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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पढिमाक ( २१ ) . पत कराना । ३ उच्चारण कराना, मंत्रोच्चार कराना । पणव-पु० [सं० पणव] १ छोटा नगाड़ा । २ छोटा ढोल । ४ पढ़ाई कराना, अध्ययन कराना, शिक्षा देना । ५ रटाना, | पणस-पु० [सं० पनस] १ कटहल । २ राम की सेना का एक रटाई कराना। ६ सीखाना।। बन्दर। पढ़िवाल-देखो 'प्रतिहार'। परणसणु-वि० नष्ट करने वाला। पढ़िवं -वि० [सं० पठितव्यम्] १ पढ़ने योग्य । २ पढ़ाने योग्य । | पणसरणौ (बी)-क्रि० [सं० प्रनाश] १ नष्ट करना । २ नष्ट पढ़-वि० [सं० प्रति-भूः] १ जमानत देने वाला, जामनी ।। होना। २ निष्कलंक, निष्पाप बेदाग । ३ वीर, बहादुर । पणहा-पु० [सं० उपानह] जूती (मेवात)। पढोकड़ो-वि० १ पढ़ने वाला, अध्येता । २ अधिक पढ़ने वाला। पणहार (हारण, हारी)-वि० [सं० प्रतिज्ञा-हारी] १ प्रतिज्ञा ३ विद्वान । हारने वाला, प्रणहारी । २ देखो 'पणिहार'। पगंग, पणंगियो, पगंगौ-पु० [सं० पानाङ्ग] १ पानी, जल । पणि-देखो 'पण'। . २ मेघ की बूद। परिणयार, पणियारी, परिणहार, परिणहारण, पणिहारी-स्त्री. पर्णच-देखो ‘पणच'। [सं० पानीयहारी] १ जलाशय से पानी लाने वाली स्त्री। पण-पु० [सं०प्रतिज्ञा, प्रण] १ दृढ़ निश्चय, संकल्प,, प्रतिज्ञा। २ वर्षा के समय बहते पानी में उठने वाले बुद-बुदे । प्रण । २ व्रत। [सं० पर्वन्] ३ आय के चार भागों में से | ३ हल में लगने का एक उपकरण (मेवात)। ४ हल का एक । [सं० पानीयम्] ४ पानी, जल । -क्रि०वि० [सं०पुनः]। एक अन्य उपकरण । ५ एक लोग गीत । ६ सारंगी का मुख्य १ भी । २ परन्तु । ३ तो भी । ४ फिर, फिर भी। छेद (शेखावटी) । ७ गधा या गधी। (ऊमर कोट) -वि० [सं० पंच पंच, पांच । परणी-देखो 'पण'। पणइंद्रिय-देखो 'पंचेंद्रिह' । परणीहारी-देखो 'पणिहारी' । पणखी-पु० छाछ से बना पेय पदार्थ । पण, पणौ-पु० [देश॰] १ खरबूजा, पपीता, ग्राम प्रादि की परणग (गो)-स्त्री० १ वर्षा की बंद । २ देखो 'पणंग' । ३ देखो| गिरी के शक्कर मिले टुकड़े । २ देखो 'पण' । 'पाणगौ'। पण्यांगना-स्त्री० [सं०] वेश्या, गणिका। पणघट-पु० [सं० पानीय-घट्ट] १ जलाशय का किनारा जहां से | पतंग-पु० [सं०] १ सूर्य, सूरज । २ दीपक, ज्योति । पीने का पानी भरा जाता है । २ घाट । ३ पानी लाने ३ चिनगारी । ४ खून । ५ लाल रंग । ६ हल्का रंग । वाली स्त्रियों का समूह । ४ इस घाट पर जाने का रास्ता। ७ मच्छर आदि उड़ने वाले जीव । ८ पक्षी । ९ टिड्डी। पणच, पणछ-स्त्री० [सं० प्रतंचिका, प्रा० पडंचा] धनुष की १० कनकौमा, गुड्डी । ११ शरीर, अंग । १२ एक झाड़ी डोरी, प्रत्यंचा। विशेष । १३ एक प्रकार का वृक्ष । १४ डिंगल का परणमल्ल-वि० प्रतिज्ञा का पालन करने वाला । एक छन्द । पणणौ (बौ)-क्रि० [सं० प्रणमति] १ प्रणाम करना, नमन | पतंगज-पु० [सं०] १ सूर्य पुत्र यम । २ कर्ण । ३ अश्विनी कुमार। करना । २ देखो 'पुणणो' (बौ)। ४ पसीना । परणधर (धारी)-वि० [सं० प्रतिज्ञा-धारी] प्रतिज्ञा करने पतगजा-स्त्री० सूर्य पुत्री यमुना। वाला, प्रणधारी । पतंगबाज-पु. पतंग या गुड्डी उड़ाने का शौकीन, निपुण, दक्ष । परणनडो-पु० पोखर, पानी का गड्डा । पतंगबाजी-स्त्री० पतंग उड़ाने की क्रिया, हौड़, प्रतिस्पर्धा । परणपणो (बी)-देखो 'पनपणी' (बी) । पतंगसुत-देखो 'पतंगज'। पणपाणी (बी), पणपावरणी (बी)-देखो 'पनपाणी' (बी) । पतंगियो, पतंगो-पु. १ पर दार कीट । २ टिड्डी। परणफर-पु० [सं०] कुण्डली में लग्न से दूसरा, पांचवां, पाठवां | पतग्या-देखो 'प्रतिग्या'। और ग्यारहवां घर। पतंजळि-पु० [सं० पतंजलि] १ योग शास्त्र के रचनाकार एक परणबंद (बंध)-वि० [सं०प्रतिज्ञा-बन्ध] प्रणवीर, प्रतिज्ञावान। ऋषि । २ पाणिनीय सूत्रों पर महाभाष्य लिखने वाले एक पणमंड-वि० [सं० प्रतिज्ञा-मण्डनम्] प्रणवीर, प्रणधारी । मुनि । परणमणी (बी)-क्रि० [सं० प्रणाम्] प्रणाम करना । नमस्कार | पत-स्त्री. १ मर्यादा, प्रतिज्ञा, गौरव । २ इज्जत, प्रतिष्ठा । करना। ३ गुड़ की चासनी । ४ विश्वास, भरोसा । ५ साख, पैठ । पणयालीस-देखो 'पैतालीस' । ६ देखो 'पति' । ७ देखो 'पत्री' । ८ देखो 'पत्र' । पणवंत-वि॰ [सं० प्रतिज्ञा • वान] प्रणधारी । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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