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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra मुंबई के जैन मन्दिर www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir चीरा बाजार जैन भोजनशाला सौराष्ट्र श्री दशा श्रीमाळी जैन भोजनालय संचालिका :- श्री जडावलक्ष्मी रामजीभाई, कमानी वाडी, चीरा बाजार, ५४२ जगन्नाथ शंकरशेठ रोड, मुंबई - ४०० ००२. (3) श्री शान्तिनाथ भगवान डॉ. नगीनदास एन. शाह गली, चीरा बाजार, विजयवाडी, जगन्नाथ शंकर शेठ रोड, गिरगांव रोड, मुंबई - ४०० ००२. टे. फोन : २०६३१५०, २०१८६ ७० मांगीलालजी, २०५६३८०, २०५११२४ जयंतिलालजी विशेष :- सर्व प्रथम आचार्य भगवंत विजय वल्लभसूरीश्वरजी म. सा. की निश्रा में अंजनशलाका की हुई पंचधातु की श्री शांतिनाथ भगवान की चौविशी आदीश्वरजी जिनालय पायधुनी से लाकर वि.सं. २०४३ का श्रावण मास में आ. विजय इन्द्रदिन्नसूरीश्वरजी म. के आदेश से पन्यासजी श्री नित्यानन्द विजयजी म. की शुभ निश्रा में स्थापना की थी । उसके बाद वि.सं. २०४६ का कार्तिक वद - ५ को प. पू. आ. श्री सुबोधसागरसूरीश्वरजी म. तथा आचार्य मनोहरसागरसूरीश्वरजी म. की शुभ निश्रा में प्रतिष्ठा हुई थी । मन्दिरजी का नूतन शान्तिनाथजी आराधना भवन तीन मंजील का तैयार हुआ । प्रथम खण्ड में ऑफिस व शान्तिनाथ जैन पाठशाला, दूसरी मंजील में मूलनायक श्री शान्तिनाथजी, श्री महावीरस्वामी एवं श्री पार्श्वनाथजी ये तीनो पाषाण की प्रतिमाजी स्थापित किये थे जो जालोर - नंदीश्वर द्वीप मन्दिर से प्राप्त हुई थी, जिसकी वि. सं. २००५ में पन्यासजी श्री कल्याणविजयजी म. की शुभ निश्रा में अंजनशलाका की गयी थी । तीसरी मंजील पर श्री सहस्रफणा पार्श्वनाथ, श्री वासुपूज्य स्वामी तथा श्री मुनिसुव्रत स्वामीजीकी प्रतिमा प्रतिष्ठित की गयी जो श्री गोडीजी पार्श्वनाथ जिनालय में आ. सुबोधसागरसूरीश्वरजी म. की पावन निश्रा में अंजनशलाका की हुई थी। -- यहाँ आरस की ६ प्रतिमाजी, पंचधातु की ४, सिद्धचक्रजी २, अष्टमंगल १ सुशोभित है। चिराबाजार जैन आराधना भवन उपाश्रय हैं। श्री क्षेत्रपाल जैन अतिथि भवन १ झावबा वाडी, जगन्नाथ शंकर शेठ रोड, ठाकुरद्वार - गिरगाँव रोड, मुंबई - ४०० ००२. टे. फोन : ३४२५७९२ इन्दरचंदजी, ३४३ ४८ ८४ कनकराजजी विशेष ::- परम पूज्य आचार्य श्री दर्शनसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य पू. आचार्य श्री नित्योदयसागरसूरीश्वरजी म. सा. एवं पू. आचार्य श्री चन्द्राननसागरसूरीश्वरजी म.सा. की शुभ निश्रा में For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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