SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 462
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रफादफा ( ४५६ ) रमती रफादफा-वि० [4.] १ मिटाया हुमा, साफ किया हुमा। रमइयो-देखो 'रामइयो। २ निपटाया हमा, पूरा किया हुधा । ३ तय किया हुमा।| रमक-स्त्री० १ ध्वनि विशेष, झन्कार । २ एक चाल विशेष । शांत किया हुमा । ३ लहर, तरंग। ४ प्रेमी, पाशिक । ५ प्रेम-पात्र । रक-१० [फा०] १ भागने की क्रिया का भाव । २ वस्त्र के रमको-देखो 'रमेकडो'। छेद में डोरे भर कर ठीक करने की क्रिया ।-वि० कोटेखो मतियो' पम्पत, गायब, पलोप। रमकीलो-वि० (स्त्री. रमकीली) छल-छबीला, शौकीन । रफ्फी -स्त्री० रज, गर्द। रमड़ी (बो)-देखो 'रमणो' (बी)। रब-पु० [म.] १ परमात्मा, ब्रह्म । २ मालिक, पति । ३ बड़ा रमजां-स्त्री० १ वधि, शोभा । २ हंसी, मुस्कराहट । ३ मजाक। भाई।-वि० अभिभावक । २ पालन-पोषण करने वाला। रमजान-पु. एक परबी महीना अब रोजा रखा जाता है। रबकरणौ (बी)-कि० प्रवारा घूमना, भटकना। रमझट-देखो 'रांझट'। रबको-पु० १ सकट, कष्ट । २ भटकन । रमझम-देखो "रिमझिम'। रबड़-पु. [मं०] १ वट जाति के एक वक्ष विशेष का सूखा रमनमक-देखो 'रिमझिमक' । दूध जिसकी कई वस्तुएं बनती है। २ इस पदार्थ का रमझोळ-देखो 'रिमझोळ'। कोई टुकड़ा या अंश । रमझोळी-पु० १ हमजोली, साथी । २ देखो 'रिमझोळ' । रबड़कणी (बो)-क्रि० भैंस का दौड़ना, दौड़ कर जाना । रमठ-पु. एक म्लेच्छ जाति व इस जाति का व्यक्ति । रबड़को-पु० भैस के दौड़ने की क्रिया। रमडोळ-पु० [सं० रिपु+दल] शत्रु दल । रबड़णी (बी)-क्रि० १ किसी तरल पदार्थ को कलछी से हिलाना । रमढोळ-वि० सीधा-सादा, भोला-भाला । २ मारा-मारा फिरना। रबड़ी-स्त्री. दूध को गाढ़ा प्रौटाकर बनाया गया लच्छेदार | रमण-पु० [स०] १ हर्ष, मानन्द, पामोद-प्रमोद । २ रतिक्रीड़ा, मीठा पदार्थ । संभोग । ३ कामदेव । ४ पति, स्वामी । ५ सुख । ६ विहार रबद-देखो 'रुद'/'रौद्र'। भ्रमण । ७ सूर्य का सारथी, परुरण । ८ अण्डकोश । रबाण, रबांणी-वि० [अ० रब] ईश्वर का, ईश्वरीय। ९ कूल्हा, कमर । १० एक वसु । ११ दो सगरण का एक रखाब-पु. १ एक प्रकार का वाद्य। २ रोब, प्रभाव । ३ भय, छन्द । १२ एक अन्य छन्द विशेष । १३ योद्धा, वीर । मातंक। -वि० १ सुन्दर, मनोहर, मनोज्ञ । २ मानन्ददायक । रबाबियो-पु० । 'रबाब' बजाने वाला व्यक्ति । २ ढोलियों की ३रतिक्रीड़ा, प्रामोद-प्रमोद करने वाला या करने योग्य । ४ प्रिय, प्यारा । ५ देखो 'रमणो' । एक शाखा । रबारी-देखो 'रैबारी'। रमणक-पु० [सं०] १ जम्बूद्वीप का एक खण्ड । २ इस बण्ड रबिधालमीना, रबिलपालमीन-पु० [अ० रन्धुलमालमीन] समस्त का राजा ।-वि० रमणीक । __ ब्रह्माण्ड का नायक, ईश्वर ।। रमणि-देखो 'रमणी'। रबो-स्त्री० [५० रबीभ १ वसंत ऋतु । २ इस ऋतु में पकने | रमरिणयो-वि० १ रमण करने या खेलने वाला । २ भोगने ___ वाली फसल । ३ देखो 'रवि'। वाला, भोक्ता। रख-देखो 'रब'। रमणी-स्त्री० [सं०] १ स्त्री, मौरत, नारी। २ सुन्दर स्त्री, रस्खलपालमान-देखो 'रबिलग्रालमीन' । युवती । ३ पत्नी, प्रियतमा। ४ सुगन्ध बाला । ५ एक रम्बारी-देखो 'रैबारी'। रागिनी । ६ यात्रा, भ्रमरण । रभस-स्त्री० शीघ्रता, जल्दी। रमणीक, रमणीय-वि० [सं०] १ सुन्दर, मनोहर, मनोज । रमेणक-पु. एक नाग विशेष । २ रमण करने योग्य । ३ भ्रमण-बिहार करने योग्य । रमको-पु० [सं० रम्] प्राभूषण की ध्वनि ।-वि• खेलने का सुहावना ।-स्त्री० १ स्त्री, सुन्दरी । २ एक छन्द विशेष । प्रादी । (स्त्री० रमंकी) रमणीयता-स्त्री० [सं०] सुन्दरता । पाकर्षण। रम-पु० [सं०] १ हर्ष, मानन्द । २ कामदेव। ३ पति । ४ प्रेमी, रमणी-पु०१ खिलोना । २ खेलने का उपकरण । ३ शिकार पाशिक । ५ शत्रु, वैरी।-वि० १ सुन्दर, मनोहर । गाह । ४ भ्रमस योग्य स्थान ।। जंगल, बन, परम्म । २ प्रिय, प्यारा।३ प्रानन्ददायक। -वि० खेलने वाला। For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy