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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir चिगाळी ( ३९६ ) चिट्ठिम चिगाळी-स्त्री०चिढ़ाने के लिए की जाने वाली किसी की नकल। चिड़ कलउ-पु० १ चिड़ियापक्षी। २ देखो 'चिडोकली'। चिगावणी, (बौ)-देखो 'चिगाणी' (बी)। चिड़ोकड़ (कड़ो, कलो)-वि० (स्त्री० चिडोकड़ी, चिडोकली) चिगी-देखो 'चिगाळी'। १ चिड़चिड़े स्वभाव वाला, चिढ़ने वाला । २ तुनक चिग्ग-देखो 'चिक'। मिजाज । चिड़-स्त्री० १ चिड़चिड़ाने या चिढ़ने की क्रिया या भाव । चिड़ो-पु० [सं० चटक:] (स्त्री० चिड़ी) चिड़िया नामक नर २ वह बात या संकेत जिससे कोई चिढ़ता हो । ३ कुढ़न । पक्षी। ४ नफरत, घृणा । ५ अप्रसन्नता । ६ विरक्ति । ७ चिड़ियों चिचकियो-पु. भग, योनि : का समूह । ८ एक प्रकार का छोटा पक्षी । ६ देव मूर्ति का | चिचान-पु० [सं० सचान एक प्रकार का बाज पक्षी। आभूषण। चिच्चि-स्त्री० तेज व भयंकर आवाज (जैन)। चिड़उ-देखो "चिड़ौ'। चिच्चिका-स्त्री० एक वाद्य विशेष । चिड़कल, चिड़कली-स्त्री. १ चरखे के हत्थे पर बना चिड़ी की | चिजारौ-देखो 'चेजारौ' । प्राकृति का उपकरण । २ देखो 'चिडी'।३ देखो | चिट-स्त्री० [सं० चीष्ठिका] १ कागज का टुकड़ा, पर्ची। 'चिड़ोकलो' (स्त्री०)। २ छोटा रुक्का । ३ वस्त्र का छोटा टुकड़ा । ४ जिद्द, हठ, चिड़कलौ, चिड़कोलो, चिड़कोल्यो-पु० १ चित्रा नक्षत्र ।। दुराग्रह । ५ रट। २ अश्लेषा नक्षत्र । ३ देखो 'चिड़ौ'। ४ देखो 'चिडोकलो'। चिटक-स्त्री० १ नारियल की गिरी का टुकड़ा । २ टुकड़ा, चिड़चिड़ाट (हट)-स्त्री० चिढ़ने की क्रिया या भाव । खण्ड, भाग । ३ पपड़ी। ४ चमक । चू-चप्पड़। चिटकरण-पु. १ बैलों का एक रोग । २ इस रोग से पीड़ित चिड़चिड़ियो-पु. एक प्रकार का घास । बैल । चिड़चिड़ो-वि० (स्त्री० चिड़चिड़ी) बात-बात पर चिढ़ने वाला, चिटकरणी (नी)-स्त्री० दरवाजे की छोटी अर्गला या कुदी। __ तुनक मिजाज । चिटकरणौ (बो)-देखो 'चटकणौ' (बी)। चिड़णो, (बौ)-क्रि० १ चिढ़ना, चिड़चिड़ाना ।२ क्रोध | चिटको-देखो 'चटको'। करना । ३ झल्लाना। ४ बकना । ५ द्वेष करना। चिटली-देखो 'चिटू'। ६ डांटना, फटकारना । ७ कुढ़ना, खीजना। चिटियो-पु. १ हाथ में रखने की छड़ी। २ ऐसी लकड़ी जिसका चिड़पड़ो-वि० (स्त्री० चिड़पड़ी) १ तुनक मिजाज । २ गीला, एक शिरा अर्ध चन्द्राकार मुड़ा हुआ हो । ३ छोटा कुल्हड़ा। कीचड़युक्त। (मेवात) चिड़मड़णी, (बी) चिड़भिडणी, बी)-देखो 'चड़भड़णी' (बी)। | चिटी-स्त्री० [सं०] १ चाण्डाल वेश धारी एक योगिनी।। २ देखो 'चिट्ठी' । ३ देखो 'चिटू'। चिडाणो, (बी), चिड़ावणी (बी)-क्रि० १ चिढ़ाना, चिढ़ने वाली टेखो 'ति'। न | चिटुड़ी (लो)-देखो 'चिटू'। वाली बात कहना, चिढ़ने वाला संकेत करना । २ कुढ़ाना खिजाना । ३ गुस्सा या क्रोध दिलाना । ४ नाराज करना । चिटुलो-पु० काले नाग का बच्चा। ५ किसी का उपहास करना । चिटु-स्त्री० कनिष्ठा अगुली । -वि० छोटा, अल्प । चिड़िया-स्त्री० [सं० चटक] उड़ने वाला एक छोटा पक्षी, चिटौ-वि० १ स्पष्ट, खुलासा । २ श्वेत, सफेद । चिड़ी। -खांनौ-पु० चिड़ियों को पालने का स्थान । चिट्ट-देखो 'चिट'। टा-स्त्रा० एक प्रकार का घास । -छट-स्त्री० भादव | चिट्टी-स्त्री०१ एक देशी खेल । २ देखो चिटी' । कृष्णा षष्ठी तिथि । -टूक-पु० वह पहाड़ी जिस पर चिट्टी-देखो 'चिटौ'। जोधपुर का किला स्थित है। -नाथ-पु. उक्त पहाड़ी पर रहने वाले एक सिद्ध। चिट्ठ-वि० बहुत, अधिक । (जैन) चिडियाळ-स्त्री० एक प्रकार की भंग। चिट्ठरण-वि० खड़ा, सीधा । (जैन) चिड़ी-स्त्री० [सं० चटक] एक छोटा पक्षी। ---खेत, खेतियौ, चिट्ठाणा-स्त्री० स्थिति, बंठक । (जैन) धांरिणयौ-पु० वर्षा ऋतु में होने वाला एक घास । चिट्ठा-स्त्री० चेष्टा । (जैन) --मार-पु. शिकारी, व्याध । -मोठ, मोठियौ-पु० एक चिठ्ठिन, चिट्ठित-पु० [सं० चेष्टित] १ चेष्टा, सविकार प्रकार की घास। अंग । (जैन) २ अवस्था, स्थिति । (जैन) For Private And Personal Use Only
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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