड़ी। ४ मारना, काटना। २ गफलत, असावधानी । ३ जब उचित-अनुचित का रोसधर-वि० [सं० रुष-धर] १ कोप करने वाला, क्रोधो। विचार न हो । ४ खेल, तमाशा, मजाक । रोळरिगटोळ, रोळरिगटोळी-स्त्री० १ मखौल, हंसी । २ न्यून | रोसन-वि० [फा० रोशन] १ प्रदोप्त, प्रकाशित । २ चहलस्तर की हरकत । पहल व हंसी-खुशी वाला । ३ यशस्वी, कीर्तिवान । रोळवणी (बो)-देखो 'रोळणी' (बी)। ४ प्रसिद्ध, विख्यात । ५ प्रकट, जाहिर, विदित । रोळा, रोला-पु. स्त्रियों का एक प्राभूषण । रोसनचोकी-स्त्री० [फा० रोशन-चौकी] शहनाई या नफीरी रोळागार (गारी)-वि० (स्त्री० रोळागारी) झगड़ालू, कलह नामक वाद्य । प्रिय । रोसनदान-पु० [फा० रोशन-दांन] कक्ष, कमरे या मकान में रोळाटो-पु० १ हुल्लड़, शोरगुल । २ उपद्रव । हवा व प्रकाश के लिये, ऊंची बनो जालीबंध छोटी खिड़की, रोळारोळ, रोळारोळि-स्त्री० खलबली, भगदड़ । बारी, वातायन । (वेंटीलेटर) रोळि, रोळी, रोलि, रोली-स्त्री० १ गेहूँ की फसल का एक रोसनी-स्त्री० [फा० रोशनी] १ उजाला, प्रकाश । २ मांगलिक रोग । २ विघ्न, बाधा । ३ भ्रम, संभ्रम । ४ हल्दी और या खुशी के अवसर पर भवनों पर जलाई जाने वाली चूने के योग से बना पदार्थ जो मांगलिक अवसरों में काम दीप मालाएं, बत्तियां । ३ चिराग, दीपक । ४ एक प्रकार प्राता है। का शहतूत । ५ देखो 'रोसनी'। रोळी (लो)-पु. १ एक छन्द विशेष । २ देखो 'रोळी' । रोसांग-देखो 'रोस । रोवरण-पु० रोना क्रिया, रोने वाला। रोसाग-वि० [स० रोष+अग्नि] १ जोशीला, प्रोजस्वी । रोयणकाळो, रोवरणकियो , रोवरणको-वि० (स्त्री० रोबरण काळी, | २ क्रोधी । -स्त्री० क्रोधाग्नि। रोवरणकी) १ रुपांसा, रोने की स्थिति में, रोने वाला। रोसाजळ-वि० क्रोध से जला भुना । २ शीघ्र रोने वाला। रोसानळ-स्त्री० [सं० रोष+मनल] क्रोधाग्नि । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy