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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra डीडी www.kobatirth.org खड़ीडंकी - स्त्री० मालखंभ की एक कसरत | खड़ी - स्त्री० वर्षा का पानी एकत्र होने वाली नीची भूमि । बड़ौदे 'लो' । ( २०५ ) खड़ी वि० [सं० खड्क] (स्त्री० बड़ी) शिर प्रकाश की ओर करके सीधा धरती पर दूसरा ग्रासमान में रहने आड़ा न हो, ऊभा । ४ ऊपर उठा हुआ । ६ सीधा तना हुआ । ७ प्रस्तुत, उपस्थित | सन्नद्ध । ९ जो गतिमान न हो, ठहरा हुआ । १० बनावट के अनुसार अपनी सही दशा में स्थित ११ प्रारंभ, जारी १२ बिना कटा । १३ समूचा, पूरा । १४ चैतन्य | १५ उठाया हुम्रा, विचाराधीन । १६ जलाशय की मिट्टी की जमी हुई तह | खचत - वि० [सं० खचित] १ लिखित । २ चित्रित, अ ंकित खटकोण - वि० छः कोणों का । - पु० वज्र । ३ जड़ित । ४ निर्मित । खचाखच क्रि० वि० ठसाठस । लबालब । - १ पृथ्वी पर पैर रखकर खड़ा । २ एक शिरा की दशा में । ३ जो खचर - पु० [सं०] १ सूर्य, रवि । २ बादल । ३ हवा । ४ पक्षी । ५ आकाशचारी । ६ देखो 'खच्चर' | ५ उन्नत । तैयार खच्चर - पु० गधे व घोड़ी के संयोग से उत्पन्न पशु । खज - पु० [सं० खाद्य ] १ खाद्य पदार्थ । २ देखो 'खाज' । खजक पु० [सं०] मथनी । खजमत - स्त्री० [अ० खिदमत ] १ हजामत । २ देखो 'खिदमत' । खजर - वि० क्रोधित, क्रुद्ध । बजली- पु० बाजा | । खजांची पु० खजाने का अधिकारी । केसियर । जनावेळ पु० उपद्वार का अनुभाग विशेष जिसमें ऐसी रकम रहती थी जिसके वर्ष का हिसाब नहीं पूछा जाता था । ( जयपुर ) जनावर पु० धन, दौलत संपत्ति । " 1 (नौ) पु० [अ०] सजान] १ धनागार को खजाना | २ तलवार का एक भाग । बजार (बी) १ खिजाना चिहाना २ क्रोधित करना खजार स्त्री० बंध्या बकरी । खजनी देखो बानी' | खटक - पु० १ खटका, ग्रावाज । २ दर्द, कष्ट । ३ मानसिक कष्ट । कसक । ४ द्वेष । ५ शत्रुता । ६ प्रहार । ७ आशंका | ८चिता । त्रुटि, गलती । 1 खटकड़, खटकरण - देखो 'खटकळ' । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir खटकाय पु० जीया - जूण । खटकूसी - पु० [सं० पट्कोणी] बख खड़पटियो खटकरणौ (बी) - क्रि० १ गिरने, पड़ने या टकराने से खटका होना, शब्द होना । २ चुभना । ३ दर्द या कष्ट होना । ४ बुरा लगना । ५ विरक्त होता । ६ डरना । ७ प्रहार होना । ८ अनिष्ट की प्राशंका होना । ९ न सुहाना । खटकरम पु० [सं० पटकर्म ] ब्राह्मणों के छः कर्म । खटकळ स्त्री० १ दरवाजे पर लगी छोटी फाटक २ छः मात्रा का समूह (पिंगल) | खटको पु० १ 'खट' की श्रावाज, खटका २ भय, दर ३ चिता आशंका | ४ 'खट' से खुलने वाला पेच । ५ चिटकणी । खटखट - स्त्री० खटखट का शब्द कट, झमेला | झगड़ा, तकरार | खटखटा (at) - क्रि० १ दरवाजे पर खट-खट करना । २ स्मरण करना । ३ पुकारना । टक्कर (च) ० [सं० पट्] तरीरस्थ पक यथा- आधार स्वाधिष्ठान, मणिपूरक, धनाहत, विशुद्धि और प्रज्ञा । खटचरण (चल) - पु० [सं० षट् चरण] भौंरा, भ्रमर । टिड्डी । खटजती - पु० [सं० पट्-यति ] लक्ष्मण, हनुमान, भीष्म, भैरव, दत्त और गोरख छः यति । खटजाति - वि० छः प्रकार की जातिएं । खटणी - स्त्री० १ खड़िया मिट्टी । २ सहनशक्ति, सहनशीलता । खरौ (बी) - क्रि० १ समाना । २ निभना । ३ महन होना । ४ पर्याप्त होना ५ हजम होना । ६ जरूरत होना । ७ उपार्जित करना, प्राप्त करना ८ जीतना । खटदरसरण - पु० [सं० षट्दर्शन] १ छ: प्रकार के दर्शन न्याय, वैशेषिक, सांख्य, मीमांसा, वेदान्त, योग। २ छः की संख्या । ३ ब्राह्मरण, जोगी, जंगम, भाट, संन्यासी और साध इन छः जातियों का समूह । ४ इन जातियों से संबंधित एक विभाग । खटदरी पु० [सं० पदर्शनी १ प्रकार के दर्शनों का ज्ञाता, पंडित । २ छः दर्शन समूह से संबंधित ज्ञान । १ जातियों से संबंधित | खजूर, खजूरड़ी, खजूरि- पु० [सं० खजूर ] छुहारे का पेड़, छुहारा, खजूर । खजूरियाँ - पु० जलाशय में छितरने वाली घास विशेष के फल । रियां खजूर के वृक्ष जैसा लंबोतरा बल । टंग-० [सं० पान] वेद के पु० संग खट - वि० [सं० पट ] छः । - पु० खटका, ग्रावाज - क्रि०वि० खटपटरी (बौ) - क्रि० १ टकराना। २ लड़ना, भगड़ना । खटपटियौ खटपटी - वि० १ झगड़ालू । २ प्रपंची। शीघ्र, जल्दी । For Private And Personal Use Only खटपट - स्त्री० १ लड़ाई, अनवन । २ काम, कार्य । ३ टकराहट का शब्द ।
SR No.020588
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1986
Total Pages799
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size20 MB
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