SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 274
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मडंग ( २१८ .) भभतीज भडंग-पु० मूर्ख व्यक्ति । भरणरणरणौ (बौ)- देखो 'भणकणौ' (बौ)। भडगी-वि० प्राडंबर रचने वाला । दिखावा करने वाला। | भरपरणांट, भणणाट (टो)-देखो 'भणण' । भडजर-पु० [सं० भट्-पंजर] योद्धा का अस्थि-पंजर । भरगणारणी (बौ), भणणावणो (बो)-क्रि०१ भौंरे का गुनगुनाना। भड-पु. १ एक प्रकार का वृक्ष विशेष । २ देखो 'भट'। २ मक्खियों का भिनभिनाना। ३ चक्र का जोर से फिरना । भडकणो (बी)-१ देखो 'भिडकणी' (बी) । २ देखो | ४ चक्र फिरने की ध्वनि होना। "भड़कणो' (बौ)। भरणगाहट-देखो 'भणण' । भडकाडणी (बो), भड़काणी (बो)-१ देखो. 'भड़काणी' (बो)। | भणणौ (बौ)-क्रि० १ पढ़ना, पढ़ाई करना । २ अध्ययन करना २ देखो 'भिड़काणी' (बी)। मनन करना । ३ पाठ करना, मंत्रोच्चार करना। ४ जपना। भडकिमाड, (किंबाड, किमाड)-देखो 'भड़किंवाड़'। ५ रटना । ६ कहना, कथना । ७ बुनाई करना । ८ होना । भडग-पु० [सं० भद्रांग] १ शिव, महादेव । २ बलराम । ९बनना। भडणी (बी)-क्रि० १ हाथों से जड़ सहित उखेडना । भरणत-स्त्री०१ पढ़ने की क्रिया या भाव । २ बुनने की क्रिया देखो 'भिडणी' (बो)। या भाव । ३ बुनाई का ढंग । ४ कृषकों का लोग गीत भड़ताळ -देखो "भिड़ताळ' । विशेष । भडत्थ-देखो 'भड़ीतो' । भणभणाट, भणभणाहट, भरणभरणाटो-देखो 'भणण' । भडबाउ, भडवाय-पु० [सं० भटवाद] १ बीरता की ख्याति । भरणसाल, भरणसालइ-स्त्री० कोषागार, खजाना । २ सामथ्र्य, बल, शक्ति । ३ योद्धापन । भरपहरण-देखो 'भणण'। भडांप-स्त्री० एक प्रकार की बन्दूक । भणहणणो (बौ)-क्रि० १ हवा का चलना । २ देखो 'भणकाणी' मडांबली-स्त्री० १ द्विविधा, सन्देह । २ प्रातुरता, त्वरा । (बी)। भडाभड-देखो 'भड़ाभड़'। भणाड़णी (बौ)-देखो 'भणाणो' (बी)। भडाळ-देखो 'भट'। भरगाणी (बो), भणावरणो (बो)-क्रि० १ कहलाना, बुलवाना । भडोळ-वि० फूहड़, असभ्य । २ पढ़ाना,पढ़ाई कराना। ३ प्रध्ययन कराना, मनन कराना। भडोळखानौ-पु० अव्यवस्था । ४ पाठ कराना, मंत्रोच्चार कराना ।५ जपाना । ६ रटाना । भड-देखो ‘भट' । ७ कथाना । ८बुनाना । ९ बनवाना । भडुळीपुरांण, भडळीपुराण-पु० 'डंक' ज्योतिषी द्वारा रचित मरिणत-स्त्री० कही हुई बात या कथा ।-वि० पढ़ा हुआ, बना ___ वर्षा-विज्ञान संबंधी पद्यों का संग्रह । ____ हुअा, बुना हुआ। भयंक-देखो 'भरणक'। भरिणयरण-वि० १ पठित, पढ़ा हुआ । २ विद्वान ।-पु० चारण भणकरणौ (बो)-देखो 'भरणकरणों' (बी)। कवि। भणकार, भणंको भणक्क-देखो 'भरणक' । भणी क्रि०वि० १ कहकर, बोलकर । २ लिए, वास्ते, निमित्त । भरोज भणज-देखो 'भाणेज'। भणंकणी (बौ)-देखो 'भणकणी' (बी)। भण्यागरी-वि० साथ रहने वाला, सहचर । भरण-पु० ताड़ का वृक्ष । भत-१ देखो 'भांत' । २ देखो 'भात' । भणक-स्त्री० [सं० भरण, भणन] १ ध्वनि, आवाज । २ अफवाह, उड़ती खबर । ३ किसी बात का संकेत । भतई-१ देखो 'भातवी' । २ देखो 'भात' । ४ हल्की आवाज। भतवार, भतवारण, भतवारी-स्त्री० [सं० भक्त-हारिणी] कृषक भरणकरणो (बौ)-क्रि० १ भन-भन शब्द होना। २ मंडराना । के लिये खेत में भोजन लेकर जाने वाली स्त्री। ३ पाना। ४ जाना । ५ भन भन शब्द करना। ६ मक्खियों | तवारी-पू० कृषक के लिये खेत में भोजन ले जाने वाला का भिन-भिनाना। व्यक्ति । भरणकार, भणकारी, भणको भरगणक-देखो 'भणक' । भतार, भतारौ-देखो भरतार' । भरगणकरणो (बौ)-देखो 'भरणकणो' (बी)। भति-१ देखो 'भांत' । २ देखो 'भती' । भणण-स्त्री. १ भौरे आदि की गुनगुनाहट । २ मक्खियों की | भती-स्त्री० १ पृथ्वी, भूमि । २ देखो 'मांत'। भिन-भिनाहट । ३ एक ही वृत्त पर जोर से घूमने की भतीज, भतीजी-पु० [सं० भ्रातृज] (स्त्री० भतीजी) बड़े भाई क्रिया । ४ इस क्रिया से उत्पन्न ध्वनि। का लड़का । भतीजा। For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy