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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra मानुधान मालुपड़ी- देखो 'मालपूश्री' । माधान - पु० [सं० मालु धान: ] १ आठ प्रमुख नागों में से एक। मावडी - देखो 'माता' । २ एक सर्प विशेष । ३ महापथ | मालुम -देखो 'मालम' । मातृपो देखो 'मालपूबो' । मालूम - देखो 'मालम' । मालूर - पु० [सं०] १ बिले का वृक्ष । २ के का पेड़ । मालेरिया स्त्री० रहट में लगने वाली लकड़ी । मालोच पु० १ भाव भगत, प्रादर-सत्कार । २ उपचार । मालोपमा स्त्री० उपमा अलंकार का एक भेद । मालोमाल - पु० [फा० मलामाल ] धन से परिपूर्ण, सम्पन्न । मालोवम- देखो 'मालोपमा' । www.kobatirth.org ( ३७५ ) - मालोहड़ पु० जैन धर्मानुसार एक दोष । माळी, माली - पु० [अ० महल ] १ पक्षियों का घोंसला, नीड़ । २ मंच, मचान । ३ तलवार में संधि स्थल या जोड़ ४ देखो 'मल्लो' | माल्यवंत, माल्यवान - पु० [सं० माल्यवत् ] १ सुकेश नामक राक्षस का जेष्ठ पुत्र । २ पुष्पदंत नामक गंधर्व का नाम । ३] इलावृत एवं केतुमाल के बीच का एक पर्वतवि जो माला पहने हुए हो । बारह पु० धानंद, मंगल माल्हण स्त्री० दुल्हेराज बारहट की पुत्री एक देवी । माही (बो) स्वी० १ मस्ती में झूमना, झूमते हुए चलना २ श्रानन्द या मौज करना । ३ उपभोग करना, भोग करना । ४ मंदगति से निर्भय चलना । ५ जन्म लेना, अवतार लेना । ६ मस्ती में बोलना, भूमना । ७ मंडराना ८ व्याप्त होना, जागृत होना, उद्दीप्त होना । ६ विध्वंस करना । १० प्रस्त मावनी ( ) - कि० [प्र० समाना] १ किसी परेवा क्षेत्र में भाजाना, समाजाना । २ सीमा में रहना । ३ खटना, रहना । ४ निभना । ५ सहन होना । ६ हजम होना । मा'वत - १ देखो 'महावत' । २ देखो 'माईत' । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मा' वतससतर - पु० हाथी को हांकने का शस्त्र । अंकुश । माध-देखो 'महावत' मावलियां स्त्री० [सं०] मातृका] सप्त लोक देवियों का समूह, स्कंद मातृकाएँ । मावळियाई-भाई पु० सहोदर भ्राता । मावली - स्त्री० दक्षिण भारत की एक पहाड़ी वीर जाति । मावस - स्त्री० श्रमावस की तिथि । मानसी देखो 'मासी' । मावस्या - देखो 'प्रमावस' । मावाळी - स्त्री० मिट्टी के बर्तन में वृद्धि के लिये लगाई जाने वाली मिट्टी मासपरलो मानित, मावित्र, मावीत, मावीत्र देखो 'माईत' पल पली'माईतपणो' । मावीती स्त्री० १ वासस्य प्रेम २ अपने से छोटे के प्रति " व्यस्त करना । ११ मलार राग गाना | माल्हाळी- देखो 'मालाळी' । माल्हाळी- देखो 'मालाळी' । मायड़ मावली-देखो 'माता'। मावड़ियां देखो 'मालिया । मावड़ियो - वि० [सं० मातरि पुरुष ] १ माता या श्रौरतों के सानिध्य में शेखी बघारने वाला । २ कायर, डरपोक । ३ स्त्रियों जैसे हाव-भाव दिखाने वाला । ४ सदा माता के पास रहने वाला । मावड़ी देखो 'माता'। मावत देखो 'मावऽ' । मावटी स्त्री० स्त्रियों के शिर की मांग का प्राभूषण । मावी, मावठ मावठी० [सं० माघ-प्रावृष्ट] हेमंत ऋतु या मासवदौ पु० एक वस्त्र विशेष 4 माघ मास की वर्षा । स्नेह की भावना । भावी पु० [सं०] मुंड] १ दूध का बोधा २ किसी वस्तु का सार-तत्व, तत्त्व | ३ मसाला, सामग्री । ४ श्रोषधि विशेष । ५ प्रफीम का नशा । ६ अफीम की मात्रा । ७ कद्र, इज्जत ८ प्रकृति । ९ रस, प्रेम I मास - पु० [सं०] १ वर्ष का बारहवां भाग, महिना । २ अवधि समय । ३ ऋतु । ४ बारह की संख्या । ५ देखो 'मांस' । मास - १ देखो 'मासो' । २ देखो 'मास' मा'सगती देखी 'महासक्ति' । मासड़ी-१ देखो 'मास' । २ देखो 'मांस' । मासक पु० [सं०] १ महिना मास २ देखो 'मासु' ३ देखो 'मासिक' । ४ देखो 'मासो' । मासकल्प पु० चातुर्मास के अलावा उन्नीस दिन की अवधि मासक्षमण, मासखमण पु० एक मास तक किया जाने वाला व्रत । मा'सती स्त्री० [सं० महा-सती] वीर पुत्र को गोद में लेकर सती होने वाली स्त्री माता मासदिवस पु० १ एक मास की अवधि २ तीस की संख्या । मासद्ध - पु० [सं० श्रद्धं मास] एक पक्ष, प्राधा मास । मासपरणी - स्त्री० [सं० माष-पर्णी] जंगली उड़द । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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