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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir XX शब्दकोश में पालि-शब्दों के लिए प्रयुक्त देवनागरी वर्णमाला का स्वरूप स्वर: मात्रा:व्य ञ्जनः- (अ-सहित) अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ओ . . . . . . . . । क, ख, ग, घ, ङ च, छ, ज, झ, ञ ट, ठ, ड, ढ, ण त, थ, द, ध, न प, फ, ब, भ, म य, र, ल, व, स, ह, ळ, अं(निग्गहीत) प्रस्तुत कोश में प्रयुक्त वर्ण-क्रम ___ कच्चायन-व्याकरण में 8 स्वरों एवं 33 व्यञ्जनों सहित कुल 41 वर्णों का उल्लेख है। शब्दकोश में इसी प्रक्रिया का अनुसरण किया गया है। यहां ल के बाद ळ का प्रयोग दिया गया है, जो पश्चिमी विद्वानों के क्रम का अनुकरण है। इस शब्दकोश के प्रथम खण्ड में इस क्रम-विन्यास का अनुसरण नहीं हो सका है। इस त्रुटि का परिमार्जन इस खण्ड में तथा आगे के खण्डों में किया जा रहा है। शब्दों का वर्णानुरूप क्रम-विन्यास निम्नलिखित रूप में किया गया है अ, अं, आ, इ, ई. ई, उ, उं, ऊ, ए, ओ For Private and Personal Use Only
SR No.020529
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2009
Total Pages402
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size10 MB
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