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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra 寫 www. kobatirth.org गड़ देखो 'मंगेड़ी' । ( २६० ) देवनागरी वर्णमाला का चौबीस वर्ण । मंड्स - देखो 'भैंस' | मंडी-देखो 'भैसो' । मंकारी - स्त्री० [सं० भंकार ] १ भुनगा । २ एक प्रकार का छोटा मच्छर । मंख-वि० निर्धन, कंगाल मंगल-वि० तोड़-फोड़ करने वाला -- --भ- ३. धावत . अंग-पु० [सं० भङ्ग] १ टूट-भाग, खण्डन । २ दरार । ४ पृथकता बलदमी ५ अंश हिस्सा ६ नियम या क्रम में पड़ने वाला प्रन्तर । ७ किसी कार्य को स्थगित करने की क्रिया । ८ बाधा, विघ्न, रुकावट, गड़बड़ी । ९ प्रतिबंध, मुअत्तली । १० भागने की क्रिया । ११ पराजय । १२ असफलता । १३ नाश, बरबादी । १४ कार्य, व्यवस्था प्रादि की रुकावट १५ भगदड़, खलबली । १६ ध्वंस, विनाश। १७ फेर, मोड़ । १८ तह. परत । १६ लहर या सिकुड़न । २० जल मार्ग, नहर । २१ पथ रास्ता । २२ छल, धोखा । २३ प्रदित वात रोग । २४ एक देश का नाम । २५ हानि, क्षति । २६ देखो 'वंग' । वि० १ टूटा हुआ क्षत-विक्षत । २ बिखरा हुधा । ३ जो गठित न हो । ४ रुका हुम्रा, बाधित । ५ देखो 'भांग' । गधहारी- पु० [सं०] १ शिव, महादेव २ भांग का नशा , करने वाला व्यक्ति । स्त्री० मंत्री की स्त्री । मंगो (बी) - क्रि० [सं० भञ्ज्] १ टूटना, खण्डित होना, । । ३ भग्न होता २ हारना, किसी से दबना, दबाव मानना । ४ मिटना, नष्ट होना । परास्त होना ५ देखो 'भांगणी' (बौ) । बिहारी पु० शिव, महादेव मंगराज पु० [सं० भृगराज] १ काले रंग की एक चिड़िया विशेष २ देखो 'भांगरी' | | मंगरी-देखो 'भांबरी' । मंगट, मंगच मंगवाट देखो 'भगवट' मंगांरण - स्त्री० १ भागने की क्रिया या भाव, भागदड़ । २ धाक, भय, रौब 1 भंगार - देखो 'बधार' । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भंगार (बी) देखो 'वपारण' (बी) मंगि- स्त्री० [सं०] १ तरीका, ढंग । २ शरीर की कोई भाव सूचक मुद्रा । ३ टूट-फूट । ४ घुमाव, टेढ़ापन ५ सिकुड़न । ६ फरेब, जाल । ७ विन्यास, विच्छेद । ८ व्यंग्योक्ति । ६ रसिकतापूर्ण उत्तर । मंत्री, भीड़-पु० (स्त्री० मंगण) १ एक प्रस्पृश्य जाति या इस [स० भंग + ङीप ] २ रेखा [६० मन्]ि शिव, जाति का व्यक्ति, हरिजन । चित्र रेखाओं की चित्रकारी महादेव । गोवाड़ी पु० १ मंगियों का मोहल्ला २ गंदा स्थान ३ गंदगी । मंजरी भंगुर - वि० [सं० मंजू +घुरच्] १ टूट-फूट कर विघटित होने वाला । २ नष्ट होने योग्य । पु० नदी का मोड़ । भगेड़ी - वि० [सं० मगा) बहुत अधिक भांग पीने वाला, भांग पीने का मादी । मंगेड़ो भगेरी-देखो 'गंगेड़ी' । भळ, मंगळी वि० [सं० मंग+रा.प्र. एलियो] भागने वाला । पंजी० १ लंब दूरी २ तोड़ना किया मंजन ३ पहले बोई फसल खराब होने पर उस पर दुबारा बोई जाने वाली फसल । ४ विघ्न, बाधा, प्रड़चन । ५ जोड़े का खण्डन । , मंजक [वि० [सं०] मंजू] तोड़ने-फोड़ने वाला मंजन करने वाला । २. विघ्न या बाधा डालने वाला । मंजी-स्त्री० [सं० भज्] विघ्न, बाधा। For Private And Personal Use Only मं० १ तोड़ने या भंग करने की क्रिया २ ध्यांस नाश । ३ खडन, भांग । ४ सहार । ५ पराजय, हार । - वि० १ मिटाने, नाश करने या ध्वंस करने वाला । २ मारने वाला । ३ पराजित करने वाला, हराने वाला । भजली वि० [सं०] मंज] १ मिटाने वाला नाश करने वाला। २ पराजित करने वाला । ३ सहार करने वाला । ४ तोड़ने वाला, टुकड़े करने वाला ५ मानने वाला डरपोक । भंजर (ब)- क्रि० १ मिटना, नाश होना २ पराजित होना । ३ सहार होना । ४ टूटना । ५ डर कर भागना । ६ जोड़े
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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