SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 591
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तिथिए ( ५८२ ) तिमहुर तिथिए-क्रि० वि० कहां । वहां । तिपोकड़-पु. तीन लड़कियों के बाद जन्मने वाला लड़का या तिथी-देखो 'तिथ। लड़की। तिथे (2)-क्रि० वि० कहा। तिपोळियो-पु० [सं० त्रि-प्रतोली] १ वह स्थान जहां एक माथ तिदड-पु. [स० त्रिदण्ट] मंन्यासियों का एक उपकरण । तीन बड़े द्वार या पोलें बनी हों । २ राजमहल का प्रथम तिदंडि (डो)-पु० [सं० विदण्डिन्] तिदंडधारी संन्यासी । प्रवेश द्वार । तिदिस, तिदिसा-देखो 'त्रिदिस' । तिफास-पु. [सं० त्रिस्पर्श] तीन स्पर्श दोष । (जैन) तिदुळ-वि० [सं० त्रिदोल] मन, वचन व काया को डुलाने । तिबरपो-देखो 'तिवणौ'। वाला । (जैन) तिरणौ (बो)-देखो 'तीबणी' (बी)। तिद्र-त्री हल्की नींद, तन्द्रा । तिबर-देखो 'तीन'। तिधारी-स्त्री० बढ़ई का एक औजार । तिबरसौ-पु० [सं० त्रि-वर्ष] ऊंटों का एक रोग । तिधारीकटारी-स्त्री० प्राभूषणों में खुदाई करने का एक तिबारियो-देखो 'तिबारौ। औजार। तिबारी-स्त्री० [सं० त्रिद्वार] १ तीर, बन्दूक आदि चलाने के, तिधारौ-पु० [सं० विधार] १ थूहर जाति का एक वृक्ष । दीवार में बने छेद । २ तीन द्वार या खिड़की का खुला २ एक प्रकार का भाला। बरामदा या कक्ष । ३ व्यापारियों से लिया जाने वाला कर । तिन-सर्व०१ उन । २ देखो 'तिण'। | तिबारी-पु० १ तीन बार लिया जाने वाला अफोम । २ तीसरी तिनका-स्त्री० नथनी। बार निकाला हुआ मद्य । ३ तीन द्वार या खिड़की तिनकळी, तिनको-देखो 'तिणकलो'। वाला कक्ष । तिनगनी-स्त्री० एक प्रकार की मिठाई। तिब्बत-पु० हिमालय के उत्तर में स्थित एक देश । तिनवइ-स्त्री० [सं० विनवति] ९३ की संख्या । (जैन) तिब्बती-पु० १ तिब्बत का निवासी । २ इस देश की भाषा । तिना--पु. एक छन्द विशेष । -वि० तिब्बत का, तिब्बत संबंधी । तिनि-वि० [सं० त्रीणि] तीन । तिब्र-देखो 'तीव'। तिन-वि० १ नम, तर, आर्द्र। २ देखो 'तिन'। तिभवरण-देखो 'त्रिभुवन'। तिन्नाण-पु० [सं० त्रिज्ञान] मति, श्रुति, और अवधि के तीन तिमंगळ-पु० [सं० तिमिगल्] १ बड़ा मत्स्य । २ बड़ी मछली । ___ज्ञान (जैन)। ३ ठाट-बाट, आडम्बर । तिन्नि-वि० [सं० त्रिणि] तीन । (जैन) तिमंजळ (लो)-वि० तीन खण्ड का, तीन मंजिल का । तिन्हं, तिन्ह, तिन्हां-सर्व० उन । तिम-क्रि० वि० १ तैसे, वैसे । २ त्योंही, तैसेही। -स्त्री. तिपंच-वि० [सं० त्रिपंच] पन्द्रह, १५ । [सं० तिमि] १ एक बड़ी मछली। २ देखो 'तम'। तिपड़ो-पु० १ भवन की तीसरी मंजिल । २ दूसरी मंजिल की | तिमग-पु० [सं० तिग्मांशु] सूर्य । खुली छत । | तिमची-देखो 'तिमची'। तिपति-स्त्री० [सं० तृप्ति] संतोष, तृप्ति । तिमरिणयो-पु० स्त्रियों के गले का आभूषण । तिपनी-स्त्री० एक प्रकार की घास । -वि० [सं० त्रि+पन्नी] तिमरणी-वि० (स्त्री० तिमणी) तिगुणा । तीन पत्तों वाली। तिमतिमाट-स्त्री० १ क्रुद्ध होने का भाव, तमतमाहट । २ प्रबल तिपाई-स्त्री० [सं० त्रि-पाद] १ तीन पायों की मेज । २ तीन चमक। पायों का कोई आधार । तिममंगळ-देखो 'तिमंगळ' । तिपाट-पु. क्रम से तीसरी बार लिया जाने वाला अफीम । तिमर-पु० [सं० तिमिर] १ अंधेरा, अंधकार । २ तैमूरलंग, तिपाटौ-पु. वह स्थान जहां तीन गांवों की सीमा लगती है। बादशाह । ३ गुफा, खोह, कन्दरा । --वि० १ तीन तह या परत वाला । २ तीन हिस्सों तिमरखतैन, तिमरत, तिमरहर-पु०सूर्य, भानु । वाला। तिमरांग-पु० अंधेरा, अंधकार । तिपुज-पु० [सं० त्रिपुज] शुद्ध, अशुद्ध व मिश्र तीन प्रकार के तिमरार, तिमरारि-पु० सूर्य । पुद्गलों का समूह । (जैन) तिमरि-देखो 'तिमर'। तिपुर-देख' त्रिपुर'। तिमहर-पु० सूर्य। तिपुरारि(रो)-देखो 'त्रिपुरारि' । तिमहर-पु० [सं० त्रिमधुर घी, शक्कर और शहद । For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy