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जीमसमास
बायरपज्जत्ताणं वियलसपज्जत्त इंदियाणं च । उकोसा कायठिई वाससहस्सा उ संखेज्जा ।। २१६ ॥ तिणि य पल्ला भणिया
४ मिथ्यात्वा५ कालद्वारे
दीनां | कोडिपुहुत्तं च होइ पुयाणं । पंचिंदियतिरियनराणमेव उक्कोसकायठिई ॥२१७।। पज्जत्तयसयलिंदियसहस्समब्भहियमुयहिनामाणं ।
स्थितिः ॥२५०॥
दुगुणं च तसत्तिभवे सेसविभागो मुहुत्तंतो ॥२१८॥ मिच्छा अविरयसम्मा देसे विरया पमत्तु इयरे य । नाणाजीव पडुच्च उ सब्बे | कालं सजोगी य ॥२१९।। पल्लासंखियभागो सासणमिस्सा य हुँति उकोसं । अविरहिया य जहण्णेण एकसमयं मुहुर्ततो ॥२२०॥ सासायणेगजीविय एकगसमयाइ जाव छावलिया। सम्मामिच्छद्दिट्टी अवरुकोसं मुहत्तंतो ॥२२१ ॥ मिच्छत्तमणाईयं अपज्जवसियं सपज्जवसियं च । साइयसपज्जवसियं मुहुत्त परियट्टमघृणं ॥ २२२॥ तेत्तीस उयहिनामा साहीया हुँति अजयसम्माणं । | देसजइसजोगीण य पुब्याण कोडिदेसूणा ।। २२३ ॥ एएसिं च जहण्णं खबगाण अजोगि खीणमोहाणं । नाणाजीवे एग परापर| ठिई मुहुत्तो ।।२२४॥ एगं पमत्त इयरे उभए उवसामगा य उवसंता । एग समय जहनं भिन्नमुडुत्तं च उकोसं ॥२२५।। मिच्छा
भवडिईया सम्म देसूणमेव उक्कोसं । अंतोमुहुत्तमवरा नरएसु समा य देवेसु ॥२२६|| मिच्छाणं कायठिई उकोस भवट्ठिई य सम्माणं। |तिरियनरेगिदियमाइएसु एवं विभइयव्वा ।।२२७|| सासायणमिस्साणं नाणाजीचे पडुच्च मणुए। अंतोमुहुत्तमुकोसकालमवरं जहुदिहूँ| है॥ २२८ ॥ काओगणंतकालं वाससहस्सा उराल बावीसं । समयतिग कम्मइओ सेसा जोगा मुहुत्तंतो ।। २२९ ।। देवी पणपण्णाऊ इत्थित्तं पल्लसयपुहत्तं तु । पुरिसत्तं सण्णित्तं च सयाहुत्तं च उयहीणं ।। २३० ॥ अंतमुहु तं तु परा जोगुवओगा कसाय लेसा य ।
| ॥२५॥ सुरनारएसु य पुणो भवडिई होइ लेसाणं ॥ २३१ ।। छावहिउयहिनामा साहिया महसुओहिनाणाणं । ऊणा य पुधकोडी मणसमइयछेयपरिहारे ।। २३२ ॥ विभंगस्स भवडिइ चक्खुस्सुदहीण चे सहस्साई । नाई अपज्जवसिओ सपज्जवसिओ त्तिय अचक्खू
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