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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra भोमदती मोमी- देखो 'भूमि' मोमीचार पु० भूमि का अधिकार www. kobatirth.org भोमियाजी पु० एक प्रकार का लोक देवता । भोमियावं पु० पिता की संपत्ति का पुत्रों में बराबर विभाजन । भोमियौ वि० १ जानकार, विज्ञ । २ चतुर, दक्ष ३ मूल निवासी ४ बाहुबल से अधिकृत भूमि का स्वामी ५ क्षेत्र विशेष का विशेष जानकर ६ लुटेरा, डाकू । ७ किसी क्षेत्र या भूमि का सार्वभौम स्वामी पु०१ चूहा २ वह छोटा भू-स्वामी जो पुलिस का कार्य करता था । ( २०३ ) मोमदंती - स्त्री० १ उत्तर दिशा का दिग्पाल । २ सार्वभौम भोळप-स्त्री० १ गलती भूल । २ भ्रम, धोखा । ३ श्रविवेक । दिग्गज । ४] मुखावा ५ सीधापन, सादगी ६ चतुराई, चालाकी सोमबा० एक प्रकार का कर लगान जो भोमियों से लिया का अभाव । जाता था । भोमविज्जा स्त्री० भूकंप से शुभाशुभ फल जानने की विद्या । मोमि देखो 'भूमि'। मोमियाचारी- देखो 'भोमीचारी' । मोमीबळ - पु० जल, पानी । भोमीयाबारी देखी 'भोमवारी' | भोमीयो-देखो 'भोमियो' | भोयंकर - देखो 'भयंकर' । भो-देखो 'मुजंग' | भोयंगमंडळ - पु० [सं० भुजंग मंडल ] नागलोक, पाताल | भोय १ देखो 'भोम' । २ देखो 'भोग' । मोमीचारी- पु० १ भोमियों की बस्ती । २ 'भोमियों' का की अधिकार कृषि भूमि का निःशुल्क भोग ५ जमींदारी विशेष भोली - पु० एक अछूत जाति का व्यक्ति । भो भो , Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir करना । २ भुलावे में रखना । ३ धोखे में रखना । ४ सहलाना, पुचकारना । मोळवली (ब)- देखो 'भोळणी' (बो) । मोळाई - स्त्री० सीधापन, सरलता, भोलापन, नादानी । भोळाटी- वि० धोखा खाया हुधा, भ्रम में पड़ा हुआ, भ्रम, चक्कर । भोळाणी ( बौ) - क्रि० १ किसी की जिम्मेदारी या देखरेख में करना, देना। २ संचलाना, सौंपना ३ कार्य निर्देश करना । ४ भुलाना । ५ धोखे में डालना । ६ हिदायत देना । भोलानाथ पु० शिव, महादेव । भोळापरण ( परणौ ) - पु० १ नादानी, नासमझी। २ सीधापन, सरलता । ३ अज्ञानता, असावधानी । ४ मूर्खता । भोळावट-स्त्री० जिम्मेदारी, उत्तरदायित्व । भोळावरण (रिख, सी) - स्त्री० १ । । जिम्मेदारी २ निगरानी ४ सावधानी के लिये निर्देश समझ । भोळावली (चौदेखी भोळाणी' (पो भोलि पु० [सं० बहुलिट ] ऊंट । भोळीचक्रवत (वति वरति ) - पु० शिव, महादेव । भोळेपण - देखो 'भोळापण' । भोळेराव पु० गुजरात का राजा भीता भीम मौरामाखी देखो 'भवन, भुवन' २ देखो 'भोजन' भोर पु० १ सवेरा, प्रातःकाल २ धोखा, भ्रम-वि० पति, स्तंभित। भोर- वि० वृद्ध, बूढ़ा । भोरणी (बो) - क्रि० १ भ्रम में रखना, भ्रमित करना । २ टुकड़े भोसकियो, मोसक्यो- पु० स्त्री की योनि, भग। टुकड़े करना, महीन चूर्ण बनाना । भोसागर - देखो 'भवसागर' । मोरी स्वी० चेचक रोग का एक भेद 4 कार्य का उत्तरदायित्व, देख-रेख ३ संभाल । सिफारिस ६ शिक्षा, भोळं क्रि० वि० भ्रमवश असावधानी में, नादानी से । मोळी- वि० (स्त्री० भोळी) १ स्वभाव से सरल, सीधा-सादा । शरीफ। २ मासूम, नादान । ३ जिसके दिमाग में कोई चालाकी या चतुराई न हो । ४ मूर्ख, बेवकूफ । ५ समझदार, भला । ६ निश्छल । ७ सम्मिलित साथ। -पु० १ शिव, महादेव । २ प्रभाव । ३ भ्रम । ४ गर्व, अभिमान । भोलानाथ पु० शिव, महादेव । भोवाळ - देखो 'भपाळ' । , मोहली (बी)- कि० भोगना उपभोग करना। For Private And Personal Use Only , मोरो-१० १ का दाना २ किसी वस्तु का महीन अंसभ स्त्री० ध्वनि विशेष । टुकड़ा । भकरण (at) - देखो 'भ'करणी' (बी) । भोळ-१ देखो 'भोळी' २ देखो 'भोळ' ३ देखी 'भोळानाव' भौंचक भाँचका वि० हक्का-बक्का, स्तंभित । मोल पु० योनि, भग, स्त्री चिह्न मोबाई १ देखो 'मू'जाई' २ देखो 'भोजाई । भोळउ-देखो 'भोळो' । भौडेल पु० विवाहादि मांगलिक अवसरों पर कुछ उपहार लेने वाली जाति समूह भोळणी (बो) - क्रि० १ अपने जिम्मे लेना, प्रपनी देख-रेख में मौर, मोरो-देखो 'भ्रमर' चौरामाची स्त्री० बड़ी
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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