SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 616
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir www.kobatirth.org उसळ त्रायमारण त्रसळ, त्रसळी-पु० १ जोश, पावेग । २ भय । ३ घोड़ा, अश्व । | भाड़ौ-देखो ''तांबाड़ो' । ४ ललाट । ५ देखो 'त्रिसळो' । त्रांमागळ-देखो 'व'बाळ' । प्रसा-देखो 'त्रिसा'। त्रांमाळ, त्रांमळो-देखा 'त्रबागळ' । त्रताको-वि० प्यासा । त्राकड़ि-देखो ताकड़ी। त्रसारणों (बी)-क्रि० भय दिखाना, डराना । त्राकळ उ-देखो 'ताकळी'। त्रसावत-वि० [सं० तृषावंत] १ प्यासा । २ अतृप्त, असंतुष्ट । | त्रागौ-देखो 'तागो'। सिंघ, वसोंग, वसींघ-वि० बहादुर, जबरदस्त । ताड़-पु० १ भय, आतंक, डर । २ ताड़ वृक्ष । -स्त्री० ध्वनि त्रसुर-वि० [सं०] भीरु, डरपोक । विशेष । असुळ, त्रसूळ-१ देखो 'त्रिसळो' । २ देखो 'त्रिसूळ' । त्राचरणी (बी)-क्रि० मारना, नष्ट करना, संहार करना । त्रस्त-वि० [सं०] १ डरा हुया, भयभीत । २ सताया हुआ, | त्राछटणी (बौ)-देखो 'ताछटणौ' (बौ)। पीड़ित । ३ जिसे त्रास दी गई हो । ४ दुःखी। त्राछण-स्त्री० [सं० त्रासन] काटने की क्रिया या भाव । अस्सरा-देखो 'त्रिसिरा'। त्राछणौ (बौ)-देखो ताछणो' (बौ)। त्रह-पु० १ भय, डर । ३ नगाड़े की ध्वनि । -वि० तीन । त्राजु-स्त्री० तराजू, तकडी। अहक-स्त्री० नगाड़े की ध्वनि । वाद्य ध्वनि । त्राट-स्त्री० १ एक प्रकार की तश्तरी । २ शस्त्र प्रहार । त्रहकरणी (बी), हकारणौ (बो)-क्रि० १ नगाड़ा बजना, ! ३ शस्त्र प्रहार की ध्वनि । ४ चोट, प्राघात, वार । बजाना। २ रग भेरी बजना, बजाना। ५ देखो 'ताट'। त्रहरणो (बी)-क्रि० नगाडा बजना, वाद्य बनना। त्राटक-पृ० १ योग के षट्कर्मों में से छठा कर्म या साधन क्रिया। वहाहरणौ (बो)-देखो हकगो (बौ) : २ देखो ताटक'। त्रहहाटि-स्त्री. नगाड़े की ध्वनि । नाटकी-पु. १ डिगल का एक गीत या छन्द । २ देखो 'तारक। बहळकरणी, (बो) बहळकाणौ (बो)-देखो बहकरणो' (ब)। त्राटि. त्राटी-देखो 'टाटी'। बहाक-देखो बहक'। त्राटीहर-पु० टहनियों से बनाया हुआ मकान, घर । त्रहासरणौ (बौ)-कि नगाड़ा बजाना। त्राटौ-वि० (स्त्री० वाही) १ भयभीत डर हुमा । २ पीड़ित । त्रह, -वि. तीन, तीनों। त्राठउ-वि० [सं० त्रस्त भयभीत, डरा हुया । त्रागड़-देवा तामह'। त्राठणी (वो -क्रि० [सं० बसि] १ भागना, दौड़ना। २ भयभीत त्रांगड़ी-स्त्री० एक प्रकार का शाक । होना, डरना । ३ पीडित होना, संतप्त होना । त्राण-पु० [स० त्राण] १ कवच । २ डाल । ३ रक्षा, सुरक्षा। बाड-स्त्री० दहाड़, गर्जना। ४ राहत, संतोष । ५ शरण, पनाह । ६ सहायता। श्राडकरणी (वौ)-क्रि० १ सिंह का गर्जना। २ सांड या बैल ७ छुटकारा, मुक्ति। का दहाड़ना। त्रांणपत्र-पु० [सं० श्रारणपत्र एक वृक्ष विशेष । बाडणउ-वि० दहाड़ने या गर्जने वाला । त्रांसपोरस-पु० गर्व, अभिमान । त्राडणौ (बौ)-क्रि० दहाड़ना, गर्जना। त्रांणी-वि० [सं० वारण] १ रक्षक । २ शरण देने वाला। त्राडूकरणों (बौ)-देखो 'ताडूकणी' (बौ) ३ देखो 'चारण। त्राता त्रातार-वि० [सं० त्रात् १ रक्षा करने वाला, सुरक्षा त्रांन-देखो 'त्रांण' । करने वाला । २ बचाने वाला । ३ संरक्षक । ४ सुरक्षित । त्रांपणो (बौ)-क्रि० ऊंट का उछलना, कूदना । त्राप-देखो 'ताप'। त्रांबगळ-देखो 'बागढ़' । त्रापड़गो (बो)-देखो 'तापड़णी' (बी)। प्रांवाक-देखो 'चाक' । त्रापा-स्त्री० टपरी, झोपड़ी। त्रांबाट-देखो 'त्रबाट'। त्रांबा-त्रासिया-स्त्री० ताम्र-पात्र में उबाली हई भांग। त्राभाडणी (बो)-देखो 'तांभाड़णो' (बी)। त्रांबाळ, त्रांबाळी-देखो 'बाल' । त्रायणी (बौ)-क्रि० १ भयभीत होना, डरना । २ भागना, त्रांबौ-देखो 'तांबो'। दौड़ना। त्रांभाड़-देखो तांबाड'। । त्रायमर्माण, बांयमारणा, त्रयमारिण-स्त्री० स. वाय माण] चापाडणौ (बो)-देखो वा उरणो' (बो)। बनफशे की लता : - विक्षक For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy