SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 384
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir माह ( ३७८ ) मिजी माहेंद्र-वि० [सं० १ इन्द्र का, इन्द्र संबंधी। २ जिसके देवता | मि-सर्व० मैं, मेरा, मेरे । महेन्द्र हो। -पु. १ ज्योतिष का एक योग । २ एक प्राचीन मिनान-देखो 'म्यान'। प्रस्त्र । ३ जैन मतानुसार चौथे स्वर्ग का नाम । ४ सुश्रुत मिआव-देखो 'मयाद'। के अनुसार एक देवग्रह। मिनावी-देखो 'मयादी'। माहेंब्री-स्त्री० [सं०] १ इन्द्र की शक्ति । २ इन्द्र की पत्नी। मिड-देखो 'म्रिदु'। ३ सप्त मातृकामों में से एक । ४.गौ, गाय।। मिकदार-पु० [अ० मिकदार] १ मात्रा, परिमाण । २ तोल, माहे-देखो 'माय'। वजन । ३ अंदाज, अनुमान माहेई, माहेयी, माहेरी-स्त्री० [सं० माहेयी] गाय, गौ। | मिग-देखो 'म्रिग'। माहेरौ-देखो 'मायरो'। मिगसर, मिगसरी-पु० [सं० मार्ग शीर्ष] १ कात्तिक मास के माहेव-पु. १ बाड़मेर का प्राचीन नाम । २, देखो 'महादेव' । बाद पाने वाला मास । [सं० मुमशिरा] २ नक्षत्र विशेष, माहेस-देखो 'महेस'। मृगशिरा । माहेसख, माहेसचख-देखो 'महेसचख'। मिगसरियो, मिगस्सर-देखो 'मिगसर'। . . माहेसर, माहेसवर, माहेसुर-देखो 'महेस्वर'। मिडकस-देखो 'मडकल'। माहेस्वर-पु० [सं० माहेश्वर] १ शिव के पुजारी, शैव । २ एक | मिचकोडणी (बी)-देखो 'मचकोड़ो' (बी)। __ यज्ञ का नाम । ३ पाणिनी के प्रारभिक चौदह मुख्य सूत्र। मिचरणो (बो)-क्रि० बंद होना, झपक जाना (खि)। माहेस्वरी-स्त्री० [सं० माहेश्वरी] १ पार्वती, गिरिजा । २ दुर्गा || मिचatण, मिचळद, मिचळाट-देखो 'मबळांण'। . ३ एक मातृका । ४ वैश्यों की एक जाति । -पु०५इस जाति मिचळाणी (बो)-क्रि० १ उबकाई भाना, मितली मामा, के का व्यक्ति । होना । २ देखो 'मचळणों' (बौ)। माहे-देखो 'माय'। मिचलो-देखो 'मचलो'। माहोमाहि,माहोमाहि, माहोमांहै, माहीमा माहोमाह, माहोमाहि, | मिच्च-पु. [सं० म्ले छ] पवन । माहोमाहे-क्रि० वि० [सं० मध्यस्य मध्यस्मिनः] परस्पर, मापस | मिस्त्री० [सं०] बाधा, अडचन। ___में । एक दूसरे के प्रति । मिच्छत, मिच्छत्त-पु० [सं० मिथ्यात्व] सस्य को प्रसत्य व fotणी-देखो 'मींगरणी'। असत्य को सत्य समझने की अवस्था। मिगणी-देखो 'मींगरणो'। मिच्छदिट्टि, मिच्छविट्ठी-स्त्री० मिथ्या दृष्टि । (जैन मिजासणो-देखो 'मजासणों'। मिच्छामिदुक्कड़-पु० मिथ्या दुष्कृत। मिठु-देखो 'मीठी'। मिन्छा-स्त्री. मिथ्या। मिढ-देखो 'मीढी'। मिच्छावंसरण-पु० मिथ्या दर्शन । मिढरपी (बी)-क्रि० १ बराबर होना, समान होना। २ एक | मिच्छादिटठी-स्त्री. मिथ्या दृष्टि । साथ रख कर मिलाया जाना। ३ देखो 'मींडणी' (बी)।मिच्छादुक्का-देखो "मिच्छामिदुक्कड़। मिङ्मुख-पु. एक देश का नाम । मिछ-वि० मत । मित, मितर-१ देखो 'मित्र'। २ देखो 'मंत्र'। मिछत-पु० मिथ्यात्व, मिथ्यापन । मितरणौ (बो)-देखो 'मंतरणो' (बो)। मिजनू-देखो 'मजनू'। मितरता, मितराई-देखो 'मित्रता'। मिजबांनी-देखो "मिजमांनी'। मितरी-देखो मंत्री, मित्र'। मिजमारण, मिजमान-पु० [फा० मेहमान मतिथि, मेहमान ।। मितरोळ, मिसरोळियो-१ देखो 'मंत्र'। २ देखो 'मंतरोळियो' । मिजमानिय, मिजमानी-स्त्री० [फा० मेजबांनी] १ आतिथ्य, . मिती-देखो "मिति'। मित्र-देखो 'मित्र'। सत्कार, स्वागत । २ मातिथ्य में दिया जाने वाला भोज । ३ अतिथि की भेंट। मित्राई-स्त्री. मित्रता, दोस्ती। मित्री-देखो 'मंत्री'। मिजराब-पु. [म.] तार वाद्य बजाने का छल्ला । मिवर-१ देखो 'मंदिर'। २ देखो 'कठमंदिर'। मिजलस-देखो 'मजलिस'। मियाळ-पु. कच्चे मकान की छाजन में लगने वाली लकड़ी | मिजळो-वि० (स्त्री• मिजळी) हीन या भोछी प्रवृत्ति वाला, विशेष । नीच, कृतघ्न । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy