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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अनापुच्छा 214 अनामिका अनापुच्छा अ., आ + vपुच्छ के पू. का. कृ. का निषे. अथवा लोकस्मिहि अनमतवानं असुसानं नाम नत्थीति अत्थो, आपुच्छा के निषे. का संक्षिप्तीकृत तृतीयान्त रूप, बिना पूछे तदे.. ही, बिना ध्यान दिये ही, उपेक्षापूर्वक - न उपज्झायं । अनामन्त/अनामन्ता अ., आ + vमन्त के पू. का. कृ. का अनापुच्छा एकच्चस्स पत्तो दातब्बो, महाव. 55; न, भिक्खवे, निषे. [अनामन्त्र्य], अनुमति प्राप्त न करके, परामर्श या उपज्झाये अनापुच्छा आवरणं कातब्ब, महाव. 107; सो अनुमोदन प्राप्त न करके, बिना पूछे ही, बिना आज्ञा लिए पुग्गलो अनापुच्छा पक्कमितब्बं म. नि. 1.152. ही- अनामन्त कतं कम्म, तं पच्छा अनुतप्पती ति, जा. अठ्ठ. अनापुच्छित त्रि., आ + पुच्छ के भू. क. कृ. का निषे. 7.157; अनामन्तोति रहो नन्दादेविया सद्धि मन्तेन्तेपि मयि [अनापृष्ट], बिना पूछा हुआ, नहीं कहा गया, बिना अनुमति अजानापेत्वा सहसाव पविसति, जा. अट्ठ. 6.307. वाला - अनापुच्छिते अपुच्छितसा पक्कमति, पाचि. 373. ___अनामन्तचार पु., अनुमति प्राप्त किये बिना भिक्षाटन - अनाबाध' पु., आबाध का निषे०, तत्पु. स. [अनाबाध], अत्थतकथिनानं वो, भिक्खवे, पञ्च कप्पिस्सन्ति - बाधा का अभाव, कष्ट का अभाव, सौभाग्य, सुखद स्थिति- अनामन्तचारो, असमादानचारो, महाव. 331; तत्थ ..... डंसमकसादीहि गुन्नं अनाबाधं सु. नि. अट्ठ. 1.25. अनामन्तचारोति याव कथिनं न उद्धरियति, ताव अनामन्तेत्वा अनाबाध त्रि., निषे., ब. स. [अनाबाध], निर्बाध, बाधारहित, चरणं कप्पिस्सति, महाव, अट्ठ. 366. विघ्नरहित, अनुत्पीड़ित - अक्खतन्ति वा अनाबाधं अनुप्पीळं अनामय त्रि., आमय का निषे., ब. स. [अनामय]. क. अनन्तरायेनाति अत्थो, वि. व. अट्ठ. 298. स्वस्थ, शोकरहित, दुःखरहित, नीरोग - ओदनं वा अनामयो, अनाभतोदक त्रि., ब. स. [अनाहतोदक], वह, जो जल उत्त. वि. 945; सा पुचकामा सुखिनी अनामया, महाव. नहीं लाया है - अभिन्नकट्ठोसि अनाभतोदको, अहापितग्गीसि 385; अनामयाति अरोगा, महाव. अट्ठ. 385; ख. नपुं.. असिद्धभोजनो, जा. अट्ठ. 5.192. स्वास्थ्य, आरोग्य - कुसलानामयारोग्यं, अभि. प. 331; अनाभोग पु., आभोग का निषे., तत्पु. स. [अनाभोग], क. कुसलञ्चेव नो राज, अथो राज अनामयं जा. अट्ठ. 5.316; रुचि का अभाव, ध्यान का अभाव, चित्तविक्षेप - यस्मा च तत्थ कुसलन्ति आरोग्य, इतरं तस्सेव वेवचनं, जा. अट्ठ. हितुपसंहारअहितापनयनसम्पत्तिमोदनअनाभोगवसेन चतुब्बि- 4.386. धोयेव सत्तेसु मनसिकारो, ध. स. अट्ठ. 240; ख. त्रि., भोग अनामसित त्रि., आमसित का निषे., तत्पु. स. [अनामृष्ट], न करने वाला, अनासक्त - अनावट्टेन्तस्स होति ... क. अस्पृष्ट, नहीं छुआ गया, ख. वह, जो विचाराधीन नहीं अनाभोगस्स होति, कथा. 286; अनावट्टिनो अनाभोगो न है, विचार का अविषय - पुब्बे अनामसितखेत्तविसेसं अत्तनो होति, म. नि. अट्ठ. (मू.प.) 1(1).374. दानमयं पुझं वत्वा ..., वि. व. अट्ठ. 91. अनामक त्रि., ब. स. [अनामक], नामरहित, बिना नाम ___ अनामसितब्ब त्रि., आ + /मस के सं. कृ. का निषे. वाला, बेनाम - यस्स नामं न जानन्ति तम्पि अनामको [अनाम्रष्टव्य], अविचारणीय, अपरामश्य, विवेचन न करने नामाति वदन्ति, ध. स. अट्ठ. 413-414. योग्य - अनामासानि आमसिन्ति अनामसितब्बढ़ानानि आमसिं अनामट्ठ त्रि., आमट्ठ का निषे०, तत्पु. स. [अनामृष्ट], जा. अट्ठ. 2.299. अभुक्त, किसी दूसरे के द्वारा अगृहीत, नहीं खाया हुआ - अनामास त्रि., आमास का निषे., तत्पु. [अनामृष्य], परामर्श गोणा अनामट्ठतिणं खादिस्सन्ति, मनुस्सानं अनामटुं सूपेय्यपण्णं न करने योग्य, विवेचन के अयोग्य - अहं कपिस्मि भविस्सति, जा. अट्ठ. 1.107; अपिच अनामपिण्डपातो ... दुम्मेधो, अनामासानि आमसिं, जा. अट्ठ. 2.299; - दुक्कट इस्सरस्सापि दातब्बो, पारा. अट्ठ. 2.61 (अपब्बजितस्स नपुं, [अनामृष्यदुष्कृत], प्रतिषिद्ध धर्म के सेवन से उत्पन्न हत्थतो लद्धो अत्तना अञ्जन वा पब्बजितेन अग्गहितअग्गो दोष, पाचित्तिय के अन्त. विशेष प्रकार का अपराध या पिण्डपातो, सारत्थ. टी. 2.244). आपत्ति - केवलं लोलताय गण्हन्तस्स अनामासदुक्कट सारस्थ. अनामत/अनमत त्रि., आमत का निषे., तत्पु. स. [अनामृत], टी. 1.64. मृत्यु का अविषयीभूत, न मरने वाला, अमृत्यु का स्थल - अनामिका स्त्री., [अनामिका], अनामिका, कानी तथा बिचली अस्मिं पदेसे दवानि, नत्थि लोके अनामतं, जा. अट्ठ. 245; अंगुली के बीच की अंगुली, बिना नाम वाली एक अंगुली - तत्थ अनामतन्ति मतट्टानं ... अनमत न्तिपि पाठो, मज्झिमानामिका चापि कनिट्ठा ति कमा सियं अभि. प. 266. For Private and Personal Use Only
SR No.020528
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2007
Total Pages761
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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