SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 721
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धुपटरसा ( ७१२ ) धूयर धूपटणौ (बौ)-क्रि० १ खूब खर्च करना, वितरण करना। धूम-धाम से। २ अधिकार में करना । ३ लूटना । ४ अानन्द मनाना, खुशी धूमपालम-पु० [सं० धूमअलि] भौंरा, भ्रमर । मनाना, मौज करना। धूमकधैया-स्त्री० १ उछल-कूद, बदमाशी, उद्दण्डता। २ शोर धूपणौ-देखो 'धूपियो'। ___गुल हल्ला-गुल्ला । ३ लड़ाई, टंटा। धूपणो (बौ)-क्रि० [सं० धूप] १ धूप आदि सुगंधित द्रव्य धूमकेतन, धूमकेतु-पु० [सं० धूमकेतु] १ आग, अग्नि । जलाना। २ सूर्य के प्रातप में रखना, धूप देना। २ उल्का, पुच्छलतारा । ३ केतु-ग्रह । ४ शिव, महादेव । धूपत-पु० [सं० ध्र व-पति] ध्रव के स्वामी, विष्णु । ५ रावण की मेना का एक राक्षस । ६ पूछ पर मंवरी धूपदान (दांनी, धांणउ)-पु. १ धूप रखने का पात्र । २ धूप | वाला घोड़ा। जलाने का पात्र । धूमड़ो-देखो 'धूमडी'। धूपधारको-वि० तलवारधारी योद्धा । --पु० सूर्य, भानु । धूमज-पु० [सं०] १ बादल, मेघ । २ नागरमोथा। धूपबत्ती-स्त्री० [सं० धूपवर्ती] धूप द्रव्यों की बनी बत्ती, धमडौ-पु० मारवाड़ की एक पर्वत श्रेणी । अगरबत्ती। धूमधड़क्को. धूमधड़ाको-पु० धूम-धाम । धूपहट-देखो 'धूपघटी'। धूमधज-स्त्री० [सं० धूमध्वज] अग्नि, प्राग । धूपा-देखो 'धूप'। धूमधर-पु० [सं०] प्राग, अग्नि । धूपारणौ-देखो 'धूपियौ' । धूम-धांम-स्त्री० १ खुशी प्रसन्नता की चहल-पहल । ठाट-बाट, धूपियौ, धूपेड़ो, धूपेणौ-पु. १ धूप दान, धूप करने का पात्र। गाजे-बाजे। २ कोई बड़ा समारोह, मेला । २ धूप-दीप। धूममारग-पु० ग्राम रास्ता, चहल-पहल वाला रास्ता। धूपेरण-पु० सलई या गुग्गुल का वृक्ष । धूमर-पु० [सं० धुर्] १ शिर, मस्तक । २ एक असुर का नाम । धूपेरणौ-देखो 'धूपियौ'। ३ देखो 'धूम्र,। -स्त्री० ४ विशेष रग की गाय। -वि० धूपेल-पु० गुग्गल का तेल । काला, श्याम। धूब-स्त्री० १ पानी में डुबकी लगाने की क्रिया या भाव । धूमरक-पु० [सं० धूम्र] अधेरा। २ घोड़े की पीठ पीछे का भाग जहाँ दुमची बंधती है। धूमरतन-पु० [सं० धूम्र-तन] धुश्रा उत्पादक, अग्नि, आग । ३ देखो 'दोब'। धूमराई-पु० एक प्रकार का वस्त्र विशेष । धबक-स्त्री० १ मानसिक आघात, धक्का । २ बन्दूक छूटने धूमलोनन, (न)-पु० [सं० धूम्रलोचन] १ शुभ नामक दैत्य का का शब्द। । सेनापति । २ कबूतर, कपान । धबकौ-पु. १ भारी वस्तु के गिरने का शब्द, धमाका। धूमविराळ-स्त्री. उच्छवास, आह । २ देखो 'घूबक'। धूमसौ-पु० धुआ, धूम। धूबड़-नाथ-पु० नाथ सम्प्रदाय का एक सिद्ध । धुमाळी--पृ० सर्दी में प्रोढ़ने का मोटा वस्त्र । -वि० मोटा-ताजा। धूबणौ (बौ)-देखो धुबरणो' (बौ)। धूमावती-स्त्री. [सं०] दश तांत्रिक महाविद्यानों में से एक । धबाक-स्त्री० १ नीचे की ओर कूदने, छलांग लगाने की क्रिया धूमोरण, (4)-पु० यमराज । या भाव । २ देखो 'धूबक' । धूमौ पृ० गोल ककड़ी विशेष । धबौ-वि० १ संहारक, विध्वंसक । २ मारने वाला ।। धूभ्र-पु० [सं०] १ धुपा, धूम। २ फलित ज्योतिष का एक योग। ३ देखो 'धोबी' । ३ पाप गुनाह । ४ धूप । ५ राम की सेना का एक भालू । धूपगर-पु. [म०] प्राग, अग्नि । ६ दुष्टता। ७ नगीनों का एक दोष । ८ अंधकार । धूमंडळ-पु० सं० ध्रुव मंडल] १ एक पौराणिक लोक विशेष। --वि० १ धुए के रंग का, भूरा । २ काला । ३ बैंगनी। २ संसार । ३ ध्रुव तारा की दिशा, उत्तर । --केतु 'धूमकेतु'। ----पान--पु० औषधि का धुपा सांस धुम-पु० [सं० धूमः] १ धुआ, धूम्र । २ युद्ध । ३ उछल-गद, से खींचने की क्रिया या भाव । बीडी-तम्बावू प्रादि सेवन उत्पात । ४ शरारत, उद्दण्डता । ५ शोरगुल, हल्ला-गुल्ला। करने की क्रिया। ६ कोलाहल, जनरव । ७ कोई बड़ा ममागेह। ८ ख्याति. धूम्रक-पु० [सं० धूम्रक:] ऊंट, उष्ट्र, कमेलक। चर्चा, प्रसिद्धि । ९ आहार-दाता की निदा करने का एक धूम्राक्ष-पु० [सं०] वार व नक्षत्रों संबंधी २८ योगा में से तीसरा दोष । (जैन) १० देखो 'धोम'। -वि० १ धुंए के योग । समान। २ काला, श्याम । -क्रि-वि० जोर-शोर से, धूय, धूयर-१ देखो 'धू' । २ देखो 'धी' । For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy