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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir बीदा । २२९ ) बीरोचन सजा बाक्पा बीवा-देखो 'विदा'। बोमो-पु० [फा० बीम] किसी प्राणी के जीवन या किसी वस्तु बीधणी (बो)-देखो 'बींधणी' (बी)। की भावी क्षति की पूर्ति हेतु की जाने वाली व्यवस्था । बीधू सणों (बौ)-देखो 'विधूसणी' (बौ)। बीमा। गारण्टी। बीन-१ देखो 'वीणा' । २ देखो 'बींद' । ३ देखो 'विनय'। बीय-देखो 'बी'। बीनड़ी, बीनणी-देखो 'बींदणी'। बीयडोत्तरसौ-देखो "बिड़ोत्तरसो'। बीनणी (बौ)-क्रि० [सं० विनयनम्] १ विनती या प्रार्थना बोयाळ, बोयाळकौ, बीयाळी-वि० [सं०व्यालू] (स्त्री०बीयाळकी) करना । २ अभिवादन या स्वागत करना । १ डरने वाला, डरपोक, भयभीत । २ डराने वाला। बीनती-देखो 'विनती'। बीयास-देखो 'व्यास'। बीनळ-स्त्री० [सं० वह्नि] अग्नि, प्राग । बीयौ-पु० [सं० द्वि] १ दो की संख्या का अंक । २ दो की संख्या बीनवणी (बो)-देखो 'विनवणी' (बी)। का वर्ष । ३ देखो 'दूजो'। ४ देखो 'बइयो' । बीनांण-देखो 'विनाण' । बीर-देखो 'वीर'। बीनी-स्त्री० [फा०] नासिका, नाक । बोरख-१ देखो 'वस' । २ देखो 'क्ष'। बीने, बीन-क्रि०वि०१ उस ओर, उधर । २ उसको, उसे । बीरखेत-देखो 'वीरखेत'। ___ -वि०-दोनों। बोरखेती-देखो 'वीरखेती। बीनो, बोन्ही-पु० [फा० बीना] १ मुह, मुख । २ उषाकाल | बीरगत, बीरगति-देखो 'वीरगति'। प्रभात । ३ उषाकाल का उजाला । ४ कष्ट, तकलीफ । बीरघंट-देखो 'वोरघंट'। ५ छान-बीन, नुक्ता चीनी। -वि०जिसे दिखाई देता हो, बीरज-देखो 'वीरज'। दृष्टिवाला। | बीरत, वीरता, बीरताई, बीरती-देखो 'वीरता' । बीफरणी (बो)-देखो 'विफरणो' (बी)। बीरपण, बीरपणी-देखो 'वीरपण, वीरपणो'। बीफरेल, बोफरल-देखो 'विफरेल' । बीरबर-देखो 'वीरवर'। बीबड़ी-देखो 'बीबी'। बीरबळ-पु० बादशाह-अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से बीबाळ-पु. १ योद्धा, वीर । २ मुसलमान । एक। बीबाह-देखो 'विवाह'। बीरबळी-पु०१ स्वर्ण निर्मित गोल चक्राकार प्राभूषण विशेष । बीबी-स्त्री० [फा० बी] १ यवन स्त्री, मुसलमान औरत । २वीरों को चढ़ाई जाने वाली बलि । २ अच्छे घराने की स्त्री, कुलवधू । ३ पत्नी, भार्या । बीरभद्र-देखो 'वीरभद्र'। ४ स्त्री, औरत। बीरमाव-देखो 'वीरभाव' । बीबू, बीबी-पु. (स्त्री० बीबी) १ यवन, मुसलमान । २ कार्य | बीरभोम-देखो 'वीरभूमि'। का विस्तार, बिखराव, फैलाव । बीररस-देखो 'वीररस'। बीमचार-देखो 'व्यभिचार'। बोरवर-देखो 'वीरवर'। बीमच्छ बीभत्स, बीभत्स-देखो 'विभत्स' । बीरहक, बीरहाक-देखो 'वीरहाक' । बीभरणौ (बो)-देखो 'विफरणो' (बी)। बीरांण-देखो 'वीरांग'। बीमळी-देखो 'वीभळी'। बीरांमी-देखो 'ब्राह्मी'। बीमाडणी (बी)-देखो 'विभाड़णो' (बी)। बीरा-देखो 'वीरा'। बीपीछन-देखो "विभीसण' । बीराधबीर, बोराधिबीर-देखो 'वीराधिवीर'। बीमोग-देखो 'विभोग' । बीरारस-देखो 'वीररस'। . बीमाण-देखो 'विमाण'। बीरी-स्त्री० १ सखी, प्राली । २ वीरबहूटी। बीमाणग (गी)-देखो 'विमाणग' । बीमार-वि० [फा०] रुग्ण, रोगी, रोगग्रस्त । बोरीयां-देखो 'वेळा'। बीमारवारी-स्त्री० [फा०] रोगी की सेवा शुश्रुषा । बीरू-स्त्री० बापंद की पुत्री एक देवी विशेष । बीमारी-स्त्री० [फा०] १ रोग, व्याधि । २ झंझट, परेशानी। बीरूप-देखो "विडरूप' । बीमाह-देखो 'विवाह'। बीरोचन-देखो 'विरोचन'। For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
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