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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अनक्कोस 180 अनग्गिपक्क अनक्कोस पु., अक्कोस का निषे. [अनाक्रोश], आक्रोश का अनगारिय/अनागारिय 1. नपुं.. [अनागारिक], प्रव्रजित अभाव, अनिन्दा - अनक्कोसस्सिदं फलं, अप. 1.284. या गृहहीन, अनासक्त जीवन - अगारस्मा अनगारियं अनक्ख त्रि., अक्ख का निषे०, ब. स. [अनक्ष], जुआ न पब्बजन्ति, सु. नि. पृ. 98; पब्बजितोपि चे होति, अगारा खेलने वाला, पासों से न खेलने वाला - अनक्खाकितवे अनगारियं सु. नि. 276; ... अगारस्मा अनगारियं पब्बजितानं. तात, असोण्डे अविनासके, जा. अट्ठ. 5.111; अनक्खाकितवेति उदा. 80; 2. त्रि., बिना घर वाला, बेघर - अनगारियोपि अनक्खे अकितवे अजुतकरे चेव अकेराटिके च, जा. अट्ठ. इमस्मि सासने पब्बजित्वा ..., म. नि. अट्ठ. (मू.प.) 5.113. 1(1).177; - पटिपत्ति-दुग्गति स्त्री, गृहविहीन या प्रव्रजितअनक्खात 1. त्रि., अक्खात का निषे. [अनाख्यात], नहीं जीवन में आया हुआ संकट या कष्ट - पटिपत्तिदुग्गतिपि कहा गया, अवर्णित, अनुद्घोषित - अनक्खातं कुसलं, म. अगारियपटिपत्ति-दुग्गति, अनगारियपटिपत्तिदुग्गतीति नि. 1.414; अनक्खातस्स मग्गस्स अक्खाता, स. नि. दुविधा होति, म. नि. अट्ठ. (मू.प.) 1(1).177; - भाव पु., 1(1).221; अनक्खातञ्च अक्खासि, अप. 2.240; 2. नपुं, गृहत्यागी प्रव्रजित-जीवन की अवस्था - घरावासं पहाय अनिर्वचनीय अवस्था अर्थात् निर्वाण - छन्दजातो अनक्खाते, अनागारियभावं पत्तस्स, जा. अट्ठ. 5.242; - मुनि पु.. ध. प. 218; अनक्खातेति निब्बाने, तहि ... अवत्तब्बताय गृहत्यागी या प्रव्रजित मुनि - अनगारियमुनीति तथारूपोव अनक्खातं नाम, ध. प. अट्ठ.2.169. पब्बजितो, जा. अठ्ठ. 1.116, विलो. आगारियमुनि. अनगर पु./नपुं., नगर का निषे., ऐसा स्थान, जो नगर । अनगारियुपेत त्रि., गृहविहीन, प्रव्रजित जीवन-दशा को नहीं है, उजड़ा हुआ अथवा निर्जन स्थान - ... नगरं अनगरं प्राप्त किया हुआ भिक्षु या मुनि - अनगारियुपेतस्स, भिक्खाचरियं करिस्सामि, ध, प. अट्ठ. 2.371; ... नगरापि अनगरा होन्ति, जिगीसतो, सु. नि. 705; ... अनगारियु - पेतस्स, तुट्ठि अ. नि. 1(1).187. होति सुखावहा, स. नि. 1(1).57; अनगारियुपेतस्स, अनगार/अनागार क. त्रि., ब. स., बेघर, बिना घर वाला विष्पमुत्तस्स ते सतो, जा. अट्ठ. 3.344. (परिव्राजक या मुनि का एक लक्षण) - योध कामे पहन्त्वान, अनगारी/अनागारी त्रि., उपरिवत् - अगारा अभिनिक्खम्म, अनागारो परिब्बजे, सु. नि. 644-645; ध. प. 415; अनागारा अनागारी भविस्सति, अप. 2.62. तपस्सिनो, जा. अठ्ठ. 6.119; असंसटुं गहडेहि, अनागारेहि अनगारूपनिस्सय पु., तत्पु. स., प्रव्रजित जीवन की मूलभूत चूभयं, सु. नि. 633; अलेणा अनगारा च, पे. व. 120; ख. आवश्यकताएं- उत्तिद्वपिण्डो उञ्छो च, पंसकूलञ्च चीवरं, नपुं., बेघर जीवर, गृहत्यागी जीवन - यो वा अगारा एतं खो मम सारुप्पं, अनगारूपनिस्सयो, थेरीगा. 351, अनगारमेति, सु. नि. 378; - मुनि पु., गृहत्यागी यति, द्रष्ट. उपनिस्सय, आगे. परिव्राजक - ... छ मुनिनो- अगारमुनिनो, अनगारमुनिनो, अनग्ग त्रि., ब. स. [अनग्र], 1. अनुत्तम, तुच्छ, 2. अपरिमित, सेखमुनिनो ..., महानि. 41. वह, जिसका न आदि हो, न अन्त हो- तस्मिं ... अधिकरणे अनगारिक/अनागारिक त्रि., बेघर, प्रव्रजित, भिक्षुभाव को विनिच्छयमाने अनग्गानि चेव भस्सानि जायन्ति .... चूळव. प्राप्त, परिव्राजक -... आगारिकेनापि अनागारिकेनापि दीपेतब्ब 474; - पाक पु., एक मुनि या परिव्राजक का नाम - ध. स. अट्ठ, 398; ... अनगारिकस्स वेज्जकम्मदूतकम्मादीनि तस्सपि तेनेव कारणेन अनग्गपाकोति नामं जातं, वज्जेत्वा धम्मेन समेन भिक्खाचरियाय जीविकं कप्पेन्तस्स, अप्पमाणपाकोति अत्थो, अ. नि. अट्ठ. 1.195; - वती स्त्री., ध. प. अट्ठ. 1.136; - मित्त पु., गृहत्यागी मित्र, प्रव्रजित अनुत्तम प्रकार की या तुच्छ-प्रकृति के लोगों वाली सभा - मित्र - मित्ताति द्वे मित्ता- अगारिकमित्तो च अनागारिकमित्तो कतमा च, भिक्खवे, अनग्गवती परिसा?, अ. नि. 1(1).86. च, चूळनि. 218; - रतन नपुं., रत्न के समान गृहत्यागी अनग्गहीत त्रि., अग्गहीत का निषे., अपेक्षित चित्तवृत्ति के या प्रव्रजित - पुरिसरतनम्पि दुविध, अगारिकरतनं, साथ अगृहीत - चत्तञ्च मुत्तञ्च अनग्गहीत, अ. नि. अनगारिकरतनञ्च, खु. पा. अट्ठ. 141; - विभूसा स्त्री., 2(1).46, पाठा. अनुग्गहीतं. गृहत्यागी अथवा प्रवजित मुनि की साज-सज्जा या उपकरण अनग्गिपक्क त्रि., अग्गिपक्क का निषे. [अनग्निपक्व], - तत्थ विभूसा दुविधा, अगारिकविभूसा, अनगारिकविभूसा आग में न पका हुआ या कच्चा - दन्तमूसलिको हुत्वा च, सु. नि. अट्ट, 1.89. अनग्गिपक्कमेव खादति, जा. अट्ठ. 4.8. For Private and Personal Use Only
SR No.020528
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2007
Total Pages761
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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