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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra जोज्जयत www.kobatirth.org ( ४८६ ) बराबर । जोड़ाळ (ळौ) पु० मुसलमान, यवन जोड़ का । जोड़ाव (बौ) - देखो 'जोड़ाणी' (बी) । जोड़ाव पु० युग्म जोड़ा। जोड़ियाळ - वि० जोड़ी का बराबर का साथ रहने वाला, . १७ दीप जलवाना 1 १८ संबंध स्थापित कराना। जोट- पु० [सं० योटक ] १ जोड़ा, युग्म । २ समूह, ढेर, राशि । १६ अनुरक्त या लीन कराना जोडायत स्त्री० पत्नी अर्धागिनी विजोड़ का तुल्य, 1 २० मन लगवाना | ३ दम्पति । ४ भैंसा । वि० १ बलवान, शक्तिशाली । २ हृष्ट-पुष्ट । ३ दो । जोटे ( ट ) - प्रव्य० साथ-साथ, शामिल । । - वि० जोड़ी का, साथी। जोड़ी स्त्री० १ एक ही प्रकार की दो वस्तु या प्राणियों का जोड़ा, युग्म । २ परस्पर श्राश्रित समानधर्मी दो प्राणी । ३ पति-पत्नी, दम्पति । ४ नर व मादा । ५ जूती, पादरक्षी । ६ ताल, मंजीरा । ७ युग्म, सेट । ८ बराबरी, समानता । - दार, वाळ, वाळौ वि० बराबरी का, समान धर्मी साथी, पति-पत्नी । 1 जोड़ीक देखो 'जोड़न जोड़ोगर- पु० जूती बनाने वाले मोची । कवि, काव्यकर्ता, जोणिय - वि० जन्म लेने वाला । कवि | जोज - पु० [अ०] जोज] १ सेवक, दास, चाकर २ पत्नी । जोजन पु० एक प्रकार की सन्दुकबी जोजन ( नि प्र ) पु० [सं०] योजन] १ लगभग पाठ गीत की दूरी का एक माप २ संयोग । ३ मेल-मिलाप । जोजनगंधा- स्त्री० [सं० योजन गंधा ] १ वेदव्यास की माता सत्यवती । २ सीता 1 ३ कस्तूरी जात-पु० । वेदव्यास | जोजरी-स्त्री० १ लूनी २ वृद्धावस्था । - वि० [३] सोनी ४ मुरी। जोजरू- पु० वर्षा ऋतु में होने वाला घास का एक पौधा । जोजरी - वि० [सं० जर्जर] (स्त्री० जोजरी) १ पोपना, पोधा खोखला । २ दरार खाया हुआ । ३ बेसुरा । ४ जीर्णशीर्ण, जर्जर । ५ शिथिल । ६ वृद्ध | जोजा-स्त्री० स्त्री, पत्नी । जोजिया स्त्री० [सं०] योधिक] योद्धाओं की नकल । जोजं (जं) स्त्री० [अ०] जोज] [स्त्री, पत्नी Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नदी की एक सहायक नदी । १ वृद्ध । २ जीणी-शीर्ण । जोत रणौ जोटो - पु० १ तेज प्रवाह, हिलौल । २ रोक, बंध । ३ रुकावट । ४ जोड़ा । जोड, जोडलियो ( लौ ) - पु० १ घास का मैदान । २ तलैया, पोखर । ३ एक प्रकार का सरकारी लगान । ४ एक क्षेत्र विशेष - झाळ- पु० एक प्राचीन कर | - दरी - स्त्री० एक वस्त्र विशेष । जोडी देखो 'जोड़ी' । जोरण - देखो 'जू' | जोग - पु० उत्तर भारत का एक प्रान्त (जैन) । जोराग-पु० एक प्राचीन देश, प्रान्त । जोरि (गी ) - पु० [सं० योनि] १ पन्नवरण सूत्र के नाम । २ पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र । ३ योनि पन्नवरण सूत्र का एक पद । वि० [सं०] योनिविधान] उत्पत्ति शास्त्र । जोड़, जोड़ - क्रि०वि० १ साथ-साथ, पास में, बगल में । जोणिसूळ- पु० [सं० योनिशूल ] योनि का एक रोग । २ दोनों ओर । जोगीद-देखो 'जोगेंद्र । (बी) प्रकाश, उजाला । ४ अग्नि, ज्वाला | । । जोड़ी ५० १ युग्म जोड़ा २ समानता बराबरी ३ पुनर्वसु जोशी (बी), जो सौ (बो-देखो 'जोवणी' नक्षत्र का नाम । ४ देखो 'जोड़ी' । जोत स्त्री० [सं० ज्योति ] १ ज्योति, २ दीप, दीपक । ३ दीप शिखा । ५ अग्निशिखा । ६ दीपक की बत्ती । ७ देवी-देवताओं को किया जाने वाला धूप-दीप ८ प्रां । ९ दृष्टि नगर । १० किरण । ११ कांति, दीप्ति । १२ तारा । १३ संगीत में प्रष्टताल का एक भेद । १४ यज्ञ की अग्नि । १५ सूर्य । १६ नक्षत्र १७ विष्णु १८ ईश्वर परमेश्वर ब्रह्म । । । १९ ब्रह्म का प्रकाश । २० जूए के दोनों श्रोर बंधी रहने वाली छोटी रस्सियां । - वि० सुन्दर । नौवें पद का पद पु० For Private And Personal Use Only जोतक ( ख, ग ) - देखो 'जोतिस' । जोतकी (खी, गी ) - देखो 'जोतिसी' । जोती स्त्री० १ जोतने की क्रिया या भाव। २ भूमि की जुताई । जोतरण (दो) फि० १ घोड़े, आदि को गाड़ी आदि में - क्रि० बैल जोड़ना । २ वाहन ग्रादि के आगे बांधना । ३ भूमि की जुताई करना । ४ बल पूर्वक लगाना । जोत-व० [सं० ज्योति पाता। जोतर- देखो 'जोत' । जोतरणी (बौ)- देखो 'जोगी' (बी) |
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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