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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मापासून माध्यम मंजिल । ५ किसी वंश का प्रादि पुरुष । ६ अंत, छोर, मादी, माद्दौ-पु० [अ० मादः] १ कुछ समझने या सहन करने हद, सीमा। ७ पूर्वजों की जन्म भूमि, जन्म स्थान । की शक्ति या गुगण । २ सृष्टि की उत्पत्ति का मूल तत्त्व, ८ देखो 'मथारौ'। प्रकृति । ३ किसी वस्तु का मूल तत्त्व । ४ व्याकरण में माथासून-पु. एक प्रकार का घोड़ा। शब्द की उत्पत्ति । माथासूळ-पु० [सं मस्तक-शूल] शिर दर्द । माद्री-स्त्री० [सं०] मद्र राजा की पुत्री व कुरुराज पाण्डु की माथाहरो-देखो 'माथासरौ' । पत्नी। मायीबो-पु० गाड़ी के जूए के नीचे बांधा जाने वाला चमड़ा। माद्र य-पु० [सं०] 'माद्री' के पुत्रों का एक संबोधन । माथे, मार्य-क्रि०वि० १ ऊपर, पर । २ मस्तक पर, शिर पर। | माधव-पु० [सं०] १ ईश्वर, परमेश्वर, विष्णु । २ श्रीकृष्ण । ३ पासरे, भरोसे, सहारे । ४ विश्वास पर । ५ निकट, ३ इन्द्र । ४ कामदेव का सखा, वसंत ऋतु । ५ वैशाख पास, नजदीक । ६ अवसर पर, मौके पर । मास । ६ परशुराम । ७ मालिक, स्वामी । ८ एक राग माथी-पु० [सं० मस्तक] १ मस्तक, शिर । २ बुद्धि, चित्त। विशेष । ६ ऋग्वेद के भाष्य कर्ता । १० उत्तम मन्वन्तर के ३ मनस्थिति, विचार । ४ मस्तक का ऊपरी भाग, मनु का पुत्र । ११ मृगु कुल का एक गोत्रकार । १२ भौत्य खोपड़ी। ५ मस्तक की केश राशि । ६ मुखाकृति । ७ किसी मनु का एक पुत्र । १३ राजा विक्रम का पुत्र एक राजा। वस्तु का अग्र भाग। एक प्रकार की सवारी। १४ एक यादव राजा । १५ एक धार्मिक ब्राह्मण । १६ मधु माद-पु० [सं०] १ नशा, मद । २ हर्ष, प्रानन्द । ३ गर्व राक्षस के वंशज । १७ माधवाचार्य । अहंकार। ४ खलिहान में भूसे व अनाज का ढेर ।। ५ देखो 'मादा' । माधवरित (रितु)-स्त्री० [सं० माधव+ऋतु] वसंत ऋतु। मादक-वि० [सं०] १ नशा देने वाला, नशीला । २ प्रानन्द | माधवाचारी, माधवाचार य-पु० [सं० माधव-प्राचार्य] १ ऋग्वेद दायक, मस्तीदायक । -पु० मादक पदार्थ । के भाष्यकर्ता एक प्रसिद्ध विद्वान । २ एक वैष्णव धर्माचार्य । मादकता-स्त्री० [सं०] १ नशे का गुण, नशीलापन । २ नशा । | माधवी-स्त्री० [सं०] १ चमेली जाति की एक प्रसिद्ध लता। ३ मस्ती । ४ प्रानन्द । . २ तुलसी। ३ मिश्री । ४ मधु से बनाई जाने वाली एक मावर-स्त्री० [सं०मातृ] माता, मां, जननी । -जात, जाद-वि० शराब । ५ दुर्गा । ६ दूती, कुटनी । ७ प्रोड जाति की एक माता के उदर से निकले वैसा । मूर्ख । जन्म का, पंदाईमी। रागिनी। सवैया छन्द का एक भेद । ९ राजा ययाति वस्त्रहीन, नगा। सगा, सहोदर । की कन्या । १० रथध्वज राजा के पुत्र धर्मध्वज की पत्नी। मावळ, मादल-पु० [सं० मर्दल] १ पखावज या मृदंग से ११ जन्मेजय प्रथम की पत्नी। १२ स्कंद की अनुचरी मिलता-जुलता एक वाद्य । २ ढोल । ३ मृदंग । ४ न अधिक एक मातृका। -लता-स्त्री० चमेली जाति की लता विशेष । उष्ण न शीतल, शीतोष्ण । माधवौ, माधियों-देखो 'माधव'। मावळियो, मादलीयो-पु० १ सोने-चांदी या धातु का बना माधुर-पु० [सं०] १ चमेली, मल्लिका । २ देखो 'मधुर'। ताबीज । २ ताबीज, गंडा । ३ ऊंट के पांवों में बांधने की जापान में जारी , माधुरी-स्त्री० [सं०] १ मधुर होने की अवस्था या भाव । ५ मुखिया। ६ मित्र या दोस्त । ७ देखो 'मांदळ' । २ मिठास, मोठापन । ३ शराब । ४ एक लता। -वि. माविक-पु. १ मादक पदार्थ, मद्य । २ स्त्री, प्रौरत, नारी ।। १ मोहित करने वाली, मनोहर । २ सुन्दर । ३ मीठी, -वि० [सं० मंद] १ सुस्त, पालसी। २ रोगी। ३ कम, मधुर । थोड़ा। माधुरच, माधुरचय-पु० [सं० माधुर्य] १ मधुरता, मीठापन । २ मधुर होने की दशा या अवस्था । ३ सौन्दर्य, लावण्य । मादियो-पु० [सं० मध्यस्थ] गहरा एवं लंबा छेद करने का | ४ मोहकता । ५ सात्विक नायक का एक गुण । ६ काव्य उपकरण । -वि० १ मस्त । २ लुच्चा लफंगा उदंड । । का एक गुण । ७ कर्नाटक पद्धति का एक राग । माविलर-स्त्री. एक प्रकार का वाद्य विशेष । माधौ-देखो 'माधव' । मादी-देखो 'मादा'। माध्यम-पु० [सं०] १ कार्य सिद्ध करने का साधन, उपाय, मावीकड़कम-पु० पुरुषों के कानों का आभूषण । उक्ति। २ शिक्षा एवं विचारों की अभिव्यक्ति की भाषा। मादू-१ देखो 'माई' । २ देखो 'माढू'। ३ प्रस्तुतीकरण का साधन । -वि० मध्यस्थ, बीच का, मा'देव-देखो 'महादेव' । मध्यम। For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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